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योगी सरकार सोशल मीडिया से चलाएगी काम, समस्याओं का होगा तुरंत समाधान

Rishi
Published on: 7 Jun 2017 3:28 PM GMT
योगी सरकार सोशल मीडिया से चलाएगी काम, समस्याओं का होगा तुरंत समाधान
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लखनऊ: योगी सरकार सोशल मीडिया के जरिए जन-जन तक अपने कामों को पहुंचाएगी। इसके जरिए विभागों की सक्सेज स्टोरी को आगे बढ़ाया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति इसके जरिए अपनी समस्या विभाग के सामने रखता है तो उसका समाधान भी किया जाएगा और उसकी सूचना शिकायतकर्ता तक पहुंचाई जाएगी।

विभाग के अफसरों व कर्मचारियों को इसकी उपयोगिता से परिचित कराने के लिए सूचना विभाग में सोशल मीडिया पर दो दिवसीय कार्यशाला बुधवार को शुरू हुई। इसमें प्रदेश के करीब 55 विभागों के सोशल मीडिया के नोडल अफसरों ने शिरकत की। प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने इस मौके पर योजनाओं के प्रचार के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने को कहा ताकि सरकार और जनता के बीच संवाद स्थापित हो सके।

सोशल मीडिया द्विपक्षीय मीडिया है जो तत्काल फीड बैक भी मुहैय्या कराता है।

यही इसकी सबसे बड़ी विशेषता है।

सरकारी काम-काज में ऐसे मीडिया का सकारात्मक इस्तेमाल किया जाना जरूरी है।

सूचना निदेशक अनुज कुमार झा ने कहा कि सोशल मीडिया अप्रत्यक्ष लोकतंत्र को प्रत्यक्ष लोकतंत्र में बदलता है।

किसी योजना के क्रियान्वयन में कोई गड़बड़ी होती है तो सोशल मीडिया के माध्यम से उसे तुरन्त ठीक कर लिया जाता है।

इसके सहारे हम पल-पल की अपडेट लेते हैं।

सोशल मीडिया गुड गवर्नेंस को बढ़ावा देता है।

इससे प्रशासन में पारदर्शिता आती है।

अधिकारियों में जिम्मेदारी बढ़ जाती है और खर्च में भी कमी आती है।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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