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RIO: पहले दिन भारत निराश, हॉकी में जीते, दत्तू से उम्मीदें जिंदा

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Published on: 7 Aug 2016 4:19 AM IST
RIO: पहले दिन भारत निराश, हॉकी में जीते, दत्तू से उम्मीदें जिंदा
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नई दिल्ली: रियो ओलंपिक के पहले दिन भारत को निराश करने वाली खबरें रहीं। सातवीं बार ओलंपिक में हिस्सा ले रहे लिएंडर पेस और उनके जोड़ीदार रोहन बोपन्ना हार गए। शूटिंग में जीतू राय, गुरप्रीत सिंह, अपूर्वी चंदेला और अयनिका पॉल हारे। तीरंदाजी में दीपिका कुमारी ने निराश किया। टेबल टेनिस में सौम्यजीत घोष, मनिका बत्रा, मौमा दास, शरत कमल भी अपने मैच गंवा बैठे। वहीं, वेटलिफ्टर मीराबाई चानू भी हार गईं। जबकि सानिया मिर्जा और प्रार्थना थोम्ब्रे ने टेनिस डबल्स का मैच गंवा दिया। पहले दिन सिर्फ पुरुष हॉकी टीम और रोइंग में भारत अपनी उम्मीदें जिंदा रख सका।

सानिया-प्रार्थना का संघर्ष नाकाम

रियो ओलंपिक में महिला डबल्स के मैच में चीन की खिलाड़ी शुई पेंग और शुई झांग के खिलाफ सानिया मिर्जा और प्रार्थना थोम्ब्रे की जोड़ी को हर एक सेट में मेहनत करनी पड़ी। दोनों ने पहला सेट 6-7 से गंवा दिया, लेकिन इससे दोनों के उत्साह में कमी नजर नहीं आई। सानिया और प्रार्थना को दूसरे सेट में भी चीन की जोड़ी का जबरदस्त सामना करना पड़ा। बावजूद इसके भारतीय जोड़ी ने 7-5 से तीसरा सेट जीत लिया। तीसरे सेट में भी दोनों देशों के बीच कड़ी टक्कर रही। इसे चीन की जोड़ी से सानिया और प्रार्थना 5-7 से गंवा बैठीं।

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चानू ने उम्मीद तोड़ी

रियो ओलंपिक में पहले दिन के सबसे आखिरी ईवेंट में सबकी नजरें वेटलिफ्टिंग पर थी। इस ईवेंट के 48 किलो कैटेगरी में भारत की साइखोम मीराबाई चानू हिस्सा ले रही थीं, लेकिन वह भी स्नैच और क्लीन एंड जर्क मुकाबले में नाकाम रहकर ओलंपिक से बाहर हो गईं। चानू से ओलंपिक पदक की आस इसलिए ज्यादा थी क्योंकि 192 किलोग्राम वजन के साथ उन्होंने नेशनल रिकॉर्ड बनाया था और उनकी ये उपलब्धि दुनिया में चौथी थी।

इन्होंने भी किया निराश

10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में स्थान बनाकर जीतू राय ने पदक की उम्मीदें जगाई थीं, लेकिन वह अंतिम और 8वें स्थान पर रहे। 10 मीटर एयर पिस्टल में जीतू के साथ ही गुरप्रीत सिंह से भी कमाल की उम्मीद थी, लेकिन वह भी फेल हो गए। गुरप्रीत ने म्यूनिख में आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में चौथा स्थान हासिल करके रियो ओलंपिक के लिए शूटिंग में देश के लिए पांचवां कोटा हासिल किया था। उन्होंने 19वें कॉमनवेल्थ खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए दो स्वर्ण और एक रजत पदक जीता था। पेस और बोपन्ना भी लॉन टेनिस डबल्स का अपना मैच गंवा बैठे। उन्हें पोलैंड के लुकास कुबोट और मारसिन माटकोव्सकी की जोड़ी ने मात दी। वहीं, तीरंदाज दीपिका कुमारी और टीम भी हार गई। दीपिका 720 में से 640 अंक ही जुटा पाईं। अनुभवी बोम्बायला देवी लेशराम 638 अंक और लक्ष्मीरानी माझी 614 अंक ही बटोर सकीं।

रोइंग और हॉकी में उम्मीद कायम

रोइंग में सेना के दत्तू बब्बन भोकानल क्वॉर्टर फाइनल तक पहुंच गए। दत्तू पहली हीट में 2000 मीटर रेस में सात मिनट 21.67 सेकेंड के समय से क्यूबा के एंजेल फौरनियर रोड्रिगेज (सात मिनट 6.89 सेकेंड) और मेक्सिको के जुआन कालरेस काबरेरा (सात मिनट 8.27 सेकेंड) के बाद तीसरे स्थान पर रहे। उधर, ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 12 साल बाद जीत दर्ज की। उसने आयरलैंड को 3-2 से हराया। इसमें रुपिंदर पाल सिंह के दो और वीआर रघुनाथ के एक गोल का योगदान रहा। 8 बार की ओलंपिक चैंपियन भारतीय टीम ने आखिरी बार सिडनी ओलिंपिक 2004 में जीत दर्ज की थी। बीजिंग ओलंपिक 2008 के लिए उसने क्वालिफाई नहीं किया था। लंदन ओलंपिक में टीम एक भी मैच नहीं जीत सकी थी।



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