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ICC World Cup 2023 Team India: अक्षर चोट के कारण टीम से बाहर, क्यों रखा गया अश्विन को, कैसा है उनका मौजूदा फॉर्म यहां पढ़े...
ICC World Cup 2023 Team India: यह सिर्फ अक्षर की चोट नहीं थी जिसने अश्विन की वापसी को कन्फर्म किया, बल्कि एक ऑफ स्पिनर की जरूरत के साथ अश्विन का मौजूदा फॉर्म भी टीम के लिए जरूरी थी।
ICC World Cup 2023 Team India: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने गुरुवार को खिलाड़ियों की अपनी फाइनल लिस्ट अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(International Cricket Council) को भेज दी है। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने वर्ल्ड कप टीम में अक्षर पटेल की जगह ली है। आपको बता दें कि एशिया कप के दौरान क्वाड्रिसेप्स चोट का सामना करने वाले अक्षर को गेंदबाजी फिर से शुरू करने में कुछ और हफ्ते लगेंगे। टीम मैनेजमेंट से बातचीत करने के बाद, सेलेक्टर ने अश्विन को टीम में शामिल करने का फैसला किया। जो विराट कोहली के साथ अपने देश में दूसरा वर्ल्ड कप और कुल मिलाकर तीसरा वर्ल्ड कप खेलने वाले है।
रविचंद्रन अश्विन पर बनी थीं टीम मैनेजमेंट की नज़र
अक्षर की चोट के कारण टीम से खिलाड़ी बदलना आसान हो गया है। लेकिन भारत ने अश्विन पर अपनी नजरें हमेशा से बनाई रखी थी। यहां तक कि जब चयनकर्ताओं ने एशिया कप और वर्ल्ड कप के लिए टीमों की घोषणा करने से पहले टीम मैनेजमेंट से मुलाकात की थी। जिसमें कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ शामिल थे, तब अश्विन के नाम पर विस्तार से चर्चा की गई थी। उसी समय से सेलेक्टर्स को लगा कि घरेलू कंडीशन में एक ऑफ स्पिनर की जरूरत होगी। इस बात पर कन्फर्मेशन ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए तैयार टीम देखकर भी हो गया था।
अश्विन के तौर पर टीम में बेहतरीन ऑलराउंडर की एंट्री
अश्विन को जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे मैचों के लिए शामिल किया गया था। तो यह स्पष्ट था कि भारत उन्हें वर्ल्ड कप टीम में भी लाना चाह रहा था। खासकर इसलिए क्योंकि उन्होंने जो तीन स्पिनर चुने थे वे बाएं हाथ के थे। वही अश्विन, राइट आर्म ऑफ स्पिन तेज गेंदबाज के साथ अच्छे ऑलराउंडर भी है। रोहित शर्मा ने राजकोट में कहा था कि, “अश्विन के पास क्लास है, उन्हें खेल खेलने और प्रेशर से निपटने का बेहतर अनुभव है। लेकिन यह भी सच है कि अश्विन ने लगभग एक साल से वनडे नहीं खेला है। लेकिन आप उस क्लास और उस खिलाड़ी के वर्षों के अनुभव से भी मुकर मुंह नहीं फेर सकते है। उनके पास गेंदबाजी करने का अलग- अलग प्रकार के टेक्निक हैं।''
6 साल में सिर्फ 7 वनडे मैच के बाद वर्ल्ड कप में वापसी
जुलाई की शुरुआत में भी, भारतीय टीम मैनेजमेंट अश्विन के संपर्क में था, जिन्होंने चेन्नई में तमिलनाडु प्रीमियर लीग और फर्स्ट डिवीजन मैचों में भाग लिया था। जब एशिया कप शुरू हुआ, तब तक अश्विन को बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रिपोर्ट करने के लिए एक एसओएस(SOS )भेजा गया था, जहां उन्होंने सफेद गेंद के लिए कुछ हफ्तों तक ट्रेनिंग लिया था। हालांकि अश्विन ने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल के बाद से केवल सात वनडे मैच खेले हैं। जब भारत ने सीमित ओवरों के फॉर्मेट में स्पिनरों के लगन का प्रदर्शन दिया था। उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारत के तरफ से पिछले दो सफेद गेंद वाले आईसीसी आयोजनों में भी भाग लिया था।
एक राइट आर्म ऑफ स्पिनर की जरूरत
अश्विन की बात करें तो इससे रोहित शर्मा को एक स्पिनर रखने का विकल्प मिलता है जो पहले पावरप्ले में गेंदबाजी कर पाएगा। जबकि रोहित शर्मा आम तौर पर शीर्ष पर बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ टर्निंग ट्रैक पर तेज गेंदबाजों के साथ शुरुआत करना पसंद करते हैं। अश्विन कुछ अलग अंदाज हैं और टीम के अन्य दो स्पिनरों के विपरीत, आक्रमण पर जाने और रक्षात्मक भूमिका निभाने के बीच आसानी से स्विच कर सकते हैं। एक स्पिनर को, जिसे हमेशा आक्रामक व्यक्ति के रूप में देखा जाता है। अश्विन दूसरे छोर से कुलदीप की तारीफ भी कर सकते हैं और जडेजा के साथ साझेदारी भी कर सकते हैं। जिनके साथ उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कई सफलता की कहानियां लिखी हैं।
रविचंद्रन अश्विन का मौजूदा फॉर्म
लंबे समय बाद वनडे मैच में वापसी अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच के साथ किया था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच में स्पिनर ने, 10 ओवर में 48 रन देकर 1 विकेट लिए थे। जिसमे इकोनॉमी रेट 4.70 था। रविचंद्रन अश्विन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे ओडीआई मैच में 41 रन देकर 3 विकेट 7 ओवर में चटका पाए थे। इस दौरान अश्विन का इकोनॉमी रेट 5.86 था। भारत ने दूसरा मैच 99 रनों से DLS मैथड से जीत लिया था।