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Cricketers Who Forced To Retire: 5 खिलाड़ी जिनका करियर चोट के कारण पहले ही हो गया समाप्त

Cricketers Who Forced To Retire: क्रिकेट की दुनिया में कुछ ऐसे क्रिकेटर थे जो प्रतिभाशाली होने के बाद भी चोट के कारण क्रिकेट को जल्द ही अलविदा कह दिया।

Anupma Raj
Published on: 18 March 2025 4:07 PM IST (Updated on: 18 March 2025 4:31 PM IST)
Cricketers Who Forced To Retire: 5 खिलाड़ी जिनका करियर चोट के कारण पहले ही हो गया समाप्त
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Cricketer Retirement (Credit: Social Media)

Cricketers Who Forced To Retire Due To Injury: क्रिकेट इतिहास में कई खिलाड़ी आते हैं और अपनी छाप फैंस और क्रिकेट बोर्ड पर गहरा छोड़ जाते हैं। अभी तक कई ऐसे बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा और प्रदर्शन से पूरी दुनिया में नाम और फैंस कमाया है।

सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, धोनी, कोहली, रोहित से लेकर रिकी पोंटिंग, वीरेंदर सहवाग, स्टीव वॉ, कपिल देव, इमरान खान, वसीम अकरम, ब्रायन लारा, कर्टनी वॉल्श, सौरभ गांगुली, विव रिचडर्स, आप नाम लेते जाएंगे लेकिन ये लिस्ट शायद ही कभी खत्म हो। इन खिलाड़ियों ने लंबे समय तक अपने देश के लिए क्रिकेट खेला है और कई रिकॉर्ड अपने नाम किए।

क्रिकेट जहां खिलाड़ियों को नया मकाम देता है तो वहीं कई बार ऐसी स्थिती में डाल देता है कि खिलाड़ी के पास कोई ऑप्शन नहीं बचता रिटायरमेंट छोड़कर।

हालांकि क्रिकेट की दुनिया में कुछ ऐसे भी दुर्भाग्यशाली क्रिकेटर थे जो काफी प्रतिभाशाली होने के बाद भी चोट के कारण क्रिकेट को जल्द ही अलविदा कह दिया और करियर समय से पहले ही समाप्त हो गया।

इस लिस्ट में कई दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं। क्रिकेट इतिहास के 5 ऐसे ही खिलाड़ी हैं, जिनका करियर चोट के कारण काफी पहले ही खत्म हो गया और फिर ये आगे नहीं खेल पाए। तो ऐसे में आइए जानते हैं उन 5 खिलाड़ियों के बारे में विस्तार से:


5 खिलाड़ी जिनका करियर चोट के कारण पहले ही हो गया समाप्त (Cricketers Who Forced To Retire):

फिल ह्यूज को शायद ही कोई नहीं जानता हो। फिल ह्यूज को मैदान में खेलते समय चोट लगी थी जिसके कारण उनकी मौत हो गई थी। दरअसल फिल ह्यूज के नाम सबसे कम उम्र में एक ही टेस्ट मैच में दो शतक लगाने का रिकॉर्ड भी देख है। फिल ह्यूज ने ये कारनामा महज 20 साल की उम्र में की थी। लेकिन जिंदगी ने उन्हें ये कारनामा करने का मौका नहीं दिया क्योंकि क्रिकेट के मैदान में उन्हें चोट लग गई थी और उनकी मौत हो गई। दरअसल फिल ह्यूज 25 नंवबर को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में जबरदस्त तरीके से बैटिंग कर रहे थे और स्टैंड्स में उनकी फैमिली यानी मां और बहन बैठकर उनके खेल का लुत्फ भी उठा रहे थे। जब वो 63 रन पर थे, तभी एक बाउंसर गेंद उनके सिर पर जाकर लगी थी। जिसके बाद फिल ह्यूज तुरंत ही वहीं पर गिर पड़े और उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां पर उनकी सर्जरी हुई लेकिन इसके बाद भी फिल ह्यूज की मौत हो गई और इस घटना से पूरा क्रिकेट जगत सकते में भी आ गया था। आज भी जब भी ऑस्ट्रेलियाई टीम सिडनी में कोई क्रिकेट मैच खेलती है तो वो फिल ह्य़ूज को श्रद्धांजलि जरुर देती है। डेविड वॉर्नर ने भी एससीजी में ही तिहरा शतक लगाकर उसे फिल ह्यूज को समर्पित किया था। ऐसे एक बेहतरीन और उभरता सितारा हमेशा के लिए क्रिकेट को अलविदा कह गया।

