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Commonwealth Games 2022: इन 5 खेलों में कॉमनवेल्थ गेम्स से भारत को सबसे ज्यादा उम्मीदें
Commonwealth Games 2022: 28 जुलाई से इंग्लैंड के बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का आयोजन शुरू होना हैं। जिसके लिए भारत ने सारी तैयारियां कर ली हैं। इस बार भारतीय खिलाड़ियों से उम्मीद है कि वह अपना सर्वश्रेठ प्रदर्शन करेंगे।
Commonwealth Games 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स शुरू होने में अब बस दो दिन शेष है। भारतीय खिलाड़ी खेलों में हिस्सा लेने के लिए बर्मिंघम के लिए उड़ान भर चुके है। इस बार भारत से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद है। भारत के लिए सबसे सफल कॉमनवेल्थ 2010 रहा था, जो कि दिल्ली में आयोजित हुआ था और भारत ने कुल 101 मेडल जीते थे। लेकिन उसके बाद भारत कभी उस आंकड़े को दोहरा नहीं पाया।
इस बार कॉमनवेल्थ में भारत की ओर से 215 खिलाड़ी अलग-अलग खेलों में अपनी चुनौती पेश करेंगे। इस बार उम्मीद है कि भारत अपने पिछले रिकॉर्ड से बेहतर करेगा। हालांकि, इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स से निशानेबाजी प्रतियोगिता को हटा दिया गया है, जिसमें भारत की मेडल जीतने की अच्छी संभावना थी। इसके बावजूद कई और खेल हैं जिसमें भारत का मेडल जीतना लगभग तय है। आइए जानते है ऐसे 5 खेल और उन खेलों के खिलाड़ियों के बारे में जो भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल दिला सकते है।
1. एथेलेटिक्स
एथेलेटिक्स में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद है भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा। उन्होंने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीता था। वहीं अभी कॉमनवेल्थ गेम्स से ठीक पहले नीरज ने वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर जीता है। नीरज से सभी भारतीय गोल्ड मेडल की उम्मीद में है। एथेलेटिक्स में और भी अलग-अलग खेलों में कई खिलाड़ी भारत के लिए मेडल ला सकते हैं। नीरज चोपड़ा, दुती चंद और हिमा दास सहित 37 सदस्यीय एथलेटिक्स टीम से और भी मेडल आने की उम्मीद है।
2. बैडमिंटन
बैडमिंटन में भारत का रिकॉर्ड अच्छा रहा है। इस खेल में भारत के पास कम से कम चार गोल्ड मेडल जीतने का मौका हैं। दो बार ओलंपिक मेडल विजेता पीवी सिंधु कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने के लक्ष्य से उतरेगी। उन्होंने हाल ही में सिंगापुर ओपन में गोल्ड जीता हैं। सिंधु के अलावा लक्ष्य सेन, किदांबी श्रीकांत, सात्विक रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। इन सभी खिलाड़ियों से बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने की उम्मीद हैं।
3. वेटलिफ्टिंग
वेटलिफ्टिंग में भी भारत के मेडल जीतने की संभावना है। भारत की मीराबाई चानू की नजरे गोल्ड जीतने पर होगी। वहीं 2021 विश्व चैंपियनशिप ने गोल्ड विजेता बिंधारानी देवी और विश्व चैम्पियनशिप में नौवें स्थान पर रही गुरुराज पुजारी भी मेडल हासिल कर सकते हैं।
4. बॉक्सिंग
बॉक्सिंग में भी भारत का पलड़ा भारी है। 50 किलो वर्ग में हिस्सा ले रही विश्व चैंपियन निकहत जरीन गोल्ड से नीचे और कुछ में नहीं मानेगी। उनके पास गोल्ड मेडल जीतने के सारे गुण है। जरीन के आलावा विश्व चैम्पियनशिप में सिल्वर जीतने वाले अमित पंघाल भी गोल्ड के दौर में होंगे। वहीं ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता लावलीना बोरगोहेन और एशिया चैंपियनशिप के गोल्ड मेडल विजेता संजीत कुमार भारत के लिए गोल्ड मेडल ला सकते हैं।
5. कुश्ती
कॉमनवेल्थ गेम्स में कुश्ती में भारत का प्रर्दशन सर्वश्रेष्ठ रहा हैं। भारत ने कुश्ती में कुल 102 मेडल जीते है, जिसमें 43 गोल्ड, 37 सिल्वर और 22 ब्रॉन्ज मेडल शामिल है। कुश्ती में भारत की तरफ से गोल्ड के लिए सबसे बड़े देवदार होंगे टोक्यो ओलंपिक मेडल विजेता रवि कुमार दहिया और बजरंग पुनिया। इनके अलावा दीपक पुनिया, विनेश फोगट के साथ रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल विजेता साक्षी मलिक और 2021 एशियाई चैम्पियनशिप को गोल्ड मेडल विजेता दिव्य काकरान भी कुश्ती में भारत के लिए मेडल ला सकते हैं।