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फीफा वर्ल्ड कप 2022: सऊदी कोच की सफ़ेद शर्ट और ऊपर के खुले बटन, ये टोटका जीत की निशानी!
FIFA World Cup 2022: सऊदी अरब टीम के कोच हार्वे रेनार्ड ने अपने करियर में बहुत रंग देखे हैं। फ़्रांस से लेकर विएतनाम और अबी सऊदी अरब, उनका बीते 23 बरसों का सफर बहुत वैरायटी भरा रहा है। रेनार्ड का एक टोटका भी बहुत मशहूर रहा है।
FIFA World Cup 2022: सऊदी अरब टीम के कोच हार्वे रेनार्ड ने अपने करियर में बहुत रंग देखे हैं। फ़्रांस से लेकर विएतनाम और अबी सऊदी अरब, उनका बीते 23 बरसों का सफर बहुत वैरायटी भरा रहा है। रेनार्ड का एक टोटका भी बहुत मशहूर रहा है। वे मानते हैं कि मैच के दौरान सफ़ेद शर्ट और उसके भी ऊपर के बटन खुले रहने से तकदीर उनकी टीम का साथ देती है। अर्जेंटीना के साथ मैच में भी वे पूरे समय खुले बटन वाली पूरी बांह की सफेद शर्ट में मुस्तैद नजर आये। अब अगले मैच में रेनार्ड यही शर्ट जरूर पहनेंगे।
54 वर्षीय रेनार्ड ने अपने शुरुआती वर्षों का अधिकांश समय निचले पायदान की टीमों में एक कोच के रूप में बिताया था। उन्होंने 1999 में एक अनजाने से फ्रांसीसी क्लब एससी ड्रैगुइग्नन में शुरुआत की और इसे एक के बाद एक तीन पायदान ऊपर चढ़ाने में उनकी मदद करने के बाद, उन्होंने कैम्ब्रिज यूनाइटेड का कार्यभार संभाला जो उस समय अंग्रेजी फुटबॉल के तीसरे डिवीजन में थी। वहां से वे वियतनाम में 'नाम दीन्ह' टीम को कोच करने पहुँच गए। कुछ महीनों के बाद वह फ्रांस लौट आये और पांचवें डिवीजन की टीम एएस चेरबर्ग शामिल हो गए। उनकी टीमों ने एक अलग तरह के शैली विकसित की है तीव्रता के साथ खेलने, गेंद पर कब्जा जमाने की तकनीक के अलावा फिटनेस में सुधार पर उन्होंने बहुत जोर दिया है। वे जहां भी गए, ऑफ-फील्ड संस्कृति में बदलाव आया, चाहे वह भोजन और पोषण के मामले में हो या मैच के बाद की रिकवरी के मामले में।
अर्जेंटीना के खिलाफ भी रेनार्ड ने टीम को अपनी ही शैली का खेल खलने को कहा। भले ही अपनी टीम के विश्व कप के पहले मैच में अपमानजनक हार का जोखिम था लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी शैली से मुंह नहीं मोड़ा। आज के मैच में शुरू में ऐसा लग रहा था कि अर्जेंटीना पूरी तरह हावी है। लियोनेल मेसी अर्जेंटीना को आगे बनाये रखा था। लेकिन उनके पास दो गोल ख़ारिज कर दिए गए और अकेले पहले हाफ में सात बार ऑफसाइड पकड़े गए।
रेनार्ड के दृष्टिकोण से, इसका मतलब था कि उनका ऑफसाइड ट्रैप पूरी तरह से काम कर रहा था। हाई रिस्क-हाई रिवॉर्ड की रणनीति ने अंततः नतीजा दिखाया और सऊदी अरब ने विश्व कप इतिहास में अपनी तीसरी जीत हासिल की। सऊदी अरब ने पहले अर्जेंटीना के खतरों को बेअसर करने और फिर उन पर पलटवार करने के लिए उल्लेखनीय दृढ़ता और फिटनेस दिखाई। आज के हीरो रहे सऊदी अरब के सलेम-अल-दवसारी जो 2015 में एक मैच में रेफरी से टकरा गए थे और इसके लिए उन्हें रेड कार्ड दिखा दिया गया था।