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Saas Bahu Relation: ससुराल में बहु की सबसे बड़ी हमदर्द और दोस्त होती है सास
Saas Bahu Relation: जितना पति -पत्नी के बीच प्यार जरुरी होता है उससे थोड़ा भी कम सास-बहु के बीच अंडरस्टैंडिंग नहीं होनी चाहिए।
Saas Bahu Relation: शादियों का सीजन (wedding season) चल रहा है। कहा जाता है कि शादी सिर्फ दो लोगों का नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन होता है। एक दूसरे के दुःख-सुख में साथ देने का वादा सिर्फ दूल्हा -दुल्हन ही नहीं बल्कि वर और कन्या दोनों पक्ष के लोग भी एक -दूसरे के लिए करते हैं। पौराणिक रीति -रिवाजों के मुताबिक आज भी शादी के बाद एक लड़की को अपना घर छोड़कर अपने ससुराल जाना होता है। इतना ही नहीं उसके बदले हुए surname और जगह लड़की को हमेशा अपने बदले व्यक्तित्व की पहचान करवाते हैं।
हालांकि अब कुछ लड़कियां अपने surname को चेंज नहीं कर रहीं हैं बल्कि दोनों परिवारों की पहचान को अपने साथ लेकर चल रही है। आधुनिक हो या सामान्य हर लड़की के लिए शुरुआत में ससुराल में एडजस्ट होना आसान नहीं होता हैं। या यूँ कहें ससुराल वालों को भी एक सदस्य के साथ सेट होने में वक़्त लग्न लाज़मी है। खास कर सास -बहु के रिश्तों (Saas Bahu Relation) को। क्योंकि ये रिश्ता किसी भी नए रिश्ते के मज़बूती का आधार होता है।
बता दें कि जितना पति -पत्नी के बीच प्यार जरुरी होता है उससे थोड़ा भी कम सास -बहु के बीच अंडरस्टैंडिंग नहीं होनी चाहिए। इसलिए इसे मज़बूत बनाने और बनाये रखने के लिए दोनों लोगों को पूरी ईमानदारी और प्रेम से अपने इस रिश्ते को सहेजना बेहद जरुरी है।
इसके लिए इन जरुरी टिप्स को अपनाना लाभदायक होता है
एक -दूसरे को समझने की करें कोशिश
किसी भी नए रिश्ते को समझने के लिए वक़्त की जरूरत होती है। सास -बहु के भी रिश्ते में ये बात लागू होती है। देखा जाए तो सास ही बहु की सच्ची दोस्त हो सकती है। क्योंकि घर की हर बारीकियों और लोगों को उनसे बेहतर कोई नहीं जानता है। इसलिए सास को बहु के साथ एक दोस्ताना व्यवहार रखते हुए उसे नए घर और लोगों के बीच एडजस्ट करने में मदद करना उचित होता है। वहीँ बहु को नए घर और लोगों को अपने दिल के आईने से देखना चाहिए।
सिर्फ कमी ही ना खोजें
बहु द्वारा किये गए किसी भी काम में हमेशा कमी नहीं निकलना चाहिए। आपकी थोड़ी सी तारीफ बहु को आपके करीब लाने में मदद कर रिश्तों को भी मज़बूती दे सकता है। अगर सास बहु को कुछ समझाती है तो उसे बहु को भी माँ की सलाह समझ कर समझने और सुधार लाने की कोशिश करनी चाहिए।
एक दूसरे के प्रति रखें प्यार और आदर की भावना
किसी भी रिश्ते की मज़बूती का जड़ एक दूसरे के प्रति प्यार और आदर की भावना को माना जाता है। दोनों को ये बात समझनी बेहद जरुरी है कि ये रिश्ता अभी दोनों के लिए बिलकुल नया है। वो कहते है ना कि आप जितना प्यार दोगे बदले में आपको दुगुना प्यार मिलता है। नयी बहु को अपने नये घर और उसके लोगों को प्यार और आदर के साथ समझना बेहद जरुरी है।
हर छोटी -बड़ी बात का आपस में ही करें निपटारा
अगर एक- दूसरे की बातों का कभी बुरा भी लग जाए। तो खुलकर कह देना सही होता है कि मुझे इस बात से दुःख हुआ। प्लीज आगे से ऐसा ना कहें। आपस की बात घर के चारदीवारी में ही सुलझानी चाहिए। अन्यथा मन में खटास पड़ते देर नहीं लगती।
एक दूसरे की दोस्त बनने की करें कोशिश
पुरानी दकियानूसी बातों से उठकर रिश्तों की खूबसूरती और मज़बूती के लिए सास और बहु को एक दूसरे के साथ दोस्ताना व्यवहार करना चाहिए। किसी भी बात को दिल पर नहीं लगाना चाहिए। या कोशिश यही करनी चाहिए कि कभी ऐसी बातें ना कहें जिससे बुरा लगें।
साथ में घूमे -फिरे और life enjoy करें
एक -दूसरे के और क्लोज आने के लिए सास -बहु दोनों को बराबर प्रयास करना चाहिए। साथ में घूमना, चिल करने से एक दूसरे के प्रति ज्यादा खुलापन महसूस कराएगा। जो आप दोनों के रिश्ते को मज़बूती प्रदान करेगा।
- क्योंकि सास भी कभी बहु थी वाली लाइन को हमेशा ज़हन में रखकर सास को बहु की मनःस्थिति को समझना और बहु को सास की मनःस्थिति को समझना बेहद जरुरी है।
किसी भी रिश्ते को मज़बूत करने के लिए प्यार , इज़्ज़त और सम्मान की सबसे ज्यादा जरुरत होती है। बस एक दूसरे के प्रति सकारात्मक सोच ही आप दोनों के इस प्रेम के बंधन को मज़बूती के साथ ख़ुशी भी प्रदान करेगा। इतना याद रखें कि दोनों तरफ से रिश्ते को खुले दिल से अपनाना जरुरी है।