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कौन बनेगा भारतीय कोच, अभी पर्दे में ही है चेहरा...चयन में लगेगा समय

Rishi
Published on: 9 Jun 2017 2:38 PM IST
कौन बनेगा भारतीय कोच, अभी पर्दे में ही है चेहरा...चयन में लगेगा समय
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लंदन : भारत के दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ियों सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वी.वी.एस. लक्ष्मण की सदस्यता वाली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) की यहां बैठक हुई। इस बैठक में भारत क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के चयन को लेकर चर्चा की गई।

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बीसीसीआई के एक बयान के अनुसार, गुरुवार रात हुई इस बैठक में गांगुली, तेंदुलकर और लक्ष्मण ने दो घंटे नए कोच की नियुक्ति पर चर्चा की, लेकिन इसके बाद उन्होंने बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जोहरी को बताया कि उन्हें कोच के चयन के लिए अधिक समय चाहिए।

बयान में कहा गया, "बीसीसीआई की सीएसी की बैठक में मुख्य कोच के चयन पर चर्चा की गई और इसमें फैसला किया गया कि उन्हें इस मामले पर विचार के लिए और समय चाहिए।"

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सीएसी ने कोच पद पर अनिल कुंबले को बनाए रखने का फैसला किया है, लेकिन अब इस फैसले को मंजूरी 26 जून को मुंबई में विशेष जनरल बैठक (एसजीएम) में दी जाएगी।

बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सी.के. खन्ना ने राजीव शुक्ला सहित अन्य वरिष्ठ सदस्यों के साथ चर्चा के बाद कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी को एक पत्र लिखा, जिसमें एसजीएम तक कोच की नियुक्ति के लिए शुरू की गई प्रक्रिया को स्थगित करने का फैसला लिया गया।

चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले, राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड ने मुख्य कोच पद के लिए आवेदन मांगे थे, क्योंकि भारतीय टीम के साथ कोच के रूप में कुंबले का कार्यकाल इस साल चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद समाप्त हो जाएगा।

इस पद के लिए दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग, डोडा गणेश, अफगानिस्तान के कोच लालचंद राजपूत, रिचर्ड पेबस और टॉम मूडी ने आवेदन भेजे हैं। हालांकि, कुंबले को इस प्रक्रिया में सीधे तौर पर प्रवेश करने का लाभ मिलेगा।



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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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