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Avani LeKhara: रामायण की एक चौपाई ने अवनि लेखरा को दी हिम्मत, देश को दिलाएं लगातार 2 पैरालंपिक में गोल्ड, खुद पिता ने खोला राज
Avani LeKhara: पैरालंपिक गेम्स में अवनि लेखना ने टोक्टों में 2020 के खेलों में भी जीता था गोल्ड, लगातार दूसरे पैरालंपिक में गोल्ड जीतने के बाद खुला उनकी सफलता का राज
Avani LeKhara: पेरिस पैरालंपिक गेम्स में भारत को दूसरे दिन शूटिंग स्टार खिलाड़ी अवनि लेखरा ने गोल्ड दिलाया। अवनि लेखरा ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 2020 में खेले गए टोक्टो पैरालंपिक गेम्स के बाद लगातार दूसरे एडिशन में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास दोहरा दिया है। अवनि ने शुक्रवार को 10 मीटर महिला एयर राइफल स्पर्धा में कमाल का निशाना लगाते हुए 249.7 अंक हासिल कर फाइनल में पहला स्थान प्राप्त करते हुए गोल्ड मेडल को अपने नाम किया।
अवनि लेखरा की सफलता का क्या है राज, खुद पिता ने किया खुलासा
भारतीय खेल जगत में इस वक्त अवनि लेखरा पूरी तरह से छायी हुई है। जयपुर की रहने वाली अवनि लेखरा की इस कामयाबी का गुणगान अपने पूरे देश में हो रहा है, जहां हर कोई सिर्फ और सिर्फ अवनि की बात कर रहा है। देश की इस बेटी ने दिखा दिया कि टोक्टो पैरालंपिक गेम्स का निशाना कोई तुक्का नहीं था और वो इस खेल में अपनी मेहनत के दम पर चैंपियन है। अवनि लेखरा को मिली इस कामयाबी का राज खुद उनके पिता ने खोला है, जहां उन्होंने बड़ा सीक्रेट साझा किया है।
अवनि के पिता ने बताया, उन्होंने अवनि की दी थी रामायण की चौपाई
अवनि लेखरा के पिता प्रवीण लेखरा के साथ न्यूज 24 ने बातचीत की, जिसमें अवनि के पिता ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को रामायण की चौपाई दी थी, जिससे उन्होंने खोई हुई हिम्मत को हासिल किया। प्रवीण लेखरा ने कहा कि, "मैंने बेटी अवनि लेखरा को रामायण की एक चौपाई टिप के रूप में दी थी। ये चौपाई हनुमानजी की खोई शक्तियां याद दिलाने के लिए पढ़ी गई थी। उसी का असर है कि अवनि ने पूरे दमखम के साथ गोल्ड मेडल जीता है।"
अवनि नहीं कहती है ज्यादा गलतियां- पिता प्रवीण लेखरा
इसके बाद आगे भारत की इस बेटी के पिता ने आगे कहा कि, "अवनि एक अच्छी बच्ची है। वो शूटिंग में बहुत अच्छी हो गई है और वो अब बहुत कम गलती करती है। इसी वजह से उसने पिछली बार गोल्ड मेडल जीता था और इस बार भी इस कारनामे को दोहराया है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले इवेंट्स में भी वो अच्छी करेगी।"
कोच ने कहा- अवनि अपने काम पर करती है ध्यान केन्द्रीत
वहीं अवनि लेखरा के लगातार दूसरे पैरालंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने के बाद उनके कोच चन्द्रशेखर ने कहा कि, "अवनि ने बहुत ज्यादा टैलेंट हैं। उसमे सीखने की बहुत ज्यादा ललक है। वो हर काम बहुत ज्यादा फोकस के साथ करती है। वो इसी तरह से खुद को तैयार करती है। वो भारत के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिसमे पैरालंपिक में दो बार गोल्ड जीता है।"