Hardik Pandya Success Story: आसान नहीं रही हार्दिक की जिंदगी, ऐसे टीम इंडिया में बनाई जगह

Hardik Pandya Success Story:हार्दिक का सफर उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य बनाने तक का रहा। जहां उन्होंने अपनी प्रतिभा और प्रदर्शन से दुनिया भर में चर्चे का विषय बने रहें।

Yachana Jaiswal
Published on: 11 April 2024 6:50 AM GMT (Updated on: 11 April 2024 6:52 AM GMT)
Hardik Pandya Success Story: आसान नहीं रही हार्दिक की जिंदगी, ऐसे टीम इंडिया में बनाई जगह
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Hardik Pandya Success Story (Photo: Social Media)

Hardik Pandya Success Story: भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ियों में हार्दिक पांड्या का नाम टॉप पर है। हार्दिक भारतीय क्रिकेट टीम के उज्जवल भविष्य के लिए एक अहम भूमिका रखते है। टीम का दारोमदार आगामी समय में हार्दिक पर ही केंद्रित होते देखा जा रहा है। हार्दिक पांड्या साल 2022 के टी 20 वर्ल्ड कप से टीम का नेतृत्व इस फॉर्मेट में करते देखे गए है। हाल ही में वेस्ट इंडीज़ दौरे पर हार्दिक पांड्या को वनडे मैच में भी कप्तानी करने का मौका दिया गया। जिसमे उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने उम्दा प्रदर्शन दिया और 151 रन के बड़े अंतर से मैच जीत लिया।

हार्दिक पंड्या का जन्म 11 अक्टूबर, 1993 को गुजरात के बड़ोदरा जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम हिमांशु पंड्या है और वे भी क्रिकेट फैन रहे हैं। गुजरात के बड़ौदा में एक निम्न-मध्यम वर्गीय परिवार में पले-बढ़े पंड्या बंधुओं को वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिससे उनके लिए अपने क्रिकेट सपनों को पूरा करना मुश्किल हो गया। उनके पास बेस्ट क्रिकेट सुविधाएं या उपकरण तक पहुंच नहीं थी और उनके पास जो कुछ था उसी से काम चलाना पड़ता था।

पिता के साथ और निरंतर परिश्रम से टीम इंडिया में बनाई जगह

हार्दिक पंड्या का सफर फर्श से अर्श तक बेहद रोचक और प्रेरक रहा है। उनका क्रिकेट करियर उत्तर भारत के गुजरात राज्य के बड़ोदरा जिले के कठियावाड़ में शुरू हुआ था। जहां उन्होंने क्रिकेट की शुरुआती शिक्षा प्राप्त की। उनके पिता, हिमांशु पंड्या, भी एक क्रिकेट प्रेमी रहे और हार्दिक को बचपन से ही क्रिकेट में रुचि जगाने में मदद करते थे।

जबकि शुरुआत में उन्हें कई मुश्किलें भी झेलनी पड़ीं। वह अक्सर उन्हें अपने स्कूटर पर क्रिकेट के मैदान में ले जाते थे और घंटों तक उन्हें प्रैक्टिस करते देखते थे। यहां तक कि उन्होंने अपने बेटों की क्रिकेट ट्रेनिंग और उपकरणों के लिए अपना घर भी गिरवी रख दिया। फिर संघर्ष और लगन के साथ प्रयास ने उन्हें महसूस कराया कि उनमें खासियत है। वे अपने क्रिकेट करियर में आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने लंबे समय तक लगकर मेहनत की जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें टीम इंडिया की जर्सी मिल गई।

मुंबई इंडियंस टीम ने खोला करियर का रास्ता

हार्दिक पंड्या ने क्रिकेट की दुनिया में अपना करियर तब शुरू किया, जब वे बारिश में अपने पिता के साथ क्रिकेट खेल रहे थे। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें मुंबई इंडियंस के खिलाड़ी के रूप में टीम में प्रवेश दिलाया। जहां उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से सबके दिलों में जगह बनाई। वे एक बल्लेबाज और गेंदबाज के रूप में अपने क्रिकेट की प्रतिभा का प्रदर्शन करते आए हैं। जिसमें हार्दिक ने टीम को अपने सरप्राइजिंग खेल के कौशल से बांधकर रखा है। हार्दिक पंड्या क्रिकेट जगत में 2016 में भारतीय टीम के साथ वनडे और टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किए। उन्होंने अपने पहले टेस्ट मैच में 2017 में खेलकर धीरे-धीरे अपना जगह बना लिया। उनकी बैटिंग और गेंदबाजी की क्षमता के चलते वे टीम के साथ सभी फॉर्मेट में अहम भूमिका में काम आने लगे। हार्दिक ने वनडे में तेज बल्लेबाजी और धमाकेदार गेंदबाजी के साथ-साथ टेस्ट में भी कई महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय खेल खेले हैं।

दोनों भाई क्रिकेट के चमकते सितारे

हार्दिक पंड्या दोनों हाथों से क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी हैं। यानी कि वे दोनों हाथों से बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने की क्षमता रखते है, जो उन्हें एक एक ऑल राउंडर खिलाड़ी के साथ, एक एक्सपर्ट प्लेयर बनाता है। हार्दिक पंड्या के छोटे भाई, कुनाल पांड्या,भी क्रिकेटर हैं। कुनाल पंड्या भारतीय टीम के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट भी खेल चुके हैं और इन दोनों भाईयों की मिली जुली क्रिकेट प्रतिभा ने क्रिकेट जगत में उन्हें और प्रसिद्धि दिलाई है। हार्दिक पांड्या अपने हेयरस्टाइल को लेकर भी खूब चर्चे में रहते है।

वर्ल्ड रिकॉर्ड: हार्दिक पंड्या ने वनडे क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाकर एक विश्व रिकॉर्ड बनाया था। वे 2017 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए एक वनडे मैच में सिर्फ 86 गेंदों में शतक बनाकर रिकॉर्ड बना लिए थे। हार्दिक का सफर उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य बनाने तक का रहा। जहां उन्होंने अपनी प्रतिभा और प्रदर्शन से दुनिया भर में चर्चे का विषय बने रहें। उन्होंने अपने धाकड़ बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग के दम पर कई मैचों में भारतीय टीम को जीत दिलाने में मदद की। उनका सफर दिखाता है कि संघर्ष, समर्पण और निरंतरता से एक व्यक्ति अपने सपनों को पूरा कर सकता है।

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