TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

अंडर-19 विश्व कप: जेंटलमैन गेम की नर्सरी, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छोड़ी छाप

Newstrack
Published on: 2 Feb 2018 1:56 PM IST
अंडर-19 विश्व कप: जेंटलमैन गेम की नर्सरी, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छोड़ी छाप
X

अनूप ओझा/मनाली रस्तोगी

लखनऊ : क्रिकेट में यह माना जाने लगा है कि अंडर-19 के बाद सीनियर टीम में जगह बनाना आसान हो जाता है। अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट की चुनौतियों को समझने के लिए इससे बेहतर अवसर नहीं हो सकता। यह तस्वीर केवल भारत की ही नहीं है बल्कि विश्व क्रिकेट में अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप खेलने वाले खिलाडिय़ों ने कमाल दिखाया है। क्रिकेट विशेषज्ञों का भी मानना है कि क्रिकेट के बेसिक्स को सीखने और उस पर मजबूत पकड़ बनाने ​के लिए अंडर-19 क्रिकेट बेहतरीन अवसर है। श्रीलंका के सनथ जयसूर्या, वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा, इंग्लैंड के एलिस्टर कुक, वर्तमान में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली इन सबने अंडर-19 विश्व कप टीम का हिस्सा बनने के बाद ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी।

आजकल भारतीय टीम अंडर-19 के कप्तान पृथ्वी शॉ और उपकप्तान शुभमान गिल का नाम सभी क्रिकेट प्रेमियों की जुबान पर है। लोगों को उम्मीद है कि मौजूदा अंडर-19 टीम के कई खिलाड़ी भविष्य में भारतीय टीम के सितारे होंगे। युवराज सिंह, रोहित शर्मा, मोहम्मद कैफ, रवींद्र जडेजा जैसे क्रिकेटरों ने अंडर-19 टीम से अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट में कमाल दिखाया।

1988 अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप

पाकिस्तान के इंजमाम उल हक और मुश्ताक अहमद, भारत के वेंकटपति राजू, श्रीलंका के सनथ जयसूर्या, वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा, इंग्लैंड के नासिर हुसैन और माइक आथर्टन, न्यूजीलैंड के क्रिस केयन्र्स ने अंडर-19 से ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की दुनिया में अपनी राह बनाई।

1998 अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप

इस साल विश्व क्रिकेट के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज माने जाने वाले क्रिस गेल ने वेस्टइंडीज की तरफ से यह वल्र्ड कप खेला था। वह टूर्नामेंट के सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी भी थे।

2000 अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप

इस साल भारतीय टीम को युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ की जोड़ी मिली थी, जबकि साउथ अफ्रीका की ओर से ग्रीम स्मिथ टीम का हिस्सा थे। इस साल भारत ने पहली बार इस खिताब पर कब्जा जमाया था।

2004 अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप

इस टूर्नामेंट से भारत को सुरेश रैना, शिखर धवन और अंबाती रायडू जैसे खिलाड़ी मिले थे।

2006 अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप

चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, पीयूष चावला भारतीय टीम का हिस्सा थे।

2008 अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप

इस साल भारतीय टीम की कप्तानी भारतीय टीम के वर्तमान कप्तान विराट कोहली के हाथों में थी। भारत ने दूसरी बार अंडर-19 विश्व कप पर कब्जा जमाया था।

2018 अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप

मौजूदा विश्व कप में हिस्सा ले रही भारतीय टीम की बात करें तो वो अभी जबर्दस्त फॉर्म में है। टीम की कमान पृथ्वी शॉ के हाथों में है। फिलहाल, टीम इंडिया अंडर 19 वल्र्ड कप के फाइनल में पहुंच गई है और चौथी बार इस खिताब को अपने नाम करने की मुहिम में जुटी है। ऐसे में आइए नजर डालते हैं कुछ बेहतरीन खिलाडिय़ों पर, जिनका भविष्य काफी उज्जवल नजर आ रहा है। लिस्ट में पहला नाम टीम के शानदार बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का है। उनके अलावा भी कई खिलाडिय़ों ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है।

पृथ्वी शॉ : अपने पहले ही रणजी मैच में शतक बनाने वाले शॉ के नाम 9 फस्र्ट क्लास मैचों में 5 शतक और 3 अर्धशतक हैं। अंडर 19 वल्र्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 94 रन की पारी खेलने वाले शॉ ने अब तक 5 मैचों में 232 रन बनाए हैं। उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए आईपीएल सीजन 11 में उन्हें दिल्ली ने 12 करोड़ में खरीदा है। शॉ दाएं हाथ के बल्लेबाज होने के साथ ही दाएं हाथ के ऑफ स्पिन गेंदबाज भी हैं। उनकी तुलना अक्सर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से की जाती है। शॉ की खासियत यह है कि उन्हें पता है कि अपनी टीम के लिए रन कैसे बटोरने हैं। चाहे वो रणजी ट्रॉफी में मुंबई की ओर से खेल रहे हों या दिलीप ट्रॉफी में खेल रहे हों, उन्होंने रन बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा है। शॉ ने अपने सबसे पहले रणजी मैच में ही दूसरी पारी में शतक जड़ा था। इसके अलावा शॉ ने दिलीप ट्रॉफी के डेब्यू मैच में भी शतक बनाया था जिसके बाद शॉ ने तेंदुलकर के एक रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।

