×

How To Say No Tips: अपनी मर्जी से जीना है तो बिना दिल दुखाए ऐसे बोलें 'न'

How To Say No Tips: अगर आपको "न" कहना नहीं आता है तो आपका ज्यादातर समय दूसरे के कामों में ही निकल जाएगा, जिसे आप दिल सेेेेेेेेेेेेेेेेेेेे करना नहीं चाहते। इसलिए "न" कहना सीखें-

Network
Newstrack NetworkWritten By Pallavi Srivastava
Published on: 17 Aug 2021 2:44 AM GMT (Updated on: 17 Aug 2021 2:46 AM GMT)
say no
X

"न" कहने की डालें आदत pic(social media)

How To Say No Tips: "न"(Say No) कहने की कला हर किसी के अंदर होनी ही चाहिए। 'न' एक बहुत ही सरल शब्द है जो महज एक अक्षर का ही है लेकिन कभी कभी ज्यादातर लोगों के लिए दूसरे के सामने ना उच्चारण कर पाना कठिन होता है। "ना" न कहने के चक्कर में अक्सर हम अस्मंजस में फंस कर रह जाते हैं। अगर आप "न" कहने की कला निपुड़ हो जाएंगे तो आप अपना जीवन आसान बना सकेंगे। इसलिए बड़बोलेपन में न रहे और "न" कहना सीखें-

ऑफिस में बॉस को कहें "न" pic(social media)

खुद को न समझें तुर्रम खां

कभी भी खुद को तुर्रम खां नहीं समझना चाहिए। ऐसे में आप कभी बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं और अगला आदमी आप से उम्मीदें लगा के बैठा है। अक्सर देखा गया है कि कई बार ये आत्मविश्वास घमंड में बदल जाता है। घमंड इस बात का कि मुझे तो सब कुछ आता है। गुरूर इस बात का कि मेरे पास हर मुश्किल का हल है। अहंकार इसलिए कि हर आदमी मुझसे ही मदद मांगता है। लेकिन ऐसी मानसिकता में जीवन जीना गलत है। ऐसे में लोग आप पर डिपेंड हो जाएंगे कि मेरा काम तो हो ही जाएगा। लेकिन ऐसे में क्या हेकि आप अपना समय और अपनी पहचान दूसरे में लगा देंगे।

अपने लिए ही नहीं है समय

हमें रोज़मर्रा के जीवन में लगातार दूसरों के अनुरोध का सामना करना पड़ता है। दूसरों की मदद करना अच्छी आदत है लेकिन लगातार ऐसा करते रहने से हम अपनी जरूरतें पूरी हकर पाते क्योंकि उसके लिए हमारे पास समय ही नहीं बचता। इस तरह के कार्य करते रहने से हमारे भीतर हताशा पैदा होने लगती है। न एक सरल शब्द है जो महज एक अक्षर का है लेकिन ज्यादातर लोगों के लिए न उच्चारण कर पाना कठिन होता है। जबकि हम सब लोग जानते है कि न कह देने से हम जीवन की अनेक कठिनाइयों से बच सकते हैं।

खुद को मुक्त करें उस बंधन से

जब आप बहुत सीधे नहीं कह पाते हैं। और दूसरे के काम में ही उलझे रहते हैं। और दूसरी ओर आप तब किसी के काम में फंस जाते हैं जब आप खुद को तीसमारखां समझने लगते हैं। ये दोनों ही गलत है। आप बिलकुल दूसरों की मदद करें लकिन जितना संभव हो सके। इसलिए जब भी अगला आपसे किसी बात की उम्मीद करे तो उसे तुरंत मना कर दीजीए। ऐसा न करने पर आपके रिश्तों में खटास आ सकती है।

तो अब तो आप ये समझ ही गए होगें कि "न" कहने के कितने फायदें हैं। चाहे ऑफिस हो या फ्रेंड सर्किल या नाते रिश्तेदार। किसी के मन में किसी भी प्रकार की कोई आस न जगाएं। ऑफिस में अगर बॉस के सामने आपने अपने बड़बोलेपन की झड़ी लगा दी तो समझ लीजिए कि अब सारा काम आप ही करेंगे। इसलिए कहा गया है कि हमेशा कम बोलें। कम बोलने आप एक तो गलत बात नहीं बोलेंगे और दूसरे आप की इमेज थेड़ी रौबदार दिखेगी।

Pallavi Srivastava

Pallavi Srivastava

Next Story