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ICC Women's World Cup 2022: भारतीय टीम के प्रदर्शन पर टिकीं निगाहें, क्या पूरा होगा कप्तान मिताली और झूलन का सपना?
ICC Women's World Cup 2022: आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2022 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम पर इस बार सबकी निगाहें हैं, कप्तान मिताली राज (Captain Mithali Raj) अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी से लोगों को काफी उमीदें हैं।
New Delhi: आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2022 (ICC Women's World Cup 2022) में भारतीय टीम (Indian women's cricket team) अपने अभियान की शुरुआत 6 मार्च को करने वाली है। न्यूजीलैंड (New Zealand) में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में भारत को पहले मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान (Pakistan) से भिड़ना है। इस विश्व कप में भारतीय टीम के प्रदर्शन पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज (Captain Mithali Raj) अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी के लिए विश्वकप काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
भारतीय महिला टीम की इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों की उम्र 39 वर्ष हो गई है और ऐसे में माना जा रहा है कि इन दोनों का यह आखिरी विश्वकप साबित होगा। दोनों खिलाड़ियों ने भारतीय टीम की ओर से कई मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और माना जा रहा है कि इस विश्वकप में उनके अनुभवों से भारतीय टीम को काफी फायदा होगा। दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के इस विश्वकप (world Cup) के बाद संन्यास लेने की संभावना है। ऐसे में यह देखने वाली बात होगी की दोनों खिलाड़ियों का विश्व कप जीतने का सपना पूरा हो पाता है या नहीं।
2005 में फाइनल में मिली थी हार
भारत अभी तक एक बार भी वनडे महिला विश्व कप नहीं जीत सका है। दो बार भारतीय टीम विश्व कप जीतने के काफी करीब तक पहुंची मगर दोनों ही बार टीम के हाथ निराशा ही लगी। महिला क्रिकेट टीम 2005 और 2017 के विश्व कप में फाइनल तक पहुंचने में कामयाब रही थी मगर दोनों ही बार टीम को हार का सामना करना पड़ा।
दक्षिण अफ्रीका में 2005 में खेले गए विश्वकप में भारत का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया (Australia) की मजबूत टीम के साथ हुआ था। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए आस्ट्रेलिया की टीम ने चार विकेट पर 215 रन बनाए थे। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम 46 ओवर में 117 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी। इस तरह ऑस्ट्रेलिया की टीम ने लंबे अंतर से यह है मैच जीत लिया था।
2017 में इंग्लैंड ने तोड़ दिया था सपना
2017 में इंग्लैंड में खेले गए विश्व कप के दौरान फाइनल में भारत का मुकाबला मेजबान इंग्लैंड के साथ हुआ था। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम ने 7 विकेट पर 228 रन बनाने में कामयाबी हासिल की थी। इस मैच में भारतीय टीम जीत के काफी करीब पहुंचने के बावजूद अपना सपना नहीं पूरा कर सकी थी। भारतीय टीम 48.4 ओवर में 219 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी। भारतीय महिला खिलाड़ियों को इस मैच को हारने का काफी गम था क्योंकि वे मंजिल के करीब पहुंचने के बावजूद जीत नहीं हासिल कर सकी थीं।
मिताली और झूलन (Mithali and Jhulan) का शानदार प्रदर्शन
अब न्यूजीलैंड में खेले जा रहे मौजूदा विश्वकप में भी भारतीय महिला क्रिकेट टीम से काफी उम्मीदें हैं। भारतीय टीम की कप्तान मिताली राज और तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी का विश्व कप में दमदार प्रदर्शन रहा है। मिताली का विश्वकप में शानदार प्रदर्शन कर रिकॉर्ड रहा है और उन्होंने विश्वकप के 31 मैचों में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है। इस दौरान उन्होंने 54.23 के औसत से 11 से 39 रन बनाए हैं।
उन्होंने विश्व कप में 2 शतक और 9 अर्धशतक लगाने में भी कामयाबी हासिल की है। विश्व कप में उनका सर्वाधिक स्कोर 109 रन रहा है और विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पांच महिला बल्लेबाजों में वे पांचवें नंबर पर हैं। मिताली के साथ ही झूलन गोस्वामी भी विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करती रही हैं। उन्होंने 28 मैचों में 36 विकेट लेने में कामयाबी हासिल की है।
इस बार सपना पूरा करना चाहती हैं मिताली
मिताली और झूलन के साथ एक उल्लेखनीय तथ्य यह भी है कि दोनों खिलाड़ियों का यह छठा विश्वकप है। भारत की ओर से दोनों ने सबसे अधिक बार विश्वकप में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है। कप्तान मिताली राज (Captain Mithali Raj) का कहना है कि मैंने अपने लंबे कॅरियर के दौरान सबकुछ हासिल किया है मगर विश्वकप जीतने का मेरा सपना अभी तक अधूरा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं क्रिकेट की दुनिया में अपनी लंबी यात्रा का सुखद अंत करना चाहती हूं।
माना जा रहा है कि इस विश्वकप के बाद मिताली क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर सकती हैं। मिताली 2000 में न्यूजीलैंड में खेले गए विश्वकप में भी भारतीय टीम का हिस्सा थी। मिताली का कहना है कि उन्हें टीम के सभी खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन का पूरा भरोसा है। खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन से भारत को विश्व कप जीतने में मदद मिलेगी। अब यह देखने वाली बात होगी कि मिताली और झूलन का विश्व कप जीतने का सपना पूरा हो पाता है या नहीं।