शुभमन गिल : लिस्ट में दूसरा नाम शुभमन गिल का है। शुभमन गिल का जन्म पंजाब के फजिल्का में हुआ। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज की पहचान बड़े-बड़े स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी की है। बड़ी पारियां खेलने की काबिलियत की वजह से ही इन्हें मौजूदा अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम का उपकप्तान नियुक्त किया गया। गिल ने 2017 के अंत में रणजी ट्रॉफी में पंजाब के लिए अपना फस्र्ट क्लास डेब्यू किया। पहले ही मैच में उन्होंने अर्धशतक जमाया तो दूसरे मुकाबले में उन्होंने 129 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली और फिर उन्हें अंडर 19 विश्व कप के लिए खेलने वाली टीम में चुन लिया गया। गिल के आदर्श खिलाड़ी सचिन, लक्ष्मण व राहुल द्रविड़ हैं। उनका कहना है कि जब मैं छोटा था तो मैं इन्हें देखकर दीवार पर गेंद फेंका करता था और फिर इन खिलाडिय़ों की तरह ड्राइव लगाने की कोशिश करता था। शुभमन के नाम पिछले तीन मैचों में जिम्बाब्वे, बांग्लादेश और पाकिस्तान के खिलाफ 90, 86 और नाबाद 102 रन का स्कोर है। पाक के खिलाफ उन्होंने 94 गेंदों पर नाबाद 102 रनों की पारी खेली। पांच मैचों में उनके नाम 341 रन 170.50 की औसत से हैं जिसमें 1 शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं। शुभमन की बल्लेबाजी की वजह से ही आईपीएल ऑक्शन में कोलकाता ने उन्हें 1.8 करोड़ में खरीदा।

शिवम मावी : शिवम मावी लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। नोएडा के रहने वाले तेज गेंदबाज शिवम मावी अपनी रफ्तार को लेकर चर्चाओं में हैं। करीब 146 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकने की कला में माहिर मावी आगे चलकर अपने आदर्श डेल स्टेन की तरह बनना चाहते हैं। वल्र्ड कप के 5 मैचों में 8 विकेट लेने वाले इस गेंदबाज की तारीफ पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भी कर चुके हैं। यही कारण है कि कोलकाता नाइटराइर्स ने इस तेज गेंदबाज को 3 करोड़ में खरीदा है। शिवम की इस उपलब्धि से उनके घरवाले बहुत खुश हैं। उनके पिता का कहना है कि अब उन्हें शिवम के पापा के रूप में पहचाना जाता है।

कमलेश नागरकोटी : कमलेश नागरकोटी लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं। राजस्थान के युवा पेसर कमलेश नागरकोटी का नाम उनकी स्पीड की वजह से सबकी ज़ुबान पर है। अंडर-19 टूर्नामेंट में 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकने वाले नागरकोटी गेंदबाजी के अलावा अच्छे बल्लेबाज व फील्डिर भी हैं। कोलकाता ने इस खिलाड़ी को 3.2 करोड़ में टीम में शामिल किया है। सौरव गांगुली और वेस्टइंडीज के इयान बिशप नागरकोटी की जमकर तारीफ कर चुके हैं।

अनुकूल रॉय : अनुकूल रॉय भी किसी से कम नहीं हैं। बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले रॉय के लिए क्रिकेट की उंचाइयों को छूना आसान नहीं रहा। बिहार में कोई क्रिकेट संघ नहीं होने की सूरत में रॉय को अपना घर परिवार छोडक़र जमशेदपुर में रहना पड़ा। खाने की दिक्कतों के साथ-साथ क्रिकेट के हुनर को निखारना उनके लिए मुश्किल भरा सफर रहा। झारखंड से खेलने वाले स्पिनर अनुकूल रॉय के लिए भारतीय अंडर 19 टीम में चयन किसी सपने से कम नहीं था। लेकिन अनुकूल ने पहले पपुआ न्यूगिनी के खिलाफ 5 और जिम्बाब्वे के खिलाफ 4 विकेट लेकर टीम इंडिया की जीत में अहम रोल अदा किया। जानकार इस युवा स्पिनर से बेहद प्रभावित नजर आते हैं।

कामयाबी में द्रविड़ का बड़ा हाथ : इंडिया की अंडर 19 टीम की कामयाबी में मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का भी बहुत बड़ा हाथ है। द्रविड़ खिलाडिय़ों से कड़ी मेहनत कराने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। वे सभी को खेल सुधारने की सलाह भी देते हैं। प्लेयर्स उनकी सीख को मैदान पर अच्छे से इस्तेमाल भी करते हैं। उदाहरण के तौर पर शुभमन गिल को देखा जा सकता है। द्रविड़ ने गिल से कहा था कि ग्राउंड शॉट्स खेलना। उन्होंने सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ ऐसे ही खेला और परिणाम सबके सामने है।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story