TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

धार्मिक स्थल बंदः राजस्थान में कोरोना का कहर, हर तीसरा शख्स संक्रमित

राजस्थान में रविवार को 5 हजार से ज्यादा नये पॉजिटिव केस सामने आये हैं। इनमें सर्वाधिक 864 केस उदयपुर के हैं।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 12 April 2021 9:43 AM IST (Updated on: 12 April 2021 9:48 AM IST)
राजस्थान में कहर बनकर फैल रहे कोरोना के संक्रमण
X

सोशल मीडिया से कोरोना की फोटो

जयपुर : पूरे देश के साथ कोरोना वायरस राजस्थान में भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है। राज्य में कोरोना (coronavirus) के संक्रमण ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। जयपुर में जहां पर्यटन स्थलों पर नाइट शो (night show) बंद कर दिये गए है, वहीं लेकसिटी में लोगों को घर पर रहने की सख्त हिदायत है।

राजस्थान के 2 बड़े शहरों जयपुर और उदयपुर की भयावह स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार चिंतित है और सख्त दिशा-निर्देश का पालन करने किए नई गाइडलाइन भी जारी की गई है।

उदयपुर में सख्ती

बता दें कि लेकसिटी उदयपुर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसी के चलते जिला प्रशासन (District Administration) ने सख्त निर्णय लेना शुरू कर किया है। उदयपुर(Udaipur) में रविवार को 864 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए और यह आंकड़ा प्रदेश के सभी शहरों में सबसे बड़ा आंकड़ा था। एक साथ संक्रमित मरीजों की संख्या में हुई तेजी ने जिला प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।



सीएम गहलोत सोशल मीडिया से फोटो

बढ़ रहे केस हर तीसरा शख्स संक्रमित

अगर पिछले 5 दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो उदयपुर में पॉजिटिविटी दर में तेजी से इजाफा हुआ है। 7 अप्रैल को टोटल सैंपल 2417, पॉजिटिव 410, पॉजिटिविटी दर 16.96 फीसदी, 8 अप्रैल को टोटल सैंपल 2789, पॉजिटिव 497, पाजिटिविटी दर17.82 फीसदी, 9 अप्रैल को टोटल सैंपल 2646, टोटल पॉजिटिव 360, पॉजिटिविटी दर 13.61 फीसदी, 10 अप्रैल को टोटल सैंपल 3475, पॉजिटिव 527, पाजिटिविटी 15.17 फीसदी, 11 अप्रैल को टोटल सैंपल 3132, पॉजिटिव 864, पाजिटिविटी 27.19 फीसदी रही है।यही नहीं, पिछले 5 दिनों में उदयपुर में कोरोना से 15 मौतें भी दर्ज की गई हैं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर के बिगड़ते हालातों पर चिंता भी जताई है। यहां जांच कराने वाला हर तीसरा व्यक्ति संक्रमित पाया जा रहा है। यहां जिला कलेक्टर सभी से अपील करते हुए त्‍यौहारों को घर में रहकर ही मनाने के लिए कहा है।

दम तोड़ता पर्यटन

इधर जयपुर में नई कोरोना गाइडलाइंस से पर्यटन का टाइम टेबल एक बार फिर से बदल गया है। बढ़ते कोरोना केस (Corona Cases) की वजह से जयपुर के सभी पर्यटन स्थलों पर अब नाइट टूरिज़्म पूरी तरह से बन्द कर दिया गया है। आमेर के किले का लाइट एंड साउंड शो (Light and Sound Show) पर भी 30 अप्रैल तक के लिए रोक लगा दी गई है।

एक ओर कोरोना के लगातार बढ़ते मामले हैं, दूसरी ओर दम तोड़ता पर्यटन। इस बार जनवरी के बाद से ही पर्यटन फिर से संभलने लगा था। आमेर महल में रोजाना आने वाले पर्यटकों की तादाद 6 हजार तक पहुंच गयी थी, लेकिन गर्मी के बाद एक ओर कोरोना बेलगाम हुआ तो इसका असर पर्यटन पर पड़ा है। कोविड गाइडलाइंस (Covid Guideline) के बाद के नाइट टूरिज़्म को 9 बजे से पहले तक ही समेट दिया गया था। अब उसे शाम 7 बजे तक सीमित कर दिया गया है। पहले आमेर लाइट एंड साउंड के दो शो शुरू किए गए, लेकिन अब 30 अप्रैल तक के लिए रोक दिया गया है।


सांकेतिक फोटो दम तोड़ता पर्यटन सोशल मीडिया


पर्यटकों की संख्या में आई
कमी

राजस्थान में सितंबर से मार्च तक पर्यटन सीज़न रहता है। अप्रैल में तेज गर्मी की वजह से पर्यटक कम आते है,यहां रात में गर्मी कम होती है। इसी लिए नाईट टूरिज़्म और लाइट एंड साउंड शो गर्मी के मौसम में ज़्यादा पसन्द किये जाते थे। लेकिन अब नई गाइडलाइंस में आमेर, नाहरगढ़, अल्बर्ट हॉल में पर्यटन का समय आगामी गाइडलाइंस तक रात 10 बजे तक करने के बजाए शाम 7 तक कर दिया गया है।

दरअसल राजस्थान में बीते 24 घंटे में रविवार को 5 हजार से ज्यादा नये पॉजिटिव केस सामने आये हैं। 5105 नए पॉजिटिव केस (positive case) पाये गये हैं। इनमें सर्वाधिक 864 केस लेकसिटी उदयपुर के हैं। उसके बाद जोधपुर में 666, जयपुर में 648, कोटा में 632 और भीलवाड़ा में 302 नये केस पाये गये हैं। 24 घंटे में राज्यभर में कोरोना पीड़ित 10 लोगों की मौत हो गई है, वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या 31986 पहुंच गई है।



\
Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

Next Story