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Cricket Facts: 1 मैच में 11 गेंदबाज, 1 ओवर में 77 रन, 111 स्कोर को लेकर अंधविश्वास, जानें क्रिकेट से जुड़े कुछ मजेदार किस्से

Top Cricket Facts: क्रिकेट से जुड़े आए दिन कुछ मजेदार किस्से सामने आते रहते हैं। भारत सहित दुनियाभर में क्रिकेट को काफी पसंद किया जाता है।

Anupma Raj
Published on: 4 March 2025 7:30 AM IST (Updated on: 4 March 2025 7:38 AM IST)
Cricket Facts: 1 मैच में 11 गेंदबाज, 1 ओवर में 77 रन, 111 स्कोर को लेकर अंधविश्वास, जानें क्रिकेट से जुड़े कुछ मजेदार किस्से
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Cricket Facts (Credit: Social Media)

Top Cricket Facts: क्रिकेट से जुड़े आए दिन कुछ मजेदार किस्से सामने आते रहते हैं। भारत सहित दुनियाभर में क्रिकेट को काफी पसंद किया जाता है लेकिन जो क्रेज भारत में क्रिकेट को लेकर है वो शायद ही किसी देश में होगा। भारतीय फैंस के लिए क्रिकेट एक गेम नहीं इमोशन है। क्रिकेट की दुनिया में भी कई मजेदार किस्से होते रहते हैं जिसको बरसों याद किया जाता है। कई बार खिलाड़ियों के बीच हुई लड़ाई झगड़ा तो कभी मस्ती मस्ती में खिलाड़ियों द्वारा की गई हरकतें भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल होता है। इतना ही नहीं कभी कभी तो अजीबोगरीब रिकॉर्ड्स भी चर्चा का विषय बन जाता है। तो ऐसे में आइए जानते हैं क्रिकेट से जुड़ी कुछ मजेदार किस्से के बारे में विस्तार से:


ये हैं क्रिकेट से जुड़े कुछ मजेदार किस्से:

साल 2002 में भारत और वेस्ट इंडीज के बीच टेस्ट मैच खेला गया था। इस टेस्ट मैच में टीम इंडिया के सभी 11 खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की थी। यहां तक कि भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर अजय रात्रा ने भी गेंदबाजी की थी। जो काफी मजेदार रहा था क्योंकि ऐसा क्रिकेट की दुनिया में देखने को नहीं मिला था।

साल 1985 में मुंबई और बड़ौदा के बीच रणजी ट्रॉफ़ी मैच खेला गया था। इस मैच में बाएं हाथ के स्पिनर तिलक राज के खिलाफ रवि शास्त्री ने एक ही ओवर में लगातार 6 छक्के मारे थे। जो काफी पॉपुलर रहा था।

न्यूज़ीलैंड टीम के एक घरेलू मैच में एक ही ओवर में 77 रन बने थे। जो अब तक किसी भी टीम के नाम नहीं है। दरअसल ये ऐसा था कि बैट्समैन को ज्यादा से ज्यादा रन बनाने का मौका दिया जाए, ताकि वह अपने आखिरी दो विकेट गंवा सके और गेंदबाज ने भी ऐसा ही किया और 77 रन खर्च कर दिए। ये मैच ड्रॉ रहा था।

समय के साथ साथ क्रिकेट में भी काफी कुछ बदल गया है। क्रिकेट से जुड़े कई नियम बदले हैं। जानकारी के लिए बता दें कि, क्रिकेट की शुरुआत में गेंद ऊन या कपड़े से बनाई जाती थी।

साल 1975 तक क्रिकेट में सिर्फ दो ही स्टंप होते थे। अब ये तीन हो गए हैं।

इंटरनेशनल ODI क्रिकेट में लगातार चार मैचों में 'मैन ऑफ द मैच' का अवॉर्ड सौरव गांगुली के नाम है। सौरभ के अलावा ये रिकॉर्ड किसी की खिलाड़ी के नाम नहीं है।

क्रिकेट की दुनिया में कुछ ऐसे में खिलाड़ी हैं जो कुछ अंधविश्वास को भी मानते हैं। दरअसल कुछ क्रिकेटर्स का मानना है कि 111 के स्कोर पर अक्सर विकेट गिरता है। इसलिए क्रिकेट की दुनिया में 111 को अच्छा स्कोर नहीं माना जाता है।

