×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Ind vs Aus T20: चौथे मैच में मंडराए संकट के बादल, मेजबान स्टेडियम की कटी बिजली, कब कैसे होगा मुकाबला!

Ind vs Aus T20: शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम पर 3.16 करोड़ रुपये का बिजली का बिल बकाया है। यह बिल साल 2009 का है।

Viren Singh
Published on: 1 Dec 2023 2:32 PM IST (Updated on: 1 Dec 2023 2:36 PM IST)
Ind vs Aus T20
X

Ind vs Aus T20 (सोशल मीडिया) 

Ind vs Aus T20: मेजबान भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे है 5 टी20 मैचों की सीरीज का चौथा मुकाबला शुक्रवार को डे नाइट खेला जाना है। यह चौथा मुकाबला छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम में खेला जाना है, लेकिन उससे पहले एक ऐसी खबर सामने आई है, जो किक्रेट प्रेमियों और एसोसिएशन से जुड़े हुए लोगों के लिए चिंता में डाल दिया है। दरअसल, रायपुर के क्रिकेट स्टेडियम का आधा हिस्सा बीते कई सालों के बिना बिजली के है। कई बीते कई सालों से स्टेडियम के हिस्से आधे में बिजली बिल बकाया होने की वजह से बिजली कटी हुई है। यह बिजली का बिल साल 2009 से बकाया है। अब सवाल उठता है कि जब स्टेडियम के आधे हिस्से में लाइट नहीं है, तो आज होने वाले चौथा टी-20 मुकाबला कैसे खेला जाएगा।

स्टेडियम पर 3.16 करोड़ का बिल बकाया

शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम पर 3.16 करोड़ रुपये का बिजली का बिल बकाया है। यह बिल साल 2009 का है। बिक बकाया होने की वजह से बिजली विभाग पांच साल पहले स्टेडियम की बिजली आपूर्ति बंद कर थी, जबकि एक अस्थायी विद्युत कनेक्शन लगा हुआ है, जिससे केवल दर्शक दीर्घा और बक्सों सर्विस दी जाती है। स्टेडियम में बिजली ना होने की वजह से स्टेडियम के अधिकारियों ने मैच के लिए फ्लडलाइट को बिजली देने के लिए जनरेटर का उपयोग करने की योजना बनाई है।

बिना बिजली के हुए कई बड़े आयोजन

इस मामले पर रायपुर ग्रामीण मंडल प्रभारी अशोक खंडेलवाल ने बताया कि क्रिकेट एसोसिएशन सचिव ने अस्थाई कनेक्शन की क्षमता बढ़ाने के लिए आवेदन दिया था। हालांकि 1,000 केवी में अपग्रेड करने की मंजूरी दे दी गई है, लेकिन कार्यान्वयन अभी लंबित है। स्टेडियम के लिए बिजली की यह समस्या नई नहीं है। 2018 में हाफ-मैराथन के प्रतिभागियों को बिजली आपूर्ति की कमी के कारण परेशानी हुई थी। साल 2009 से यह बिकाया बिल लगातार बढ़ता जा रहा है।

नोटिस के बाद भी बिल नहीं जमा

स्टेडियम का रखरखाव मूल रूप से लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को सौंपा गया था। खेल विभाग अन्य खर्चों के लिए जिम्मेदार था। हालांकि बकाया बिजली बिल को लेकर दोनों विभाग आरोप-प्रत्यारोप में उलझे हुए हैं और बिल लगातार बढ़ता जा रहा है। बिजली कंपनी ने बिकाया बिल पर पीडब्ल्यूडी और खेल विभाग को कई बार नोटिस भी भेजा, लेकिन उसके बाद भी भुगतान नहीं हुआ है।

ये आयोजित होते प्रमुख आयोजन

छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ (सीएससीएस) के मीडिया समन्वयक तरूणेश सिंह परिहार ने इन परिस्थितियों में अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी को लेकर चिंता व्यक्त की। प्रमुख आयोजनों के लिए स्टेडियम वैकल्पिक समाधान के रूप में जनरेटर पर निर्भर रहता है। सीएससीएस के नाम पर अस्थायी कनेक्शन लिया गया है।



\
Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

Next Story