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इस देश के क्रिकेट खिलाड़ी चोरी करते पकड़े गए, मैनेजमेंट ने किया निलंबित
अंडर 19 वर्ल्ड कप में किसी को भी भारत और जापान के बीच कांटे की टक्कर की उम्मीद नहीं थी। हुआ भी ऐसा ही, जब जापान की टीम 41 रन पर सिमट गई और भारत ने बिना...
नई दिल्ली। अंडर 19 वर्ल्ड कप में किसी को भी भारत और जापान के बीच कांटे की टक्कर की उम्मीद नहीं थी। हुआ भी ऐसा ही, जब जापान की टीम 41 रन पर सिमट गई और भारत ने बिना किसी नुकसान के 29 गेंदों पर ही लक्ष्य हासिल कर लिया। जापान का यह पहला आईसीसी इवेंट था और वह चार बार की चैंपियन के खिलाफ मैदान पर उतरी थी।
कोई भी जापानी बल्लेबाज दोहरे आंकड़े को छू तक नहीं पाया। हालांकि जापान के बल्लेबाजों ने संघर्ष करके शर्मनाक इतिहास बनाने से खुद को बचा लिया। इस टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे कम टीम स्कोर 22 रन स्कॉटलैंड के नाम है, जो उसने 2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाए थे और जापान की टीम इस रिकॉर्ड को तोड़ने से बच गई।
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हालांकि क्रिकेट की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाना जापान की टीम के लिए फिलहाल थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि उस देश में सूमो रेसलिंग, फुटबॉल, बेसबॉल और बैडमिंटन मुख्य खेल हैं।
जापान की टीम में चार भारतीय
वहीं इस बार उस देश में खेलों का महाकुंभ भी आयोजित होने वाला है और ओलिंपिक में क्रिकेट है नहीं। जापान को अपनी टीम बनाने में भी काफी मुश्किलें आई।
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उनकी अंतिम एकादश में कम से कम सात से आठ खिलाड़ी दूसरे देशों के प्रवासी हैं। जिसमें से चार तो भारतीय मूल के हैं। जापान की अंडर-19 टीम खुद के खेल को सुधारने की लगातार कोशिश कर रही है और आईसीसी के इस टूर्नामेंट से टीम को मदद भी मिलेगी।
मैच से पहले पापुआ न्यू गिनी के खिलाड़ियों ने की थी चोरी
जापान की टीम अंडर- 19 वर्ल्ड कप में नहीं उतर पाती, अगर क्वालीफाइंग के फाइनल में विपक्षी टीम के खिलाड़ी दुकान में चोरी नहीं करते। पिछले साल जून में रीजनल क्वालीफायर का फाइनल मुकाबला जापान और उभरते देशों की सबसे मजबूत टीम पापुआ न्यू गिनी के बीच होना था।
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मगर फाइनल से पहले पापुआ न्यू गिनी के 10 खिलाड़ी सानो में दुकान में सामान चोरी करते हुए पकड़े गए। जिसके बाद उनकी नेशनल एसोसिएशन ने उन खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया और इसके बाद टीम में सिर्फ चार ही योग्य खिलाड़ी बचे।
टीम मैनेजमेंट के पास कोई विकल्प नहीं बचा था और उन्होंने फाइनल मैच गंवा दिया। इस वजह से जापान की टीम ने एक भी गेंद फेंके बिना अंडर 19 वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफाई कर लिया।