वेंगसरकर के दिल की बात:विराट को टीम में मौका देने पर मिली थी ये सजा

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने अपने सीने में दफन वो राज खोला है जिसको सुन कर क्रिकेट प्रेमियों में हलचल मच गई है। बेंगी ने खुलासा किया है कि कोहली को टीम में शामिल करने का पक्षधर होने की कीमत उन्हें अपना पद गंवाक

Anoop Ojha
Published on: 8 March 2018 2:06 PM GMT
वेंगसरकर के दिल की बात:विराट को टीम में मौका देने पर मिली थी ये सजा
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वेंगसरकर के दिल की बात:विराट को टीम में मौका देने पर मिली थी ये सजा

नई दिल्ली:भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने अपने सीने में दफन वो राज खोला है जिसको सुन कर क्रिकेट प्रेमियों में हलचल मच गई है। बेगी ने खुलासा किया है कि कोहली को टीम में शामिल करने का पक्षधर होने की कीमत उन्हें अपना पद गंवाकर चुकानी पड़ी।उस समय वेगी मुख्य चयनकर्ता थे।2008 में वह विराट कोहली को एस बद्रीनाथ के स्थान पर टीम इंडिया में मौका देना चाहते थे।बीसीसीआई की राजनीति में हरदिल अजीज दिलीप वेंगसरकर को असहज कर दिया।कोषाध्यक्ष एन. श्रीनिवासन नाराज हो गए थे और कुछ दिन बाद ही दिलीप वेंगसरकर मुख्य चयनकर्ता के पद पर विदा कर दिये गए।

मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए दिलीप वेंगसरकर ने बताया कि उन्होंने विराट कोहली को उस साल श्रीलंका दौरे के लिए टीम में शामिल करने पर जोर डाला था। वेंगसरकर ने तार तार कर उस समय के हालात के बारे में बताते हुए कहा 2008 में कोहली की कप्तानी में ही भारत ने अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था और वेंगसरकर सचिन तेंडुलकर की गैरमौजूदगी की स्थिति में कोहली को टीम में शामिल करना चाहते थे। वेंगसरकर के मुताबिक श्री लंका के खिलाफ वनडे और टेस्ट सीरीज के लिए हुई चयन समिति की बैठक में वह कोहली को वनडे में मौका देना चाहते थे, लेकिन तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कोच गैरी कर्स्टन संतुष्ट नहीं थे।

विराट कोहली को टीम में लाने के बारें में बताते हुए वेंगसरकर ने कहा, 'मुझे लगा कि विराट कोहली को टीम में शामिल करने का यह सही मौका है। अन्य चार चयनकर्ता भी मेरे फैसले से सहमत थे लेकिन गैरी और धोनी ने कोहली को ज्यादा खेलते हुए नहीं देखा था इसलिए वह थोड़ा झिझक रहे थे। वेंगसरकर ने कहा, 'मुझे पता था कि वे एस. बद्रीनाथ को टीम में रखना चाहते थे, क्योंकि वह चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ी थे।'

देश के लिए 116 टेस्ट और 129 वनडे इंटरनैशनल मैच खेलने वाले दिलीप वेंगसरकर ने 2006 में किरण मोरे के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता की जिम्मेंदारी संभाला था। वह दो वर्ष से भी कम वक्त तक इस जिम्मेदारी पर रहे और उनके उनके बाद इस पद पर कृष्णमचारी श्रीकांत को मुख्य चयनकर्ता बनाया गया। भारतीय कप्तान विराट कोहली भी कई बार सार्वजनिक मंच पर पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर को उन्हें टीम में लाने का क्रेडिट दे चुके हैं।

Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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