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राजस्थान की सियासत गरमाई, CM गहलोत पर भाजपा हमलावर, बेटे की धोखाधड़ी के मामले में मांगी सफाई

Rajasthan: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव का नाम करोड़ों की धोखाधड़ी में सामने आने के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman TiwariPublished By Vidushi Mishra
Published on: 20 March 2022 12:10 PM IST
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (फोटो-सोशल मीडिया)

Rajasthan: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव का नाम करोड़ों की धोखाधड़ी में सामने आने के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है। मुख्यमंत्री के बेटे समेत 15 लोगों के खिलाफ ई टॉयलेट बनाने का टेंडर दिलाने के नाम पर छह करोड़ की धोखाधड़ी करने के मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है। भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी ने धोखाधड़ी के आरोपों को गंभीर बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को इस मामले में सफाई पेश करनी चाहिए।

हालांकि मुख्यमंत्री के बेटे और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष वैभव गहलोत ने इन आरोपों को नकारते हुए खुद को बेकसूर बताया है मगर भाजपा का कहना है कि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री को स्पष्ट बयान देना चाहिए। अपनी सफाई में उन्हें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि कोर्ट के आदेश के बाद यह मामला दर्ज किया गया है।

सीएम के बेटे वैभव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

महाराष्ट्र के नासिक में अदालत के आदेश पर वैभव गहलोत समेत 15 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का यह मामला दर्ज किया गया है। धारा 156 के तहत दर्ज किए गए इस मामले में जोधपुर और अमदाबाद के कई लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है। पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है। नासिक के व्यापारी सुशील पाटिल की शिकायत के आधार पर यह मामला दर्ज किया गया। यह मामला राजस्थान में ई टॉयलेट और पर्यटन विभाग के विज्ञापन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। पाटिल का आरोप है कि भारी मुनाफे के लालच में उन्हें फंसा कर उनके साथ ठगी की गई है।

इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव का नाम सामने आने के बाद भाजपा नेताओं ने राज्य की गहलोत सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री को इस बाबत अपना पक्ष रखना चाहिए क्योंकि इस मामले में उनके बेटे का नाम सामने आया है।

मुख्यमंत्री को देना होगा स्पष्टीकरण

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और राजस्थान के कद्दावर नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा कि ई टॉयलेट के मामले में ठगी किए जाने का आरोप काफी गंभीर है। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री के बेटे वैभव का नाम सामने आया है। इसलिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस मामले में स्पष्टीकरण देना चाहिए। अपनी सफाई पेश करते समय उन्हें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि यह मामला अदालत के आदेश पर दर्ज किया गया है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के बेटे इस मामले में खुद को बेकसूर बताकर नहीं बच सकते बल्कि इस मामले में मुख्यमंत्री को सफाई पेश करनी होगी।

राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने भी मुख्यमंत्री से अपने बेटे पर लगे आरोपों का जवाब देने की मांग की है। खुद को राजस्थान का गांधी समझने वाले गहलोत को इस मामले में प्रदेश और देश की जनता को बताना होगा कि आखिर यह सब क्या है।

सीएम के बेटे ने खुद को बताया बेकसूर

भाजपा के हमलावर रुख के बावजूद अभी तक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में अपना पक्ष नहीं रखा है। उनके बेटे वैभव गहलोत ने जरूर खुद को बेकसूर बताते हुए कहा है कि उनका इस धोखाधड़ी से किसी भी प्रकार का कोई लेना देना नहीं है।

उन्होंने इस मामले को सियासी बताते हुए कहा कि राजस्थान में चुनाव नजदीक आने के साथ ही इस तरह के और भी आरोप लगेंगे। वैसे वैभव गहलोत का नाम इससे पहले मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में भी सामने आ चुका है। इस मामले में उन्हें नोटिस भी जारी की गई थी।

अब हर किसी की नजर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया पर टिकी हुई है। राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने पर और इस कारण भाजपा ने इस मुद्दे को भुलाने की कोशिश में जुट गई है और इसी के तहत मुख्यमंत्री गहलोत पर हमला बोला गया है।

Vidushi Mishra

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