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Mike Procter Died: नहीं रहें साउथ अफ्रीका के महान ऑलराउंडरों में से एक माइक प्रॉक्टर , देर रात ली आखिरी सांसें
Mike Procter Died: रंगभेद के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के बाद अपने देश को प्रशिक्षित करने वाले पहले व्यक्ति, दक्षिण अफ्रीका के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी माइक प्रॉक्टर का 77 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।
Mike Procter Died: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ी माइक प्रॉक्टर शनिवार को अपनी आखिरी सांसें ली। प्रॉक्टर का सर्जरी के दौरान कॉम्प्लिकेशन होने के बाद शनिवार को देर रात 77 वर्ष की आयु में निधन हो गया। प्रॉक्टर की पत्नी और दो बच्चे हैं। माइक प्रॉक्टर दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के दिग्गज रहने के साथ पूर्व राष्ट्रीय कोच भी थे। माइक प्रॉक्टर के न रहने की सूचना उनकी पत्नी ने एएफपी मीडिया एजेंसी को दिया।
मैरीना प्रॉक्टर ने मीडिया एजेंसी एएफपी से बात करते हुए कहा, सर्जरी के दौरान उन्हें जटिलता का सामना करना पड़ा। वे उस दौरान बेहोश हो गए और फिर कभी नहीं उठ पाए। प्रॉक्टर एक उत्कृष्ट ऑलराउंडर खिलाड़ी थे, जो दक्षिण अफ्रीका के पहले कोच बने और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के मैच रेफरी के रूप में भी कार्य किया।
हार गए जिंदगी की लड़ाई
सोमवार 12 फरवरी को उनके परिवार ने खुलासा किया कि नियमित सर्जरी के बाद अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में ठीक होने के दौरान उन्हें "कार्डियन अरेस्ट" का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद से उनकी सर्जरी में कॉम्प्लिकेशन बनी हुई थी। वे जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे थे।प्रॉक्टर का इलाज उनके गृहनगर, तटीय शहर डरबन के पास एक अस्पताल में किया जा रहा था। दक्षिण अफ़्रीका के साथ प्रॉक्टर का अंतर्राष्ट्रीय खेल करियर 1970 तक ही था। उनके देश को रंगभेदी सरकार के कारण विश्व क्रिकेट से बाहर कर दिया गया।
7 टेस्ट मैच के बाद काउंटी क्रिकेट में बनाया इतिहास
प्रॉक्टर को अपनी पीढ़ी के सबसे सक्षम खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। एक पावरफुल हिटर, भयंकर गेंदबाज और एक चतुर स्पिनर - लेकिन दक्षिण अफ्रीका के राजनीतिक माहौल के कारण वह केवल 7 टेस्ट मैचों तक ही खेल पाए। इसके बाद उन्हें इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने का मौका मिला। जहां ग्लॉस्टरशायर के लिए उनके कारनामों के कारण क्लब ने उनके सम्मान में प्यार से 'प्रॉक्टरशायर' उपनाम दिया गया। उन्होंने क्लब के लिए 482 मैच खेले, 20,000 से अधिक रन बनाए और 1,000 से अधिक विकेट लिए, जबकि जिलेट कप और बेन्सन एंड हेजेस कप भी जीते। सीट यूनिक स्टेडियम में ग्लॉस्टरशायर का झंडा सम्मान के प्रतीक के रूप में आधा झुका दिया गया है। अब वर्ष 2024 सीज़न की शुरुआत तक ऐसा ही रहेगा।
विकेट लेने के साथ शतक बनाने में भी अव्वल
प्रतिबंध से पहले, दक्षिण अफ्रीका ने जो 7 टेस्ट मैच खेले उनमें से 6 में जीत हासिल की। सभी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही रहे थे। प्रॉक्टर मुख्य रूप से एक उग्र तेज गेंदबाज के रूप में प्रसिद्ध थे। उन्होंने अपने सात टेस्ट मैचों में 15.02 रन की औसत से 41 विकेट लिए थे। लेकिन वह एक तेजतर्रार बल्लेबाज भी थे और लगातार पारियों में 6 प्रथम श्रेणी शतक लगाकर विश्व बल्लेबाजी रिकॉर्ड की बराबरी की।