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Glenn Maxwell Historic Innings: तड़पते, छटपटाते एक मैक्सवेल पड़े 11 अफगानों पर भारी, इतिहास में दर्ज हो गई ये पारी
Glenn Maxwell Historic Innings: ऑस्ट्रेलिया के 91 रन पर 7 विकेट गिरने करे बाद ग्लेन मैक्सवेल ने 201 रनों की नाबाद पारी खेलकर अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिलायी।
Glenn Maxwell Historic Innings: वो मैदान में तड़पता रहा... वो मैदान में गिरता-पड़ता रहा, कभी छटपटाहट दिखी तो कभी बेबसी...अपने टीवी सेट, मोबाइल या फिर सीधे स्टेडियम से ही जिन लोगों ने भी ये नजारा देखा। हर किसी को उस पर तरस आ रहा था, विरोधी टीम भी उसकी तड़प देखकर तकलीफ का अहसास कर रही थी। एक बार तो लगा मानों बीच मझधार में अपनी टीम की नैया छोड़कर मैदान छोड़ देगा ये खिलाड़ी... लेकिन नहीं... क्योंकि ये खिलाड़ी नहीं बल्कि एक योद्धा था। जो आखिरी सांस तक जंग का मैदान नहीं छोड़ते। तो इसने भी ठान ली, जब तक जीत नहीं तब तक लड़ते रहेंगे।
तड़पते-छटपटाते मैक्सवेल ने अफगानों के अरमानों को किया ध्वस्त
यहां पर हम किसकी बात कर रहे हैं, ये आपको बताने की कतई जरूरत नहीं है... क्योंकि यहां हम जिस ग्लेन मैक्सवेल की बात कर रहे हैं, आज उसका पूरा क्रिकेट जगत दीवाना हो चुका है। हर कोई इस खिलाड़ी को सलाम ठोक रहा है। जी हां हो भी क्यों ना...गिरते-पड़ते और तड़पते हुए अकेले दम पर एक जख्मी मैक्सवेल शेर की तरह लड़ा और 11 अफगानियों को परास्त कर डाला। एक ऐसा मैच जो सालों में कभी-कभार ही देखने को मिलता है।
एक अकेले जख्मी मैक्सवेल ने 11 अफगानिस्तानी खिलाड़ी को हराया
हम उन भाग्यशाली क्रिकेट प्रशंसक में से हैं, जिन्होंने इस मैच को देखा, जिन्होंने एक उस खिलाड़ी को देखा, जिसने ऑस्ट्रेलिया को हारी हुई बाजी अकेले दम पर जीता दी। आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 में एक से एक ऐतिहासिक पल देखने को मिल रहे हैं, लेकिन मंगलवार को मुंबई में जिस किसी ने भी मैक्सवेल की पारी देखी वो ताउम्र अपनी यादों में समेटे रखेगा। जहां ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल ने एक जख्मी शेर की तरह लड़ते हुए अकेले ही अफगानिस्तान के सपनों को चूर-चूर कर रख दिया।
मुंबई की गर्मी-उमस से हाल थे बेहाल, फिर भी खेल डाली 201 रनों की पारी
भारत में खेले जा रहे वर्ल्ड कप के 13वें एडिशन में मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच मैच खेला गया। इस मैच में अफगानिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया को 292 रनों की चुनौती दी। जिसके जवाब में 5 बार की वर्ल्ड चैंपियन टीम पूरी तरह से धराशायी हो गई और केवल 91 रन पर ही 7 विकेट खो दिए। यहां से द ग्लेन मैक्सवेल शो देखने को मिला। जिन्हें अपने कप्तान का साथ मिला। मैक्सवेल ने मुंबई में अपने मैजिक से अफगानों के अरमानों को छू-मंतर कर दिया। जिन्होंने 128 गेंद में 201 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को जीत की मंजिल तक पहुंचाकर दी दम लिया।
क्रैम्प्स से किया खूब परेशान, लेकिन नहीं डिगा मैक्सवेल का ध्यान
वैसे तो टारगेट का चेज़ करते हुए खूब पारियां देखने को मिली है, लेकिन ये पारी कुछ खास थी, क्योंकि यहां एक तो ऑस्ट्रेलिया ने 91 रन पर ही 7 विकेट गंवा दिए जिसके बाद जीत के लिए 200 रनों की जरूरत थी तो दूसरी तरफ मुंबई की जबरदस्त गर्मी और उमस से मैक्सवेल का हाल बेहाल हो गया। जब वो शतक पूरा कर चुके थे। उसके बाद तो मैक्सवेल का मानों मैदान में खड़े रहना ही मुश्किल हो गया। पैसों में जबरदस्त अकड़न होने लगी, क्रैम्प्स आने लगे। बल्ले के सहारे खड़े रहे। ऐसा लगने लगा था कि अब वो मैदान छोड़ देंगे। ऑस्ट्रेलिया खेमे ने दूसरे बल्लेबाज को भेजने की तैयारी भी कर ली। लेकिन एक पैर से या यूं कहे कि दोनों ही पैरों ने काम करना बंद कर दिया तब भी मैदान में डटे रहे, और 21 चौकों व 10 छक्कों से सजी 128 गेंद में 201 रनों की नाबाद पारी खेलकर इतिहास रच दिया। अपना नाम क्रिकेट इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करवा दिया। बिग शो के नाम से मशहूर मैक्सवेल ने 8वें विकेट के लिए कप्तान पैट कमिंस के साथ मिलकर 200 रनों की साझेदारी कर अपनी टीम को जीत दिलाकर ही लौटे। इस पारी को क्रिकेट जगत में हमेशा के लिए याद किया जाएगा।