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Shubman Gill: क्या शुभमन गिल ने भारत को दिलाई चौथे टेस्ट मैच में जीत ?
IND vs ENG Shubman Gill: ध्रुव जूरेल को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी दिया गया लेकिन दूसरी पारी में शुभमन गिल के 52 रनों के कारण ही भारत की यह जीत सुनिश्चित हो सकी
IND vs ENG Shubman Gill: भारतीय टीम ने रांची में पांच विकेट से इंग्लैंड की टीम को हरा दिया। चौथे टेस्ट मैच में मिली जीत के साथ ही भारत ने सीरीज पर भी कब्जा कर लिया। इस मैच में जीत के हीरो रहे ध्रुव जूरेल को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी दिया गया। लेकिन, दूसरी पारी में शुभमन गिल (Shubman Gill) के 52 रनों के कारण ही भारत की यह जीत सुनिश्चित हो सकी। जिसकी वजह से सोशल मीडिया पर इस खिलाड़ी को लेकर फैंस का व्यवहार बदल गया। अब उनकी तारीफ हो रही है।
शुभमन गिल ने किया यह बड़ा कारनामा!
आपको बताते चलें की सीरीज के पहले मैच में फ्लॉप साबित होने के बाद सोशल मीडिया पर शुभमन गिल को चारों तरफ ट्रोल किया गया। लेकिन इसके बाद उन्होंने विशाखापट्टनम टेस्ट में वापसी की और एक शानदार शतक जड़ा। इसके बाद गिल का बल्ला रुक नहीं और राजकोट टेस्ट में भी उन्होंने 91 रनों की एक अहम पारी खेली। फिर अगला नंबर रांची टेस्ट का था, जहां उन्होंने दिल जीत लिया। उन्होंने ध्रुव के साथ मिलकर नाबाद 71 रनों की साझेदारी की और टीम की जीत को तय किया।
मैच में उन्होंने 124 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 52 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से दो शानदार छक्के भी देखने को मिले। उन्होंने बड़ी सूझबूझ वाली बल्लेबाजी के साथ इस पारी में भारत को जीत की दहलीज पर लेकर गए। युवा क्रिकेटर अब इस सीरीज में 342 रनों के साथ दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बन चुके हैं। उन्होंने मैच के बाद कहा कि इंग्लैंड के गेंदबाजों ने हम पर दबाव डाला, लेकिन हमारे सलामी बल्लेबाजों ने हमें अच्छी शुरुआत दी, कुछ विकेट गंवाने से दबाव आ गया। लेकिन जूरेल ने बाहर आकर दबाव हटा दिया।
शुभमन गिल (Shubman Gill) ने आगे कहा, “मैंने जूरेल से कहा कि आपने पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी की और उसी मानसिकता के साथ, ऑफ स्पिनर को तोड़ने के लिए पैरों का इस्तेमाल करने की कोशिश करें। जिस तरह से वह उतरे और खेले वह खूबसूरत था। पहली पारी में गेंद ज्यादा टर्न नहीं कर रही थी और इसलिए मैंने अपने पैरों का इस्तेमाल नहीं किया, लेकिन दूसरी पारी में मैंने अपने कदमों का इस्तेमाल करके एलबीडब्ल्यू को समीकरण से बाहर करने का फैसला किया। यह हमारे लिए बहुत मायने रखता है, यहां आना और ज्यादा बल्लेबाजी अनुभव नहीं होने के बावजूद सीरीज खेलना, पहले टेस्ट के बाद केएल को खोना... लेकिन रोहित भाई ने हमारा समर्थन किया और हमें बड़े शॉट्स लगाने और स्वतंत्रता के साथ खेलने का आत्मविश्वास दिया।”