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पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में पाई जाती है ये चीज, दूसरा वाला काफी रोचक
प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं में शारीरिक और भावनात्मक परिवर्तन होते है और नई जिम्मेदारी के साथ नए जीवन की शुरूआत होती है। वैज्ञानिक शोध से पता चला है कि स्तनपान महिला के मस्तिष्क के लिए अधिक फायदेमंद होता है, जो पुरुषों में संभव नहीं है।
लखनऊ: ऊपरी तौर पर महिला और पुरूष बहुत समान दिखाई देते हैं, लेकिन वास्तव में दोनों बहुत अलग होते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं का ब्रेन पावर अधिक होता है। जहां पुरुषों में चींजों के प्रति सकारात्मक रवैया होता हैं। महिलाओं में क्यूरीसिटी अधिक होती है, ये काफी अलग सोचती है।आइए जानें वे बातें जो महिलाओं को पुरूषों से अलग करती है।
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हार्मोन में बदलाव
पुरुषों में हार्मोन का बदलाव महिलाओं की अपेक्षा कम होता हैँ। दोनों में हार्मोन बदलाव के चरण अलग होते है, क्योंकि महिलाओं में हार्मोन का प्रवाह पीरियडस और प्रेग्नेंसी पर निर्भर करता है, जो उनके व्यवहार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
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अन्सर्टन्टी
महिलाएं बहुत हद तक अन्सर्टन्टी (अनिश्चितता) की भावना से घिरी होती है। विशेष रूप से अंतरंग संबंधों के मामले में वो ज्यादा ही सेंसटिव होती है। अंतरंग संबंध बनाना पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए मुश्किल होता है। जहां किसी पुरुष लिए ये आसान होता है। महिलाएं इससे हटकर रिश्ते को गहराई से लेती है।
मानसिक क्षमता
महिलाओं में इंटरनल नॉलेज पावर भी अधिक होते है। इसे वैज्ञानिकों ने भी माना है कि महिलाओं में "सिक्सथ सेंस" अधिक होता है। उम्र के साथ ये बढ़ता ही जाता है। महिलाएं पुरुषों की तुलना में बच्चों की परवाह अधिक करती है। बच्चों की एक्टिविटी को आसानी से पहचान लेती है, जो पुरुषों के लिए मुश्किल होता है।
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गुस्से की अभिव्यक्ति
महिलाएं पुरुषों की तुलना में अलग तरह से क्रोध को व्यक्त करती हैं। पुरुष गुस्से में हिंसा पर उतारू हो जाते है, वहीं कोई भी महिला अपने गुस्से को अलग ढंग से व्यक्त करती है। वाद-विवाद को सुलझाने में वे पुरुषों से अधिक परिपक्व निर्यण लेती है।
ऐंगजाइअटी
डॉक्टरी शोध में प्रूफ हो गया है पुरुष की तुलना में महिलाएं अधिक टेंशन लेती है। कुछ हद महिलाओं के ये प्रवृति फायदेमंद भी होती है, क्योंकि डर और टेंशन की वजह से बातों पर ध्यान देती है और समय से पहले जागरूक हो जाती है, लेकिन ेक बात ये भी सच है कि जरूरत से ज्यादा टेंशन किसी के लिए भी अच्छा नहीं होता है।
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प्रेग्नेंसी के बाद नेचर में बदलाव
प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं में शारीरिक और भावनात्मक परिवर्तन होते है और नई जिम्मेदारी के साथ नए जीवन की शुरूआत होती है। वैज्ञानिक शोध से पता चला है कि स्तनपान महिला के मस्तिष्क के लिए अधिक फायदेमंद होता है, जो पुरुषों में संभव नहीं है।