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Glenn Maxwell Century: वानखेड़े में चमका ऑस्ट्रेलिया का सितारा, तोड़ा भारतीय दिग्गजों का 40 साल पुराना रिकॉर्ड
Glenn Maxwell Century: भारत में चल रहे विश्व कप के 39वें मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान को हरा दिया। जबकि पांच बार के चैंपियन ने तीन विकेट शेष रहते हुए 292 रनों का पीछा किया, मैक्सवेल की तबाही इसके पीछे का कारण थी क्योंकि उन्होंने वानखेड़े स्टेडियम में अपनी नाबाद 201 रन की पारी के साथ रिकॉर्ड लूट लिए।
Glenn Maxwell Century: मुंबई का वानखेड़े क्रिकेट स्टेडियम (Wankhede Cricket Stadium) वर्ल्ड कप 2023 के ऐतिहासिक पारी का साक्षी बना है। स्टेडियम में बैठे हजारों दर्शकों ने मंगलवार 7 नवंबर को वनडे वर्ल्ड कप क्रिकेट में अब तक की सर्वश्रेष्ठ पारी (Best Inning) देखी है। ग्लेन मैक्सवेल ने अपनी टीम को 91 के स्कोर पर 7 विकेट गवाने के बाद उबारा है। मैक्सवेल ने अपने देश की टीम के लिए बेहतरीन पारी खेलकर जितने में मदद की। ग्लेन मैक्सवेल(Glenn Maxwell) के योगदान से ऑस्ट्रेलियाई टीम तीन ओवर शेष रहते ही 292 रनों के लक्ष्य को हासिल कर चुकी थी। दिग्गज खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया द्वारा रन-चेज़ में बनाए गए 293 रनों में से नाबाद 201* रन बनाकर इतिहास रच दिया।
मैक्सवेल की डबल सेंचुरी ने 40 साल पुराने रिकॉर्ड को छोड़ा पीछे
ग्लेन मैक्सवेल की नाबाद 201 रन की पारी खेलकर इतिहास रच दिया है। इतिहास रचने के साथ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी नेभारत के पहले विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव का लंबे समय से चल रहे विश्व कप रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। कपिल देव ने साल 1983 के विश्व कप के दौरान जिम्बाब्वे के खिलाफ नाबाद 175 रन की पारी खेली थी। जिससे भारत को 17 के स्कोर पर 5 विकेट और 78 रन पर 7 विकेट से उबरने में मदद मिली थी। जिसके बाद भारतीय टीम ने अंततः 60 ओवरों में 266 रन बना लिए थे। कपिल देव भी प्लेइंग 11 में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे और तब उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में सर्वोच्च स्थान हासिल किया था। कपिल देव के पास इस रिकार्ड का खिताब कल तक था, जिसे अब 40 सालों बाद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने अपने नाम कर लिया है।
छठें नंबर पर खेलकर बनाया विश्व रिकॉर्ड
आपको बता दें कि कपिल देव की तरह ग्लेन मैक्सवेल भी अपने देश की टीम के लिए छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए। तब बल्लेबाजी करने क्रीज पर आए जब उनकी टीम नौवें ओवर में 49 रन पर 4 विकेट का नुकसान उठाकर संघर्ष कर रही थी। मैक्सवेल अज़मतुल्लाह उमरज़ई की हैट्रिक गेंद से बाल-बाल बच गए थे। जबकि गेंद उनके बल्ले के किनारे से निकल गई थी। जिसे डीआरएस लेकर रिव्यू किया गया था। उन्होंने अपने साथियों को बिखरते हुए देखा। पांच बार की चैंपियन रही ऑस्ट्रेलिया टीम 91 स्कोर में 7 विकेट पर हारते और बाहर होते देखा जा रहा था। लेकिन मैक्सवेल अपने साथ किस्मत भी लेकर मैदान में आये थे। जिससे पूरा गेम ही बदल दिया था। पहले एक बार उन्हें 27 रन पर ही एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया गया फिर डीआरएस पर फैसला पलट दिया गया। जिसके बाद 33 रन पर मुजीब उर रहमान से भी उनका कैच छुट गया। उसके बाद अफगानिस्तान को काफी भारी कीमत चुकानी पड़ी। एशियाई टीम अफ़गानिस्तान सेमीफाइनल की ओर एक बड़ा कदम उठाने के लिए तैयार थी। इस गेम में बड़ी जीत मिलने के साथ यह उनके लिए हो भी सकता था।लेकिन फिर मैक्सवेल का पागलपन भरा दोहरा शतक अफगानी टीम के उम्मीदों को ले डूबा।
छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा स्कोर
ग्लेन मैक्सवेल 201*
कपिल देव 175*
एंड्रयू साइमंड्स 143*
महेंद्र सिंह धोनी 139*
जोस बटलर 129
मैक्सवेल द्वारा बनाए गए अन्य रिकॉर्ड
प्रथम ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जिसने दोहरा शतक लगाया।
रन चेज करते हुए व्यक्तिगत तौर पर बनाए गए सबसे बडे़ स्कोर।
वनडे मैच के इतिहास में रन चेज के दौरान दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड।
सबसे ज्यादा शतक अंडर 5 नंबर में लगाने का रिकॉर्ड।