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MS Dhoni Mentor T20 World cup: धोनी के मेंटर बनने पर उनके विरोधी रहे दिग्गज खिलाड़ियों ने कही ये बड़ी बात
MS Dhoni Mentor T20 World cup: टी20 वर्ल्ड कप 2021 के लिए भारतीय टीम का एलान हो चुका है।
MS Dhoni Mentor T20 World cup: टी20 वर्ल्ड कप 2021 के लिए भारतीय टीम का एलान हो चुका है और भारतीय सेलेक्टर्स ने भारत को एक बार फिर से टी20 फॉर्मेट में वर्ल्ड चैपिंयन बनाने के लिए 2007 की तर्ज पर टीम इंडिया में युवा खिलाड़ियों का चयन किया है। चाहे टीम इंडिया में बल्लेबाजों में हो या गेंदबाजी आक्रामण में हो दोनों में युवा खिलाड़ी टीम में शामिल किये गए हैं।
भारतीय चयनकर्ताओं ने फिर से युवा टीम इंडिया का चयन करके और 2007 की विजेता टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को टीम का मेंटर नियुक्त किया है। क्रिकेट के जानकारों का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी भारत को फिर से अपने अनुभवों का इस्तेमाल करके टीम इंडिया की जीत के 14 सालों के बाद फिर से टी20 विश्व कप का खिताब दिला सकते हैं।
धोनी के मेंटर बनने पर कई पूर्व खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी
वहीं टीम इंडिया के मेंटर बनाए जाने पर भारत के कई पूर्व खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उसमें से एक नाम बड़ा नाम भी है। जिसने भारत को 2011 विश्व कप में चैंपियन बनाने में एक अहम भूमिका निभाई थी। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने धोनी को टीम इंडिया के मेंटर बनाए जाने पर अहम बयान दिया है।
गंभीर ने कहा टी20 विश्व कप में धोनी भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं
टी20 विश्व कप 2021 के लिए महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय टीम का मेंटर बनाए जाने पर भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि धोनी टी20 विश्व कप में भारत के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। गंभीर का कहना है कि धोनी को मैच के दबाव झेलने की आदत रही है। जिसके कारण उन्होंने टीम इंडिया को दबाव की स्थिति से उबारा है।
और अगर धोनी मेंटर बने हैं तो इसका सबसे ज्यादा फायदा भारत की टी20 टीम में युवाओं को होगा। यहीं नहीं उन्होंने धोनी पर एक और टिप्पणी की और कहा कि अगर टीम इंडिया ने टी20 फॉर्मेट में संघर्ष किया होता तो, भारतीय सेलेक्टर्स को किसी और को भारत का मेंटर बनाकर लाना पड़ता।
धोनी और गंभीर में पहले से ही अच्छे संबंध नहीं रहे हैं
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और भारत के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के बीच पहले से भी अच्छे संबंध नहीं रहे हैं और दोनों के बीच मतभेद की खबरें भी मीडिया में आती रही थी। साल 2012 में भारत जब विश्व चैंपियन बनकर विदेश का दौरा कर रहा था और तो हर दौरे में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ रहा था।
साल 2012 में ही भारत ऑस्टेलिया के दौरे पर था। जहां भारत को टेस्ट, वनडे और टी-20 सीरीज में करारी हार का सामना करना पड़ा था। तब सीरीज के बीच में मौजूदा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा था हम रोटेशन पॉलिश के तहत खिलाड़ियों को अंतिम 11 में जगह दे रहे हैं। जिसकी वजह से (सीनियर खिलाड़ी सहवाग, गंभीर और सचिन तेंदुलकर को) को इस साथ नहीं खिलाया जा सकता है।
इस लिए इन तीनों में से किसी न किसी एक को हर मैच में टीम से बाहर बैठना होगा। उस समय धोनी ने पत्रकारों के सवाल पर यह भी कहा था कि क्या हम 2015 वर्ल्ड कप को देखते हुए युवा खिलाड़ियों को टीम में अधिक जगह दे रहे हैं। जिस पर गौतम गंभीर ने मीडिया से बातचीत के दौरान ही उनके इस बयान की आलोचना की थी।
उन्होंने धोनी के बयान की आलोचना करते हुए कहा था कि हमने कभी नहीं सुना कि 2012 में कहा जाए कि तुम 2015 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा नहीं होंगे। गंभीर ने धोनी पर तीखा वार करते हुए यहां तक कहा था कि मैं हमेशा यही सोचता हूं कि अगर आप अपनी टीम के लिए रन बनाते हैं तो आपकी उम्र एक नबंर बनकर रह जाती है।
सुनील गावस्कर ने धोनी के मेंटर बनाए जाने पर कही ये बात
हालांकि वहीं भारत के पूर्व खिलाड़ी और कप्तान सुनील गावस्कर ने भी धोनी को टीम इंडिया के मेंटर बनाए जाने पर कहा कि उनके मेंटर बनने से यकीनन भारत के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा। टीम इंडिया ने उनकी ही कप्तानी में 20 विश्व कप, 2011 का विश्वकप चैंपियन ट्राफी जीती है। धोनी के जैसा अनुभव और फैसले सही वक्त पर फैसले लेने की क्षमता का कोई मुकाबला नहीं है।
इसके बाद पूर्व कप्तान गावस्कर ने यह भी कहा कि यदि रवि शास्त्री और धोनी के बीच टीम चयन या रणनीति को लेकर मतभेद होता है तो इसका असर टीम पर बेहद बुरा होगा जो कि सिर्फ टीम इंडिया को चुकाना होगा। हालांकि गावस्कर ने आगे कहा कि धोनी और शास्त्री एक तरह की सोच रखते हैं तो निश्चित ही भारतीय टीम को इसका फायदा होगा।
भारतीय कोच के रूप में रवि शास्त्री का इतिहास बेहद खराब
गौरतलब है कि रवि शास्त्री का आईसीसी टूर्नांमेंट में टीम इंडिया का कोच रहते हुए इतिहास इतना बेहतर नहीं रहा है। जिससे कि रवि शास्त्री की प्रशंसा की जाए। रवि शास्त्री की कोचिंग में भारत ने साल 2019 का वर्ल्ड कप, आईसीसी चैपिंयन ट्राफी, फिर आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप भारतीय टीम ने खेली।
लेकिन सभी में भारत ने शुरूआती मैचों जीतकर सेमीफाइल में जगह बनाई। साल 2019 वर्ल्ड कप में सेमीफाइल में भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड से हुआ तो भारत को हार का सामना करना पड़ा। वहीं चैंपियन ट्राफी में भारत की मुख्य प्रतिद्वंद्वी टीम पाकिस्तान टीम के हाथों हार का सामना करना पड़ा।
जिसके बाद फिर हाल ही में हुई आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में भारत की जीत का आस लगाए टीम इंडिया के फैंस को निराश हाथ लगी थी। भारत को आखिरी दिन न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद मीडिया में खबरें उठने लगी थी कि कोच रवि शास्त्री की कोचिंग में टीम इंडिया एक भी आईसीसी की ट्राफी क्यों नहीं जीत पा रही है। हालांकि अभी भी ये सवाल उसी तरह बरकरार है कि क्या भारत की टीम इस बार रवि शास्त्री की कोचिंग में टी20 विश्व कप जीत पाएगी।