सर डॉन ब्रैडमैन ने अपने पूरे करियर में सिर्फ 6 ही छक्के लगाए थे। ब्रैडमैन अपने समय के फेमस क्रिकेटर थे।

क्रिस गेल के नाम कई रिकॉर्ड्स है। जिनमें एक रिकॉर्ड ये है कि, क्रिस गेल एक मात्र बल्लेबाज हैं, जिसने टेस्ट क्रिकेट की पहली गेंद पर छक्का लगाया है।

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के क्रिकेटर एलेक स्टीवर्ट का जन्म 8-4-63 को हुआ था। एलेक स्टीवर्ट टेस्ट क्रिकेट में 8463 रन बनाए थे। ये मात्र इत्तेफाक या एक संयोग है लेकिन मजेदार है।

11-11-11 को 11:11 बजे साउथ अफ्रीका टीम को जीतने के लिए 111 रन की जरूरत थी। ये संयोग भी क्रिकेट की दुनिया में काफी फेमस है।

क्रिस मॉर्टिन और बी. सी. चंद्रशेखर इन दोनों ही खिलाड़ियों ने अपने करियर में टेस्ट रन से ज्यादा विकेट लिए हैं। मार्टिन ने 71 मैचों में 123 रन बनाए हैं और 238 विकेट चटकाएं हैं जबकि बीसी चंद्रशेखर ने 58 मैचों में 167 रन बनाए हैं और 242 विकेट चटकाए हैं।

बता दें कि, कई बल्लेबाजों ने सभी दस पोजिशन पर बल्लेबाजी की है। इस लिस्ट में लांस क्लूजनर, अब्दुर रज्जाक, शोएब मलिक और हसन तिलकरत्ने का नाम शामिल हैं, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में सभी दस पोजिशन पर बल्लेबाजी की है।


मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के साथ कई मजेदार किस्से हुए हैं। जिनमें से एक 1992 में हुआ था। दरअसल साल 1992 में सचिन तेंदुलकर टीवी रिप्ले के जरिए थर्ड अंपायर के हाथों आउट करार दिए जाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। बता दें कि, वे फील्डर साउथ अफ्रीका के जोंटी रोड्स थे। अगले दिन ही उसी टेस्ट मैच में जोंटी रोड्स ठीक उसी तरह सचिन के हाथों रन आउट करार दिए गए जैसे सचिन तेंदुलकर आउट हुए थे।

शोएब अख्तर का किस्सा भारतीय टीम से काफी जुड़ता था। शोएब अख्तर ने एक बार बताया था कि, कैसे एक अवॉर्ड फंक्शन के बाद शोएब ने सचिन तेंदुलकर को उठाने की कोशिश की थी, लेकिन सही से संतुलन नहीं बना पाया और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर जमीन पर गिर गए थे।

क्रिकेट की दुनिया में “द वाल” के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने काफी शानदार पारी खेली है। लेकिन ये जानकार आश्चर्य होगा कि, टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक बार “बोल्ड” होने वाले खिलाड़ी भी राहुल द्रविड़ ही हैंl 1996 से 2012 तक राहुल द्रविड़ 164 मैचों की 286 पारियों में 54 बार बोल्ड हुए थेl

क्रिकेट के इतिहास में टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सर्वाधिक छक्के लगाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बल्लेबाज वसीम अकरम के नाम हैl वसीम अकरम ने साल 1996 में जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच में 363 गेंदों में नाबाद 257 रन बनाए थे जिसमें 22 चौके और 12 छक्के शामिल भी थे।

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को ODI मैचों में अपना पहला शतक लगाने के लिए 79 मैचों तक इंतजार करना पड़ा था लेकिन इस दौरान सचिन तेंदुलकर के नाम सात टेस्ट शतक थे।

कराची में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच से सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। इसी मैच से पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वकार यूनुस ने भी अपने टेस्ट क्रिकेट जीवन की शुरुआत की थी।

सचिन तेंदुलकर एक महान बल्लेबाज के रूप में जाने गए। लेकिन क्या आपको पता है कि, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर पहले भारतीय तेज गेंदबाज़ बनना चाहते थे लेकिन ऐसा हो ना सका क्योंकि एमआरएफ़ पेस फ़ाउंडेशन के डेनिस लिली ने 1987 में उन्हें खारिज कर दिया था। लिली ने सचिन तेंदुलकर को अपनी बैटिंग पर ध्यान देने को कहा था। लिली ने सचिन तेंदुलकर के अलावा सौरव गांगुली को भी तेज गेंदबाज बनने से मना किया था।

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