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Rajasthan News: राजस्थान में फिर सियासी अटकलें तेज, खड़गे और वेणुगोपाल के संग सचिन पायलट की बैठक
Rajasthan News: हालांकि कांग्रेस के कुछ सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के आगे के चरणों पर चर्चा की गई है मगर राजस्थान में हाल के दिनों में तेज हुई सियासी उठापटक के बाद राज्य में सियासी बदलाव की अटकलें फिर तेज हो गई हैं।
Rajasthan News: राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर बड़े सियासी बदलाव की अटकलें लगाई जा रही हैं। राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की आज कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ बैठक के बाद इन अटकलों को और हवा मिली है। तीनों नेताओं की यह महत्वपूर्ण बैठक एआईसीसी मुख्यालय में हुई।
हालांकि कांग्रेस के कुछ सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के आगे के चरणों पर चर्चा की गई है मगर राजस्थान में हाल के दिनों में तेज हुई सियासी उठापटक के बाद राज्य में सियासी बदलाव की अटकलें फिर तेज हो गई हैं।
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी अपनी हाल की जयपुर यात्रा के दौरान राजस्थान के संबंध में बड़ा फैसला लिए जाने का संकेत किया था। उनका तो यहां तक कहना था कि कांग्रेस नेतृत्व की ओर से राजस्थान के संबंध में फैसला लिया जा चुका है। बस उसे सुनाना बाकी रह गया है।
बैठक के निकाले जा रहे सियासी मायने
राजस्थान में हाल के दिनों में सियासी उठापटक एक बार फिर तेज होती दिख रही है। पायलट खेमे की ओर से राज्य में लगातार नेतृत्व परिवर्तन की मांग को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। पायलट ने भी पिछले दिनों बयान दिया था कि राजस्थान का मसला काफी दिनों से टाला जा रहा है। उनका कहना था कि अब तो कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव भी संपन्न हो चुका है। इसलिए इस बाबत जल्द फैसला लिया जाना चाहिए।
ऐसे सियासी माहौल के बीच आज पायलट की खड़गे और वेणुगोपाल के संग हुई बैठक के अलग सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि इस बैठक के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी मौजूद थे। दिग्विजय की मौजूदगी के कारण इस बैठक को भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
सचिन समर्थक खेमा फिर हुआ सक्रिय
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा दिसंबर महीने के दौरान राजस्थान पहुंचने वाली है। पायलट खेमे की ओर से भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान पहुंचने से पहले राज्य में सियासी बदलाव की मांग की जा रही है। पायलट समर्थकों का कहना है कि लंबे समय से राजस्थान का मसला टाला जा रहा है मगर अब इस बाबत अविलंब फैसला लिया जाना चाहिए।
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम कई मौकों पर खुलकर सचिन पायलट की वकालत करते रहे हैं। उन्होंने पिछले दिनों जयपुर में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात की थी। उनकी विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी के साथ भी दो घंटे तक बैठक हुई थी। बाद में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि राजस्थान के संबंध में हाईकमान जल्द ही अपना फैसला सुनाएगा। आचार्य कृष्णम काफी दिनों से सचिन पायलट को राजस्थान के मुख्यमंत्री का पद सौंपने की मांग करते रहे हैं।
गहलोत पर साधा जा रहा निशाना
हालांकि कृष्णम के इस बयान पर अभी तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई है। गहलोत इन दिनों गुजरात में पार्टी की चुनावी तैयारियों में लगे हुए हैं। दूसरी और सचिन खेमा लगातार गहलोत को निशाना बनाने में जुटा हुआ है। राज्य के मंत्री और पायलट के समर्थक माने जाने वाले राजेंद्र गुढ़ा भी गहलोत खेमे पर निशाना साधने में जुटे हुए हैं।
राजस्थान में पिछले दिनों कांग्रेस विधायकों के बागी तेवर के समय खड़गे खुद पर्यवेक्षक के रुप में जयपुर में मौजूद थे। विधायकों के इस तेवर पर सोनिया गांधी ने काफी नाराजगी जताई थी। ऐसे में सभी की निगाहें अब खड़गे के फैसले पर टिकी हुई हैं।