TRENDING TAGS :
Chief Selector: भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता की रेस में सबसे आगे चेतन शर्मा, ये लोग भी रेस में...
BCCI Selection Committee: हाल ही में हुए टी-20 विश्वकप में टीम इंडिया के ख़राब प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई ने बड़ा फैसला लेते हुए पूरी सेलेक्शन कमेटी को बर्खास्त कर दी थी। उसके बाद नई कमेटी बनाने के लिए आवेदन मांगे थे।
BCCI Selection Committee: हाल ही में हुए टी-20 विश्वकप में टीम इंडिया के ख़राब प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई ने बड़ा फैसला लेते हुए पूरी सेलेक्शन कमेटी को बर्खास्त कर दी थी। उसके बाद नई कमेटी बनाने के लिए आवेदन मांगे थे। लेकिन एक बार फिर चीफ सेलेक्टर की जिम्मेदारी चेतन शर्मा के पास रहने की उम्मीद हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीफ सेलेक्टर की रेस में इस समय सबसे आगे चेतन शर्मा का नाम हैं, जबकि वेकेंट प्रसाद को मुख्य चयनकर्ता के लिए शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया है। अब मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि वे फिर से मुख्य चयनकर्ता बन सकते हैं।
वेंकटेश प्रसाद का नहीं हुआ साक्षात्कार:
बता दें चेतन शर्मा के नेतृत्व वाली सलेक्शन कमेटी को बर्खास्त करने के बाद नए आवेदन मांगे गए थे। टीम इंडिया के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ वेंकटेश प्रसाद ने भी आवेदन किया था। वेंकटेश प्रसाद का नाम भी इस रेस में सबसे आगे चल रहा था, लेकिन उन्हें इंटरव्यू के लिए ही नहीं बुलाया गया। इसके अलावा भारत के पूर्व विकेटकीपर अजय रात्रा और बल्लेबाज अमय खुरसिया को मंगलवार को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया।
टीम का चयन चेतन शर्मा की अगुवाई में हुआ:
बता दें श्रीलंका के खिलाफ टी-20 और वनडे सीरीज का चयन भी चेतन शर्मा की अगुवाई में हुआ। बतौर चीफ सेलेक्टर बर्खास्त किए गए चेतन शर्मा ने अंतरिम मुख्य चयनकर्ता के रूप में काम किया हैं। उनकी अगुवाई वाली कमेटी ने ही श्रीलंका के खिलाफ टी-20 और वनडे सीरीज की टीम चुनी थी। ऐसे में एक बार फिर कयास लगाए जा रहे हैं कि बीसीसीआई यह जिम्मेदारी फिर से चेतन शर्मा को सौंप सकती हैं। वेंकटेश प्रसाद के रेस से बाहर होने के बाद अब उनके मुख्य चयनकर्ता बनने की संभावना बढ़ गई है।
इस प्रकार होगा चयन:
मुख्य चयनकर्ता पद के लिए BCCI द्वारा कुछ मानदंड तय किए गए हैं। किसी भी उम्मीदवार के लिए उनको पूरा करना जरुरी होता हैं। बता दें इसके लिए उम्मीदवारों को कम से कम 7 टेस्ट मैच या 30 प्रथम श्रेणी मैच या 10 वनडे और 20 प्रथम श्रेणी मैच खेले होने का अनुभव रहना चाहिए। इसके अलावा कम से कम 5 साल पहले खेल से सेवानिवृत्त रहना चाहिए।