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एशिया कप में इतने बुरे हालात तो कैसे जीतेंगे टी-20 विश्वकप..?

Asia Cup 2022: एशिया कप में अफगानिस्तान पर पाकिस्तान की जीत के साथ टीम इंडिया का खेल खत्म हो गया। एशिया कप के ग्रुप में दोनों मैच जीतने वाले भारतीय टीम सुपर 4 के मुकाबलों में फिसड्डी साबित हुई। सुपर 4 टीम इंडिया को लगातार दो हार झेलनी पड़ी। इसके बाद क्रिकेट फैंस का गुस्सा फूट गया।

Suryakant Soni
Written By Suryakant Soni
Published on: 8 Sept 2022 12:14 PM IST
Asia Cup 2022
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Asia Cup 2022

Asia Cup 2022: एशिया कप में अफगानिस्तान पर पाकिस्तान की जीत के साथ टीम इंडिया का खेल खत्म हो गया। एशिया कप के ग्रुप में दोनों मैच जीतने वाले भारतीय टीम सुपर 4 के मुकाबलों में फिसड्डी साबित हुई। सुपर 4 टीम इंडिया को लगातार दो हार झेलनी पड़ी। इसके बाद क्रिकेट फैंस का गुस्सा फूट गया। भारतीय खिलाड़ियों ने इस बार एशिया कप में अपना कोई प्रभाव नहीं छोड़ा। बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फील्डिंग में भारत के खिलाड़ियों ने काफी गलतियां दोहराई। अब क्रिकेट एक्सपर्ट्स टीम इंडिया के चयन पर ही बड़े सवाल खड़े कर रहे हैं। क्रिकेट एक्सपर्ट्स के अनुसार टीम इंडिया की गेंदबाज़ी इस बार कमजोर कड़ी साबित हुई है। टीम चयन में अनुभवी गेंदबाज़ों को नजरअंदाज करते हुए आईपीएल के गेंदबाज़ों पर विश्वास जताया गया। जिसके कारण टीम इंडिया को एशिया कप से बाहर होना पड़ा। एशिया कप से बाहर होने की ये प्रमुख वजह....

टीम में अनुभवहीन खिलाड़ियों का चयन:

टीम इंडिया के चयन पर सवाल उठाना लाजमी था। भारतीय टीम में उन खिलाड़ियों को तरहीज दिया गया जिनको सिर्फ आईपीएल में खेलने का अनुभव था। आईपीएल के वो खिलाड़ी बराबर मौके मिलने के बावजूद इंटरनेशनल क्रिकेट के दबाव को नहीं झेल पाए। आवेश खान और अर्शदीप सिंह को इस बड़े टूर्नामेंट में चुनना गलत फैसला साबित हुआ। इससे गेंदबाज़ी का सारा दारोमदार भुवनेश्वर कुमार पर आ गया। टीम को जिताने के प्रेशर में भुवनेश्वर कुमार ने भी खूब प्रयोग किए। जिसका नतीजा उनकी जमकर धुनाई हुई। दीपक चाहर और मोहम्मद शमी जबरदस्त फॉर्म में थे, उन्हें टीम में शामिल नहीं करना अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसे साबित हुआ।

कप्तान नहीं कर पाए सही प्लेइंग इलेवन का चयन:

एशिया कप में पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी मजबूत टीम भी हिस्सा ले रही है। ऐसे में उनके खिलाफ अगर आप परफेक्ट रणनीति के साथ मैदान पर नहीं उतरेंगे तो हार का सामना ही करना पड़ेगा। टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने सही प्लेइंग इलेवन का चयन नहीं किया। पाकिस्तान के खिलाफ मिली हार से उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ मैच में कोई सबक नहीं लिया। ऋषभ पंत और युजवेंद्र चहल टीम के हार के कारण बन रहे थे। लेकिन उसके बावजूद दिनेश कार्तिक और रवि बिश्नोई को टीम में शामिल नहीं किया। रवि बिश्नोई ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। लेकिन इसके बावजूद उन्हें श्रीलंका के खिलाफ टीम से बाहर कर दिया।

मिडिल ऑर्डर में ख़राब बल्लेबाज़ी:

टीम इंडिया के पास मिडिल ऑर्डर में दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाज़ टीम में शामिल थे। लेकिन इसके बावजूद इन खिलाड़ियों ने लापरवाही से बल्लेबाज़ी करते हुए खराब शॉट खेलकर अपने विकेट गंवा दिए। रोहित शर्मा और विराट कोहली के अलावा सभी बल्लेबाज़ों का बल्ला खामोश रहा। सूर्यकुमार यादव ने भी कमजोर हांगकांग टीम के खिलाफ तूफानी पारी खेली। जबकि पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ उनका बल्ला नहीं चला। वहीं टीम के ओपनर केएल राहुल ने भी काफी निराश किया। राहुल ने एशिया कप में बेहद ही खराब बल्लेबाज़ी की। उनका विकेट जल्दी गिर जाने से अन्य बल्लेबाज़ों पर दबाव आ गया।

टीम में लगातार किए फेरबदल:

एशिया कप में रोहित शर्मा की कप्तानी बेहद ही निराशाजनक रही। हर मैच में टीम में फेरबदल देखने को मिला। कभी दिनेश कार्तिक को शामिल किया गया। तो कभी ऋषभ पंत को। इससे खिलाड़ियों को अपने खेल में ज्यादा एक्सपरिमेंट करने पड़े। जिसका नतीजा वो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं दे पाए। भारतीय टीम में यह सिलसिला पिछले काफी समय से देखने को मिल रहा है। बारी-बारी से खिलाड़ियों को मौका देने से लेकर अलग-अलग टीम कॉम्बिनेशन भी ट्राय किया जा रहा है।

Suryakant Soni

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