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Olympics Athletes: भारतीय तलवारबाज भवानी देवी के बारे में जानें
भारतीय तलवारबाज भवानी देवी ने जापान के टोक्यो में होने वाले ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया...
Olympics Athletes: भारतीय तलवारबाज भवानी देवी ने जापान के टोक्यो में होने वाले ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया है। देश को गर्व इस बात पर होना चाहिए कि तमिलनाडु की भवानी देवी ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली भारत की पहली तलवारबाज बन गई हैं। 2004 में तलवारबाजी को करियर चुनने वाली भवानी 8 बार की नेशनल चैंपियन हैं और ये अपने मे दुर्भाग्यपूर्ण था कि भवानी 2016 के रियो ओलंपिक में जगह नहीं बना पाई थीं। इतनी काबिलियत के बावजूद भले ही भवानी अब तक देश और देश की जनता के सामने गुमनामी में रह रही थीं। मगर खेल मंत्री के ट्वीट के बाद जिस तरह पूरे देश का प्यार भवानी के लिए उमड़ा है उससे जहां एक तरफ खुशी मिलती है तो वहीं दूसरी तरफ हैरत भी होती है ये जानकर कि एक आम भारतीय का खेलों के प्रति रवैया क्या है? भवानी ने धीरे-धीरे पेशेवर क्षेत्र में कदम रखा, तो कठिनाइयां कई गुना बढ़ गईं। उन्हें अक्सर कोच के बिना प्रतियोगिता में जाना पड़ता था और भारत से एकमात्र प्रतिनिधि होने के नाते, उत्कृष्ठ देशों के उसके साथी उसे हीन भावना से देखते थे।
भवानी देवी के बारे में जानें
देवी का जन्म 27 अगस्त, 1993 को तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ था। उनके पिता एक मंदिर के पुजारी और मां गृहिणी हैं। 10 साल की उम्र से ही उन्हें इस खेल से जुड़ाव हो गया था। देवी ने अपने गृहनगर के मुरुगा धनुष्कोडी गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में और फिर सेंट जोसेफ इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई की। भवानी ने एडजस्टेड ऑफिशियल रैंकिंग (AOR) के आधार पर ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई किया है। हालांकि, भवानी के ऑफिशियल क्वालीफिकेशन पर मुहर 5 अप्रैल को उस समय लगेगी जब रैंकिंग जारी होगी। कहना गलत नहीं है कि 2017 में आइसलैंड में पहली इंटरनेशनल टूर्नामेंट जीतने वाली भवानी वो महिला हैं, जिन्होंने पहली बार तलवारबाजी में पदक जीतकर उसे भारत की झोली में डाला था।
तलवारबाजी से परिचय
देवी को छठी कक्षा (2003-04) में भारत में सबसे कम प्रचलित खेल तलवारबाजी के बारे में जानकारी हुई। उन्होंने जल्दी ही इस स्पर्धा में दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया। एक बार इस खेल में आने के बाद यह उसके लिए जुनून बन गया। इतना ही नहीं हायर सेकेंडरी परीक्षा (HSC) के बाद देवी ने तलवारबाजी के कौशल को विकसित करने के लिए केरल के थालास्सेरी में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) का सेंटर जॉइन कर लिया। थालास्सेरी में एसएआई केंद्र भारत के उन गिने-चुने संस्थानों में से एक है, जिसमें तलवारबाजी का प्रशिक्षण देने की सुविधा है। तुर्की में उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति अच्छी नहीं रही। क्योंकि, उन्हें तीन मिनट की देरी के कारण ब्लैक कार्ड दिखाया गया था। यह तलवारबाजी में सबसे बड़ा दंड और परिणाम टूर्नामेंट से निष्कासन होता है। लेकिन, यह उसे रोक नहीं पाया था।
भवानी ने फाइनल में केरल की जोसना जोसफ को 15-7 से पराजित किया
टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाली देश की पहली तलवारबाज भवानी देवी ने 31वीं सीनियर राष्ट्रीय तलवारबाजी चैंपियनशिप में महिला सब्रे व्यक्तिगत स्पर्धा का खिताब जीता। तमिलनाडु की भवानी नौवीं बार राष्ट्रीय चैंपियन बनीं। भवानी ने फाइनल में केरल की जोसना जोसफ को 15-7 से पराजित किया। उन्होंने सेमीफाइनल में के अनीता को 15-4 से और क्वार्टर फाइनल में पंजाब की जगमीत कौर को 15-7 से हराया था। भवानी ने व्यक्तिगत स्पर्धा में अपने शुरुआती पूल मैच में जम्मू-कश्मीर की जसप्रीत कौर को आसानी से 15-2 से हराया। हालांकि क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए उन्हें तेलंगाना की बेबी रेड्डी की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। जहां उन्होंने 15-14 के करीबी अंतर से जीत हासिल की। सेना के कुमारसेन पद्म गिशो निधि ने राजस्थान के गत चैंपियन करण सिंह को हराकर पुरुष वर्ग में सब्रे स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता।
ओलंपिक के लिए किस तरह से प्रशिक्षण रही है भवानी देवी?
विश्व रैंकिंग के आधार पर पांच अप्रैल 2021 तक एशिया-ओशिनिया क्षेत्र के लिए दो जगह थीं। भवानी फिलहाल 45वें स्थान पर है और रैंकिंग के आधार पर वह एक स्थान हासिल करने में सफल रहेंगी। इस 27 साल की खिलाडी के आधिकारिक क्वालीफिकेशन पर मुहर पांच अप्रैल को रैंकिंग जारी होने पर लगेगी। देवी वर्तमान में अपने कोच निकोला ज़ानोटी के मार्गदर्शन में रोम में इतालवी राष्ट्रीय फेंसिंग टीम के साथ प्रशिक्षण ले रही हैं। उनके पास प्रति दिन दो फेंसिंग सत्र हैं। वो यह सुनिश्चित करती हैं कि उसके शरीर को पर्याप्त आराम और रिकवरी मिले।
क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय तलवारबाज भवानी देवी?
देवी इटली के तटीय शहर लिवोर्नो में टोक्यो 2020 के लिए प्रशिक्षण ले रही हैं। भारत में तेज बढ़ता तलवारबाजी का खेल रविवार दोपहर तब और सुर्खियों में छा गया, जब भवानी देवी (Bhavani Devi) ओलंपिक में स्थान पक्का करने वाली देश की पहली तलवारबाज बनीं। हंगरी में चल रहे फ़ेंसिंग वर्ल्ड कप में सेवर फेंसर देवी ने टोक्यो 2020 के लिए कोटा हासिल किया। हालांकि वो टीम इवेंट के क्वार्टर फाइनल में हार गईं और कोरिया सेमीफाइनल में पहुंची। इस परिणाम की बदौलत दुनिया में 45वें नम्बर की भवानी ने इवेंट में एडजस्टेड ऑफिशियल रैंकिंग (AOR) पद्धति के माध्यम से एशिया और ओशिनिया के लिए निर्धारित दो में से एक स्थान हासिल कर लिया। वह टोक्यो 2020 में महिलाओं की व्यक्तिगत सेवर स्पर्धा में हिस्सा लेंगी।