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सुर्खियां बटोरने के बाद इस तेज गेंदबाज ने दिया बड़ा बयान, कहा- कोच को देखकर आ गए थे आंसू
कोलकाता। रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में पहली बार विदर्भ ने अपनी जगह पक्की कर ली है। अब 29 दिसंबर से इंदौर के होल्कर स्टेडियम में दिल्ली और विदर्भ के बीच फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। बताते चलें, तेज गेंदबाज रजनीश गुरबानी (7/68) की बदौलत विदर्भ फाइनल में पहुंची है।
यही कारण है कि उन्हें मैच के बाद ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ के ख़िताब से भी नवाजा गया। वहीं, गुरबानी के इस शानदार प्रदर्शन के बाद एक बड़ा बयान दिया है। गुरबानी ने कहा है कि उन्होंने जब अपने कोच चंद्रकांत पंडित को खुश देखा तो वह खुद भावुक हो गए थे।
मैच के बाद उन्होंने कहा, "अंतिम विकेट लेने और चंदू सर की प्रतिक्रिया देखने के बाद मैं काफी भावुक हो गया था।" गुरबानी ने कहा, "मैं पूरी रात काफी घबराया हुआ था। पहले मैं 12:30 बजे उठा, मुझे लगा कि सुबह के छह बज गए हैं। इसके बाद में 4:30 बजे उठा और इसके बाद मैं सो नहीं सका। पांच बजे उठकर मैं तैयार होने लगा और छह बजे तक तैयार हो गया। दो बार क्वार्टर फाइनल में मात खाने के बाद इस साल हम फाइनल खेलने को लेकर काफी प्रतिबद्ध थे।"
गुरबानी ने सीविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने अपना पहला लिस्ट-ए मैच बीई के आखिरी सेमेस्टर को 80 प्रतिशत के साथ पास करने के बाद खेला था। उन्होंने कहा, "जब मैं मैदान पर गया तो कोच ने मुझे प्रोत्साहन दिया और किसी तरह मुझे शांत किया। मैदान के अंदर जब विकेट नहीं मिल रहे थे तो मुझे काफी परेशानी हो रही थी। इसके बाद मेरे सीनियर खिलाड़ियों, कप्तान और चंदू सर ने मुझे शांत रहने को कहा।"
इस युवा गेंदबाज ने कहा कि भारतीय टीम के लिए खेलने वाले उमेश यादव के टीम में रहने से उन्हें काफी मदद मिली। उन्होंने कहा, "उमेश यादव के रहने से मुझे काफी मदद मिली। उमेश भईया के साथ गेंदबाजी की शुरुआत करना मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है। वह एक छोर से गेंदबाजी कर रहे थे और मैं उन्हें देख रहा था। वह मेरे प्ररेणास्त्रोत हैं और पसंदीदा गेंदबाज भी।"