TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Commonwealth Games 2022: बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भारतीय पहलवान हैं तैयार

Commonwealth Games 2022: बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय पहलवान स्वर्ण पदक जीतने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। कुश्ती में भारत के लिए रवि दहिया, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक गोल्ड जीतने के सबसे बड़े दावेदार होंगे।

Aakash Mishra
Written By Aakash Mishra
Published on: 27 July 2022 6:17 PM IST
Commonwealth Games 2022: बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भारतीय पहलवान हैं तैयार
X

Ravi Kumar Dahiya (Image Credit: Twitter)

Commonwealth Games 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स में कुश्ती में भारत का दबदबा रहा है। कुश्ती में भारत सबसे अधिक मेडल जीतने वाले देशों में कनाडा के बाद दूसरे स्थान पर है। कनाडा ने कुश्ती में 135 मेडल जीते है, जिसमें 66 स्वर्ण, 43 रजत और 26 कांस्य मेडल है। वहीं भारत ने कुश्ती में 43 स्वर्ण, 37 रजत और 22 कांस्य पदक सहित कुल 102 पदक जीते है। जबकि भारत के बाद पाकिस्तान कुल 42 पदक जीतकर तीसरे स्थान पर है।

भारत के लिए है अच्छा मौका

कुश्ती में रूस, जापान, ईरान और कजाकिस्तान की गिनती सबसे मजबूत देशों में की जाती हैं। लेकिन ये देश कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा नहीं लेते है। ऐसे में भारत के पास कुश्ती में अधिक से अधिक मेडल जीतने का मौका है। भारतीय पहलवानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती कनाडा और नाइजीरिया के पहलवान होंगे।

बजरंग पुनिया और रवि दहिया से गोल्ड की उम्मीद

भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया ने 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भी देश के लिए कांस्य पदक जीता था। हालांकि, वह पिछले कुछ समय से चोट से जूझ रहे थे, मगर अब उन्होंने खुद को बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए तैयार कर लिया है। बजरंग पुनिया के अलावा रवि दहिया भी स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार हैं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीता था। यह उनका पहला कॉमनवेल्थ गेम्स है, ऐसे में वह इसे यादगार बनाना चाहेंगे। इनके अलावा नवीन (74 भारवर्ग), दीपक पूनिया (86 भारवर्ग) और मोहित ग्रेवाल (125 भारवर्ग) के पास भी पदक जीतने का मौका है।

साक्षी मलिक फिर कर सकती है कमाल

भारतीय रेसलर साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। साक्षी के पास एक बार फिर कमाल करने का मौका होगा, वह बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीत सकती हैं। वहीं दूसरी ओर विनेश फोगाट के पास खुद को दोबारा साबित करने का मौका होगा। पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। विनेश फोगाट कॉमनवेल्थ गेम्स में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगी, ताकि उनक आत्मविश्वास बढ़े।

2018 गोल्ड कोस्ट गेम्स में किया था शानदार प्रदर्शन

भारत ने पिछली बार गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रर्दशन किया था। भारत ने कुश्ती में 5 स्वर्ण सहित कुल 12 पदक जीतकर पहला स्थान हासिल किया था। वहीं कनाडा दूसरे स्थान पर रहा था। जबकि 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने कुश्ती में कुल 19 पदक जीते थे।

कुश्ती के लिए भारत का दल:

पुरुष: रवि कुमार दहिया (57 भारवर्ग), बजरंग पूनिया (65 भारवर्ग), नवीन (74 भारवर्ग), दीपक पूनिया (86 भारवर्ग), दीपक (97 भारवर्ग), मोहित ग्रेवाल (125 भारवर्ग)।

महिला: पूजा गहलोत (50 भारवर्ग), विनेश फोगाट (53 भारवर्ग), अंशु मलिक (57 भारवर्ग), साक्षी मलिक (62 भारवर्ग), दिव्या काकरान (68 भारवर्ग), पूजा सिहाग (76 भारवर्ग)।



\
Aakash Mishra

Aakash Mishra

Next Story