मार्क बाउचर को क्रिकेट इतिहास के सबसे महान विकेटकीपरों में एक माना जाता है। मार्क बाउचर दक्षिण अफ्रीका टीम का हिस्सा थे। मार्क बाउचर के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड है। लेकिन उनका क्रिकेटर करियर का अंत काफी दुखद रहा। साल 2012 में इंग्लैंड के दौरे पर मार्क बाउचर अपना 150वां टेस्ट मैच खेलें और इंटरनेशनल करियर में अपने 1 हजार विकेट लिए। हालांकि समरसेट के खिलाफ एक प्रैक्टिस मैच में इमरान ताहिर की एक गुगली स्टंप पर लगी और फिर स्टंप की गिल्ली उड़कर बाउचर की बाई आंख में लग गई और वो काफी चोटिल हो गए। मार्क बाउचर के आंख की चोट इतनी गहरी थी कि उन्हें संन्यास लेना पड़ा।

मिचेल जॉनसन भी अपने तगड़े प्रदर्शन के कारण जाने जाते रहे हैं। साल 2013-14 के सीजन में मिचेल जॉनसन ने काफी घातक गेंदबाजी की थी लेकिन इस शानदार गेंदबाजी के कारण बल्लेबाजों का करियर उस गेंदबाजी के कारण दांव पर भी लग गया था। खासकर

इसका सबसे ज्यादा नुकसान इंग्लैंड के नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने वाले बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट को हुआ था। जोनाथन ट्रॉट ने डोमेस्टिक क्रिकेट में ताबड़तोड़ प्रदर्शन किया था और रनों का अंबार लगाकर इंग्लैंड की टीम में जगह बनाई थी। लेकिन मिचेल जॉनसन की जबरदस्त तेज गेंदबाजी ने जोनाथन ट्रॉट को मानसिक तौर पर हिला दिया था। दरअसल जोनाथन ट्रॉट को एशेज सीरीज बीच में ही छोड़कर जाना पड़ा था और इसके बाद वो लगातार जगह बनाने के लिए संघर्ष करते रहे। जोनाथन ट्रॉट ने घरेलू क्रिकेट में रन बनाए उसकी बदौलत एक बार फिर से उनकी वापसी इंग्लैंड टीम में हुई, लेकिन जोनाथन ट्रॉट का प्रदर्शन पहले जैसा नहीं रहा। साल 2015 में जोनाथन ट्रॉट ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। हालांकि कई लोगों का मानना है कि जोनाथन ट्रॉट का संन्यास सिर्फ एक फॉर्मेलिटी थी, क्योंकि असल में एशेज सीरीज के उस मशहूर ब्रिस्बेन टेस्ट मैच के बाद ही जोनाथन ट्रॉट का करियर खत्म हो गया था।

नाथन ब्रैकन ऑस्ट्रेलिया की वनडे टीम का प्रमुख खिलाड़ी के तौर पर हिस्सा हुआ करते थे। लंबे कद और बालों के कारण दुनियाभर में नाथन ब्रैकन की एक अलग ही पहचान थी। साल 2008 में नाथन ब्रैकन वनडे में दुनिया के नंबर एक गेंदबाज थे। हालांकि साल 2009 में घुटने में लगी चोट और डॉक्टरों के गलत इलाज के कारण नाथन ब्रैकन की करियर का अंत समय से पहले ही हो गया। इसके बाद नाथन ब्रैकन ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से हर्जाने की मांग की और लगभग 10 साल बाद उन्हें हर्जाना भी दिया गया। लेकिन इन सबके बीच ऑस्ट्रेलिया ने एक बेहतरीन और होनहार गेंदबाज को गंवा दिया।

क्रेग कीसवेटर ने साल 2010 के टी20 वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन कर इंग्लैंड की 2010 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल मैच के हीरो थे, जिसे जीतकर इंग्लिश टीम ने खिताब अपने नाम किया था। क्रेग कीसवेटर टॉप ऑर्डर के शानदार विस्फोटक बल्लेबाज के साथ साथ बेहतरीन विकेटकीपिंग भी करते थे। क्रेग कीसवेटर अपने करियर में काफी ऊंचाईयां हासिल कर सकते थे, लेकिन ऐसा हुआ ही नहीं। दरअसल नॉर्थैम्प्टनशायर के खिलाफ एक मैच में एक गेंद नाथन ब्रैकन के हेलमेट से होती हुई सीधा उनके मुंह पर जाकर लगी थी। जिसके कारण नाथन ब्रैकन की नाक टूट गई और नाथन ब्रैकन की आंखों को भी गहरी चोट पहुंची। इसके बाद कीसवेटर ने कई बार मैदान में वापसी करने की कोशिश की लेकिन इस चोट के कारण क्रेग कीसवेटर शारीरिक और मानसिक तौर पर पहले वाले खिलाड़ी नहीं रह और आखिर में साल 2015 में अपने डेब्यू के महज 5 साल बाद क्रेग कीसवेटर ने संन्यास का ऐलान कर दिया।


Anupma Raj

Anupma Raj

Content Writer

My name is Anupma Raj. I am from Patna. I'm a content writer with more than 3 years of experience.

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