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Champions Trophy: पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी की सुरक्षा पर खुद पाकिस्तान के ही पूर्व दिग्गज ने उठाए सवाल
Champions Trophy: पाकिस्तान में होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए विदेशी टीमों की सुरक्षा होगी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सामने सबसे बड़ी चुनौती|
Champions Trophy: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी एक बार फिर से वापसी करने जा रही है। साल 2017 के बाद से ही चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो सका था। जिसके बाद करीब 7 साल बाद ये टूर्नामेंट लौट रहा है। इस बार चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन पाकिस्तान की मेजबानी में होना है। पाकिस्तान में होने वाले इस महाकुंभ में 8 टीमें शिरकत करने जा रही है। इस टूर्नामेंट का आगाज अगले साल 19 फरवरी से होगा जिसका खिताबी मुकाबला 9 मार्च को खेला जाएगा।
पाकिस्तान में विदेशी टीमों की सुरक्षा होगी सबसे बड़ी चुनौती
पाकिस्तान में होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए सबसे बड़ी और अहम बात वहां पर सुरक्षा की होगी। पाकिस्तान में खेलने वाली बाकी 7 टीमों की सुरक्षा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी। इस चुनौती को पार करना ही पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की पहली प्राथमिकता होने जा रही है। पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति कैसी है, ये तो पूरा विश्व जानता है, तो भला एक पाकिस्तानी इससे कैसे अनजान हो सकता है।
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर ने पाकिस्तान में सुरक्षा पर जाहिर की चिंता
पाकिस्तान की सुरक्षा की क्या स्थिति है, इसकी पोल तो एक पाकिस्तानी ने ही खोल दी।पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर ने वहां की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की है। पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज बासित अली ने एक बहुत ही बड़ी बात कही है। इस खिलाड़ी ने दो-टूक अंदाज में ये कह दिया कि पाकिस्तान की सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत होगी।
बासित अली ने कहा, सुरक्षा पर सरकार को देना होगा ध्यान
पाकिस्तान में होने वाली इस चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर बासित अली ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा कि, "चूंकि चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में है और बांग्लादेश के बाद इंग्लैंड और वेस्टइंडीज़ जैसी टीमों को दौरा करना है, तो हमें सुरक्षा पर ध्यान देना होगा। भगवान न करे, अगर इन दौरों के बीच कुछ भी घटना हुई तो चैंपियंस ट्रॉफी यहां नहीं खेली जाएगी। हमारे जवान पेशावर और बलूचिस्तान में शहीद हो रहे हैं। सिर्फ सरकार इसका जवाब दे सकती है कि यह क्यों हो रहा है, लेकिन यह गलत है।"
बासित अली की मांग- विदेशी टीमों को मिले प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री जैसी सुरक्षा
बासित अली तो यहीं नहीं रूके और उन्होंने पाकिस्तान सरकार से अपील की है कि वो विदेशी टीमों के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री या बड़े मंत्री की तरह सुरक्षा प्रदान करें। बासित अली ने कहा कि, "हमें इस बात का ख्याल रखना होगा कि सुरक्षा में जरा भी चूक नहीं हो। विदेशी टीमों को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जैसी सुरक्षा मिलनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि मोहसिन नकवी इन चीजों के बारे में जागरूक होंगे।"