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क्या बात कर रहे हो! अब सिर्फ पाकिस्तान की होकर रहेगी चैम्पियंस ट्रॉफी

Rishi
Published on: 21 Jun 2017 10:08 AM GMT
क्या बात कर रहे हो! अब सिर्फ पाकिस्तान की होकर रहेगी चैम्पियंस ट्रॉफी
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नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद चैम्पियंस ट्रॉफी को खत्म करने के बारे में विचार कर रही है। वह चैम्पियंस ट्रॉफी को खत्म करके चार साल के अंदर दो विश्व टी-20 टूर्नामेंट कराने पर विचार कर रही है। चैम्पियंस ट्रॉफी का अगला संस्करण 2021 में भारत में होना है, लेकिन खेल के छोटे प्रारूप (टी-20) की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए इस टूर्नामेंट के भविष्य पर संदेह है।

क्रिकइंफो ने आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन के हवाले से लिखा है, "हमेशा से 50 ओवर के दो टूर्नामेंट में अंतर करना मुश्किल रहा है। अब विश्व कप दस टीमों का होने वाला है। ऐसे में चैम्पियंस ट्रॉफी भी लगभग विश्व कप की तरह ही हो गई है, जो मैं सोचता हूं कि अच्छा है।"

उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि विश्व कप अभी भी लंबा टूर्नामेंट होगा। विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ चार टीमों को सेमीफाइनल में खेलने का मौका मिलता है। इसमें बारिश से बाधित होने वाले मैच और टीम के एक-दो बुरे मैचों का प्रभाव नहीं पड़ता जैसा कि चैम्पियंस ट्रॉफी में होता है।"

उन्होंने कहा, "वैसे 2021 में मैं चैम्पियंस ट्रॉफी होगी या नहीं या इसकी जगह दो विश्व टी-20 टूर्नामेंट होंगे, इसके बारे में अभी चर्चा चल रही है। हां, पर ऐसी संभावना है। मैं यह नहीं कह सकता कि ऐसा होने वाला है क्योंकि हमने देखा था कि हाल ही में हुई चैम्पियंस ट्रॉफी अच्छा टूर्नामेंट साबित हुई, खासकर ब्रिटेन में जहां आपको हर टीम के समर्थन में माहौल देखने को मिला।"

उन्होंने कहा, "इसलिए इसे खत्म करने की जल्दबाजी नहीं है, लेकिन ईमानदारी से और स्पष्ट कहूं तो चार साल के दौरान दो विश्व टी-20 टूर्नामेंट लाने पर चर्चा चल रही है।"

रिचर्डसन ने कहा, "चार साल में दो विश्व टी-20 टूर्नामेंट हमें खेल को वैश्विक स्तर पर बड़े पैमाने पर बढ़ाने का मौका देगा। हम यह टूर्नामेंट 16 या 20 टीम का कर सकते हैं।"

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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