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Father And Daughter Relationship In Hindi: जानें क्यों पापा के ज्यादा करीब होती हैं बेटियां

Father And Daughter Relationship In Hindi: बेटी के जन्म के साथ पिता के स्वभाव में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। वह और पहले से ज्यादा इमोश्नल और केयरिंग हो जाता है।

Pallavi Srivastava
Published on: 13 Oct 2021 7:03 PM IST
Father and daughter Relationship
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बाप बेटी का रिश्ता pic(social media)

Father And Daughter Relationship In Hindi: अकसर ये बात जरूर देखी जाती है कि बेटियां पापा के ज्यादा करीब होती हैं। वैसे मां बाप के लिए सभी बच्चें एक समान हैं और माता-पिता का प्यार भी उनके लिए बराबर है। लेकिन कोई कुछ भी कहे पिता और बेटी की बॉन्डिंग(father and daughter bonding) कुछ अलग ही होती है। वैसे भी बेटियां होती ही हैं इतनी प्यारी(papa ki rani hoti hai betiyan) कि उनके बिना सब सूना लगता है। बेटियां घर की रौनक(Betiyan Gher ki Raunak) होती हैं और जब बेटियां घर छोड़कर अपने ससुराल जाती हैं तो उनके साथ पिता वो रौनक और चमक भी फिकी पड़ जाती है।

ऐसा देखा गया है कि बेटी के जन्म के साथ पिता के स्वभाव(Father change Nature) में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। वह और पहले से ज्यादा इमोश्नल और केयरिंग(emotional and caring) हो जाता है। आइये जानते हैं कि आखिर क्यों बेटी को पापा की लाडली(Papa Ki Ladli) कहा जाता है-

पिता ही है बेटी का पहला हीरो pic(social media)

पहला स्पर्श और आकर्षण(First Touch And Charm)

मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि बेटी के जीवन में यदि किसी पहले पुरूष का स्पर्श या दखल होता है तो वह है उसके पापा ही होते हैं। इसलिए बेटियों के लिए पापा उनकी जान से भी बढ़कर होते हैं। और एक पिता बेटी का बाप बनकर खुद को सौभाग्यशाली समझता है।

पिता बेटियों को अपनी पलकों पर बैठा के रखता है

एक पिता ही है जो बेटियों को अपनी पलकों पर बिठाए रखता है। पिता उसकी हर बात को सुनता और समझता है। वहीं बेटियों को भी पिता की गोद में जो सुकून व प्यार मिलता है वह किसी रिश्ते में नहीं मिलता है। बेटी खुद को पिता की गोद में महफूज समझती है।

पापा ही होते हैं बेटी के सुपरहीरो(Superhero)

बेटियों की लाइफ में पापा ही उनके पहले सुपरहीरो होते हैं। क्योंकि पापा ही उनके हर सपने को पूरा करते हैं। बेटियां पिता को अपना रोल मॉडल समझती हैं। पिता पुत्री का रिश्ता एक गहरे दोस्त के समान होता है। जहां बेटी पिता से पूछ कर हर काम करती है वहीं पिता भी बेटियों के बडे़ होने पर सारे सलाह मश्वरे बेटी से ही लेते हैं चाहे बेटे क्यों न बगल में खड़े हों।

पिता की उंगली थाम कर बड़ी होती हैं बेटियां pic(social media)

पापा का सर्पोट(Fathers Support)

बेटियों का सर्पोट वैसेे तो मां करती है लेकिन पापा भी सही राह चुनने में और कैरियर बनाने में बेटी का पूरा साथ देते हैं। हां पापा बाहर से थोड़ा सख्त मिजाज वाले होते हैं लेकिन अंदर से केयरिंग होते हैं।



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Pallavi Srivastava

Pallavi Srivastava

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