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FIFA World Cup 2022: मोरक्को की जीत और इधर बेल्जियम-नीदरलैंड में भड़के दंगे, आइए जाने पूरा मामला

FIFA World Cup 2022: बंदरगाह शहर रॉटरडैम में हिंसा भड़क उठी। कातिब 500 फुटबॉल समर्थकों के एक समूह ने आतिशबाजी और कांच के साथ पुलिस पर पथराव किया।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 28 Nov 2022 10:20 AM IST
FIFA World Cup 2022
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FIFA World Cup 2022 (photo: social media )

FIFA World Cup 2022: फीफा विश्व कप में मोरक्को द्वारा विश्व नंबर 2 बेल्जियम को 2-0 से हराने के कुछ ही क्षणों के बाद, कई बेल्जियम और डच शहरों में दंगे भड़क उठे।

मोरक्को की जीत विश्व कप में एक बड़ी उलटफेर है और कई बेल्जियम और डच शहरों में मोरक्को के अप्रवासी मूल के प्रशंसकों द्वारा जश्न मनाए जाने से बवाल होने लगा। पुलिस को बेल्जियम की राजधानी और बंदरगाह शहर एंटवर्प के कुछ हिस्सों को बंद करना पड़ा है। मैच के तुरंत बाद ही हिंसा भड़क उठी और पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले छोड़े।ब्रसेल्स और एंटवर्प मं पुलिस ने लगभग एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। बेल्जियम में मोरक्को मूल के लगभग 500,000 लोग रहते हैं। पड़ोसी नीदरलैंड में पुलिस ने कहा कि बंदरगाह शहर रॉटरडैम में हिंसा भड़क उठी। कातिब 500 फुटबॉल समर्थकों के एक समूह ने आतिशबाजी और कांच के साथ पुलिस पर पथराव किया। राजधानी एम्स्टर्डम और हेग में दंगे की सूचना है।

मैच में क्या हुआ

कतर में कल रात खेले गए मैच में मोरक्को के कप्तान रोमेन सैस ने 73वें मिनट में अब्देलहामिद साबिरी की फ्री किक के बाद अपने कूल्हे से डिफ्लेक्शन के साथ अपनी टीम को बढ़त दिलाई। बेल्जियम के लिए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर कोर्टोइस इस शॉट को पकड़ नहीं पाए। मोरक्को के जकारिया अबोखलाल ने स्टॉपेज टाइम में फ्री किक पर निशाना साधा और बेल्जियम के डिफेंस को पछाड़ते हुये स्कोर 2-0 कर दिया। 22 साल का तेज-तर्रार फॉरवर्ड अपना पहला विश्व कप खेल रहा है। इस हार से बेल्जियम के सामने अब एलिमिनेशन का खतरा आ गया है। बेल्जियम के कई खिलाड़ियों के लिए ये आखिरी वर्ल्ड कप है क्योंकि उनकी उम्र अब हो चली है।

बेल्जियम को चोट इस बात से नहीं है कि वे मैच हार गए, बल्कि इससे कि वे कितनी बुरी तरह हारे। बेल्जियम अभी भी अंतिम 16 में जा सकता है। क्रोएशिया के खिलाफ एक खेल हो सकता है। शायद इससे भी आगे, डी ब्रुइन की चमत्कारिक प्रतिभा को दुनिया पर उतारा जा सकता है लेकिन बेल्जियम की सुनहरी पीढ़ी अब सोना नहीं है। शायद कांस्य भी नहीं। शायद यह कभी भी उतना सुनहरा नहीं था जितना कि होने का अनुमान लगाया गया था। अल थुमामा स्टेडियम में रविवार को गोल्डन बॉय मोरक्को के थे। अब नजर मोरक्को के गोल्डन बॉयज पर है।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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