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IND vs ZIM:वर्ल्ड चैंपियन बनने के एक हफ्ते बाद ही शर्मनाक हार,इन कारणों से टीम इंडिया को गंवाना पड़ा मैच

IND vs ZIM: टीम इंडिया के खिलाफ टी 20 इतिहास का सबसे छोटा स्कोर इस मैच में डिफेंड हुआ है।

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Newstrack Network
Published on: 7 July 2024 9:00 AM IST
IND vs ZIM:वर्ल्ड चैंपियन बनने के एक हफ्ते बाद ही शर्मनाक हार,इन कारणों से टीम इंडिया को गंवाना पड़ा मैच
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IND vs ZIM: टी 20 विश्व कप जीतने के एक हफ्ते बाद भारतीय टीम को पहले ही मैच में जिम्बाब्वे के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। हालांकि इस टीम में टी20 विश्व कप जीतने वाले टीम इंडिया का कोई भी खिलाड़ी शामिल नहीं था और दूसरे खिलाड़ियों को जिम्बाब्वे दौरे पर भेजा गया है। जिम्बाब्वे के खिलाफ भारतीय टीम को 13 रनों से हार का सामना करना पड़ा। भारत की ओर से कप्तान शुभमन गिल को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सका।

जिम्बाब्वे की ओर से भारत को सिर्फ 116 रनों का लक्ष्य दिया गया था मगर टीम इंडिया के बल्लेबाज इस छोटे लक्ष्य को हासिल करने में भी नाकाम साबित हुए। टीम इंडिया के खिलाफ टी 20 इतिहास का सबसे छोटा स्कोर इस मैच में डिफेंड हुआ है। टी 20 में इस साल भारत की यह पहली हार है। टीम इंडिया में तीन नए खिलाड़ियों को मौका दिया गया था मगर ये तीनों खिलाड़ी उम्मीद पर खरे नहीं उतरे। फ्लॉप बल्लेबाजी के कारण ही भारत को यह मैच गंवाना पड़ा।

जिम्बाब्वे ने दिया था 116 रनों का लक्ष्य

जिम्बाब्वे की टीम के लिए ओपनिंग करने उतरे इनोसेंट कीया पहली ही गेंद पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। उनका विकेट मुकेश कुमार ने हासिल किया। उनके साथ मधेवेरे ने 21 रनों की पारी खेली। कप्तान सिकंदर रजा अच्छा खेल रहे थे मगर आवेश खान ने उन्हें 19 रनों के व्यक्तिगत स्कोर पर अपना शिकार बनाया। रजा के बाद 12वें ओवर की आखिरी गेंद पर जोनाथन कैंपबेल भी अपना विकेट दे बैठे। जिम्बाब्वे की ओर से मायर्स ने 23 रनों की पारी खेली।

जिम्बाब्वे के लिए सबसे अधिक रनों का योगदान विकेटकीपर क्लाइव मडांडे ने किया। मडांडे ने 25 गेंदों में 29 रन बनाए। जिम्बाब्वे की टीम ने कुल 115 रन बनाते हुए टीम इंडिया को 116 रनों का टारगेट दिया।

भारत की ओर से सबसे शानदार गेंदबाजी रवि बिश्नोई ने की जिन्होंने चार विकेट हासिल करते हुए जिम्बाब्वे को करारा झटका दिया। बिश्नोई के अलावा वॉशिंगटन सुंदर ने दो और मुकेश कुमार व आवेश खान ने एक-एक विकेट लिया।

भारत की फ्लॉप बल्लेबाजी

भारत की मजबूत बल्लेबाजी को देखते हुए जीत का लक्ष्य काफी आसान माना जा रहा था मगर फ्लॉप बल्लेबाजी ने भारत को शर्मसार कर दिया। टीम इंडिया का कोई भी बल्लेबाज जिम्बाब्वे की गेंदबाजी का मजबूती से मुकाबला नहीं कर सका। भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज धड़ाधड़ आउट होते रहे और भारत ने अपने शुरुआती पांच विकेट काफी जल्दी गंवा दिए।

ओपनिंग करने उतरे अभिषेक शर्मा अपना खाता भी नहीं खोल सके जबकि ऋतुराज गायकवाड़ भी इस मैच में कोई कमाल नहीं दिखा सके। वे सिर्फ सात रन बनाकर पेवेलियन लौट गए। रियान पराग के लिए भी पहला मैच अच्छा साबित नहीं हुआ और वे सिर्फ दो ही रन बना सके।

गिल के आउट होने के बाद टूट गई उम्मीद

तेज बल्लेबाजी के लिए जाने जाने वाले रिंकू सिंह का बल्ला भी इस मैच में नहीं चल सका और वे शून्य पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। इस मैच में टीम इंडिया की कप्तानी कर रहे शुभमन गिल अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। उन्होंने 29 गेंदों पर 39 रन की पारी खेली मगर उनके आउट होने के बाद टीम इंडिया की उम्मीद टूट गई।

आवेश खान ने तेजी से 12 गेंदों में 16 रन बनाए। इसके अलावा बिश्वोई ने 9 और वॉशिंगटन सुंदर 33 बॉल में 27 रन बनाकर पवेलियन लौटे गए। भारत की ओर से मुकेश कुमार भी शून्य पर आउट हुए।

जिम्बाब्वे की ओर से कप्तान सिकंदर रजा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए टीम इंडिया के तीन विकेट हासिल किए। उन्होंने टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल, रवि बिश्नोई और मुकेश कुमार का विकेट हासिल किया। इस मैच में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला।

टीम इंडिया की हार के कारण

इस मैच में अभिषेक शर्मा के अलावा रियान पराग और ध्रुव जुरेल ने भारत के लिए टी20 डेब्यू किया था, लेकिन ये तीनों बड़ी पारी खेलना तो दूर दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए। ऋतुराज गायकवाड और रिंकू सिंह भी कोई कमाल नहीं दिखा सके। कप्तान शुभमन गिल 31 रनों की पारी जरूर खेली मगर उन्हें दूसरे छोर पर किसी बल्लेबाज की मदद नहीं मिली।

एक समय मेजबान टीम का स्कोर 9 विकेट पर 90 रन हो गया था, लेकिन यहां से क्लाइव मडांडे ने 25 गेंद में 29 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम का स्कोर 115 तक पहुंचाया। यह कहना शायद गलत नहीं होगा कि मडांडे की यही 29 रनों की पारी अंत में जाकर भारत की बल्लेबाजी पर भारी पड़ी। अगर भारत जिम्बाब्वे को 100 रनों के भीतर रोकने में कामयाब होता तो निश्चित रूप से मानसिक स्तर पर भारत को मदद मिल सकती थी।

इसके साथ ही भारत के मुकाबले जिम्बाब्वे टीम की फील्डिंग भी काफी अच्छी थी। भारतीय क्षेत्ररक्षकों ने कई कैचा टपकाए और और कई मौकों पर अतिरिक्त रन भी दिए दूसरी ओर जिम्बाब्वे के क्षेत्ररक्षकों ने चुस्त फील्डिंग करके भारत को कम स्कोर पर रोकने में कामयाबी हासिल की।

Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh from Kanpur. I Started career with Jagran Prakashan and then joined Hindustan and Rajasthan Patrika Group. During my career in journalism, worked in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi.

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