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Rajasthan News: चिंतन शिविर में सीएम पद पर होगी सचिन की ताजपोशी, पुष्कर सिंह धामी जैसी मिलेगी आज़ादी!
Rajasthan News: चिंतन शिविर में सम्भावना है कि सचिन को लेकर बड़ा ऐलान किया जा सकता है।
Rajasthan Political News: चौतरफा मुसीबतों से घिरी कांग्रेस राजस्थान के उदयपुर में 13 मई से 15 मई तक चिंतन शिविर आयोजित कर रही है। कांग्रेस इस शिविर में आने वाले राज्यों के विधानसभा चुनावों की तैयारी सहित आम चुनाव को लेकर चिंतन करने वाली है। लेकिन उसकी सबसे बड़ी चिंता ये है कि सूबे में सीएम अशोक गहलोत सरकार को लेकर जो माहौल है, वो सत्ता से विदाई का संकेत दे रहा है।
सचिन हो सकते हैं पायलट
पार्टी में चर्चा है कि पंजाब में विधानसभा चुनाव से 4 महीने पहले अमरिंदर सिंह को हटा चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया गया था। लेकिन वो सरकार के खिलाफ बने माहौल को सही नहीं कर सके और स्वयं भी चुनाव हार गए। ऐसे में यदि उत्तराखंड की तर्ज पर युवा सचिन पायलट को सरकार की कमान सौंप दी जाए, तो पार्टी करिश्मा दिखा सकती है। इसके पीछे तर्क ये दिया जा रहा है कि सचिन युवा हैं। उनकी पार्टी में और सूबे में भी पकड है। वो लगातार सूबे में यात्रा भी करते रहे हैं। इसके बाद पार्टी आलाकमान ने पाजिटिव संकेत दिए हैं। चिंतन शिविर में सम्भावना है कि सचिन को लेकर बड़ा ऐलान किया जा सकता है।
अभी क्या कर रहे हैं सचिन
सचिन पायलट के नेतृत्व में विधान सभा चुनाव लड़ा गया और कांग्रेस सत्ता में आई। सीएम बनने की आस लगा के बैठे सचिन को किनारे कर अशोक गहलोत की ताजपोशी कर दी गई। सचिन उप मुख्यमंत्री रहे प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। लेकिन फिलहाल खाली हैं। उनके समर्थक पार्टी आलाकमान के सामने सचिन के सीएम बनाए जाने के फायदे गिना रहे हैं।
चिंतन शिविर में क्या हो सकता है
प्रशांत किशोर भले ही पार्टी में शामिल न हुए हों, लेकिन उनके सुझावों पर अमल करने की दिशा में यहीं से काम शुरू होगा। सचिन पायलट को सीएम और अशोक गहलोत को संगठन में बुलाया जा सकता है। सचिन को आगे के बचे कार्यकाल के लिए ठीक वैसी ही आज़ादी दी जा सकती है। जैसी बीजेपी ने उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी को दी थी और धामी ने सरकार विरोधी लहर को समाप्त कर बीजेपी की एतिहासिक वापसी कराई थी।
गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्णाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान के चुनावों को लेकर रणनीति का खुलासा हो सकता। छत्तीसगढ़ राजस्थान में सरकार की कैसे वापसी हो सरकार का कार्यकाल कैसा रहा इसपर भी चर्चा होगी। आम चुनाव में किससे गठबंधन होगा किन शर्तों पर होगा इसपर चर्चा होगी।