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Happy Birthday: कैंसर से लड़ते-लड़ते टीम इंडिया को दिलाया था वर्ल्ड कप, बहुत ही उतार-चढ़ाव भरा रहा है युवराज सिंह का करियर

Happy Birthday: टीम इंडिया में सिक्सर किंग के नाम से मशहूर रहे युवराज सिंह ने 2007 और 2011 के वर्ल्ड कप खिताब को दिलाने में निभायी खास भूमिका

Kalpesh Kalal
Published on: 12 Dec 2023 6:07 AM GMT
Yuvraj Singh
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Yuvraj Singh

Happy Birthday: वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे बेहतरीन फिनिशर में से एक रहे भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज युवराज सिंह ने अपने जीवन के 42 बरस पूरे कर लिए हैं। मंगलवार को भारत का ये सिक्सर किंग अपना 42वां जन्मदिन मना रहा है। 12 दिसंबर 1981 को पंजाब की राजधानी चंड़ीगढ़ में जन्म लेने वाले युवराज सिंह ने भारत के लिए दो बड़े और यादगार खिताब दिलाने में खास भूमिका अदा की, जहां उन्होंने 2007 के टी20 वर्ल्ड कप जीत के सूत्रधार रहे, तो ऐसा ही कारनामा उन्होंने 2011 के वनडे वर्ल्ड कप में भी किया।

युवराज सिंह हुए 42 बरस के, 6 छक्के से लेकर कैंसर तक बहुत ही उतार-चढ़ाव वाला रहा है करियर

भारतीय क्रिकेट गलियारों में युवराज सिंह का बहुत बड़ा नाम रहा है। 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर लगाए गए 6 गेंद में 6 छक्कों से कैंसर से लड़ते हुए वर्ल्ड कप 2011 का ताज दिलाने तक युवी ने कईं ऐतिहासिक कारनामें किए हैं। उनका करियर काफी उतार-चढ़ान भरा रहा, जहां कभी वो कप्तान बनने की होड़ में रहे, तो कभी टीम से ही पत्ता साफ हो गया। मैदान में खून की उल्टियां करते-करते भारत की 2011 के वर्ल्ड कप जीत के सबसे बड़े नायक के रूप में उभरें। जिन्होंने करीब 17 साल तक टीम इंडिया को अपनी सेवाएं दी।

अंडर-19 वर्ल्ड कप से होते हुए की टीम इंडिया में एन्ट्री

भारतीय क्रिकेट टीम में साल 2000 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में एक बहुत ही युवा खिलाड़ी युवराज सिंह ने खास छाप छोड़ी थी, इसके बाद उन्हें टीम इंडिया का कॉल मिल गया और 2000 में ही मिनी वर्ल्ड कप यानी चैंपियंस ट्रॉफी में मौका मिल गया। 3 अक्टूबर 2000 को युवराज सिंह ने टीम इंडिया की जर्सी में पहला मैच खेला, लेकिन यहां केन्या के खिलाफ उनकी बल्लेबाजी की बारी नहीं आ सकी। इसके बाद उनके प्रतिभा की चमक पहली ही पारी में दिख गई जहां दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने बहुत ही शानदार पारी खेली। जहां युवी के बल्ले से 80 गेंद में 84 रन की मैच विनिंग पारी निकली। यहीं से युवराज सिंह की पहचान होना शुरू हो गया।

2007 में स्टुअर्ट ब्रॉड को जड़े थे 6 गेंद में 6 छक्के

इसके बाद तो युवराज सिंह ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और वर्ल्ड कप 2003 में भारत के लिए बहुत ही खास और प्रभावशाली चेहरा रहे। भारत के लिए धीरे-धीरे युवराज सिंह नंबर-4 और नंबर-5 पर एक ऐसा मजबूत स्तंभ बन गए, जिन्होंने टीम इंडिया को एक नया रूप दे दिया। साल 2007 का टी20 वर्ल्ड कप का वो नजारा याद ही होगा, जब एक अंग्रेज गेंदबाज की युवराज सिंह ने धज्जियां उड़ा दी। डरबन के मैदान में स्टुअर्ट ब्रॉड को युवराज सिंह ने एक ही ओवर में 6 छक्के जड़ने का कीर्तिमान किया। तो इसके बाद युवराज सिंह का कद वर्ल्ड क्रिकेट में बहुत बड़ा हो गया।

2011 वर्ल्ड कप में युवराज सिंह बने टीम की खिताबी जीत के सबसे बड़े नायक

भारत के इस दिग्गज बल्लेबाज के करियर में सबसे खास और यादगार पल साल 2011 का वर्ल्ड कप रहा। अपनी ही सरजमीं पर खेले गए इस वर्ल्ड कप में युवराज सिंह भारतीय टीम के सबसे बड़े नायक बनकर सामने आए। सिक्सर किंग ने इस वर्ल्ड कप में अपनी ऑलराउंड क्षमता से भारत को 28 साल के बाद वर्ल्ड कप का ताज दिलाया। युवराज सिंह ने इस इवेंट में 15 विकेट लेने के साथ ही 362 रन बनाए और वो प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे। इस प्रदर्शन ने युवराज सिंह के करियर में चार चांद लगा दिए।

कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ते-लड़ते दिलाया वर्ल्ड कप

यहां भले ही मैदान में युवराज सिंह ने किसी को अहसास नहीं होने दिया, लेकिन वो मैदान में एक जानलेवा बीमारी कैंसर से लड़ रहे थे, उन्हें यहां खून की उल्टियां करते हुए भी देखा गया था। लेकिन सबसे बड़े फाइटर कहे जाने वाले युवराज सिंह ने टीम को खिताब दिलाकर ही दम लिया। इसके बाद उन्होंने कैंसर का इलाज कराया। लेकिन 2014 के टी20 वर्ल्ड कप में उन्हें फिर से टीम इंडिया की हार का सबसे बड़ा विलेन माना गया, जहां फाइनल मैच में श्रीलंका के खिलाफ वो 21 गेंद में केवल 11 रन बना सके थे। इस प्रदर्शन के बाद उनकी जबरदस्त आलोचना हुई।

युवराज सिंह रहे एक जबरदस्त लिमिटेड ओवर्स के बल्लेबाज

युवराज सिंह इसके बाद भी भी टीम इंडिया के लिए वनडे और टी20 फॉर्मेट में खेलते रहे, लेकिन उनके प्रदर्शन में वक्त के साथ गिरावट होती रही। आखिर में इस जांबाज खिलाड़ी को 2017 के बाद टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखा दिया, लेकिन एक बहुत ही प्रभावशाली लिमिटेड ओवर्स के बल्लेबाज रहे। उन्होंने अपने 17 साल के करियर में 40 टेस्ट मैचों में करीब 33 की औसत से 1900 रन बनाए। तो वहीं 304 वनडे मैचों में युवराज सिंह ने 36.55 की औसत से 8701 रन बनाए जिसमें 14 शतकों के साथ 52 अर्धशतक जड़े। साथ ही 58 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 28 की औसत से 1177 रन बनाए। युवराज के नाम टेस्ट में 9, वनडे में 111 और टी20आई में 28 विकेट रहे।

Kalpesh Kalal

Kalpesh Kalal

क्रिकेट कंटेंट क्रिएटर

जुनून की हद तक क्रिकेट से लगाव।वीरेंद्र सहवाग प्रिय क्रिकेटर।बारह साल की उम्र से क्रिकेट पर लिखना पढ़ना शुरू। 2011 में खेल पत्रकारिता की पारी शुरू।बीते करीब 5 साल से क्रिकेट कंटेंट राइटर ।

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