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IND vs AUS T20 Semi final:आखिरी दो ओवर,दो रनआउट और दो छूटे कैच, ऐसे टूटा देश की बेटियों का फाइनल खेलने का सपना
IND vs AUS T20 Semi final: ऑस्ट्रेलियाई टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 172 रन बनाए थे जिसके जवाब में टीम इंडिया 8 विकेट पर 167 रन ही बना सकी। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पांच रनों से हराकर फाइनल में जगह बना ली है।
IND vs AUS Semifinal T20: आईसीसी T20 महिला वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पांच रनों से हराकर एक बार फिर फाइनल में जगह बना ली है। उतार-चढ़ाव भरे इस मैच में भारतीय टीम लक्ष्य के करीब पहुंच कर भी मंजिल को पाने में कामयाब नहीं हो सकी। टीम इंडिया की हार के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि हम दुर्भाग्यशाली रहे जो फाइनल में जगह नहीं बना सके। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 172 रन बनाए थे जिसके जवाब में टीम इंडिया 8 विकेट पर 167 रन ही बना सकी।
वैसे अगर पूरे मैच को देखा जाए तो टीम इंडिया की ओर से की गई कई गलतियों को इस हार का प्रमुख कारण माना जा रहा है। वैसे किस्मत ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस महत्वपूर्ण मैच में टीम इंडिया का साथ नहीं दिया। टीम इंडिया के लिए आखिरी दो ओवर काफी महंगे साबित हुए जिनमें ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने 30 रन जुटा लिए। इसके साथ ही हरमनप्रीत कौर समेत दो बल्लेबाजों का रन आउट होना और ऑस्ट्रेलिया की दो प्रमुख बल्लेबाजों का कैच छोड़ना भी टीम इंडिया के लिए महंगा पड़ा। इसके साथ ही टीम इंडिया का खराब क्षेत्ररक्षण भी हार का बड़ा कारण बना।
काफी महंगे साबित हुए आखिरी दो ओवर
टीम इंडिया की इस हार में आखिरी दो ओवर को बड़ा कारण माना जा रहा है। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 19वें ओवर के लिए शिखा पांडे को गेंद थमाई थी और उन्होंने इस ओवर के दौरान 12 रन लुटा दिए। पारी का आखिरी ओवर तो टीम इंडिया के लिए काफी महंगा साबित हुआ और इस ओवर के दौरान ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने 18 रन जुटाए।
टीम इंडिया की ओर से आखिरी ओवर रेणुका सिंह ने किया मगर वे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को बांधने में पूरी तरह विफल साबित हुईं। ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेग लेनिंग ने आखिरी ओवर की पहली गेंद पर छक्का, दूसरी गेंद पर चौका और आखिरी गेंद पर फिर छक्का जड़ दिया।
टीम इंडिया के लिए आखिरी ओवर काफी महंगा साबित हुआ और ऑस्ट्रेलिया की टीम 172 का बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब हो गई। 18 ओवर के खेल तक ऑस्ट्रेलिया की टीम 3 विकेट के नुकसान पर 142 रन ही बना सकी थी। टीम इंडिया की हार में आखिरी दो ओवर के खेल को बड़ा कारण माना जा रहा है।
दो कैच छूटना भी महंगा साबित हुआ
टीम इंडिया की ओर से छोड़े गए दो कैचों ने भी टीम इंडिया की हार की पटकथा लिखने में बड़ी भूमिका निभाई। टीम इंडिया की विकेटकीपर ऋचा घोष ने पारी के नौवें ओवर में ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेग लेनिंग का आसान सा कैच छोड़ दिया। लेनिंग उस समय सिर्फ एक रन बनाकर खेल रही थीं। बाद में उन्होंने 34 गेंदों पर 49 रनों की मैच जिताऊ पारी खेल डाली। इस दौरान लेनिंग ने 4 चौके और 2 छक्के जड़े। लेनिंग जब 7 रनों पर खेल रहे थीं तब उनकी स्टंपिंग का मौका भी ऋचा घोष ने गंवा दिया था।
पारी के 10वें ओवर में भी भारत ने एक बड़ा मौका गंवा दिया। राधा यादव की गेंद पर बेथ मूनी ने हवाई शॉट खेला मगर शेफाली वर्मा इस आसान कैच को नहीं ले सकीं। उस समय मूनी 32 रन बनाकर खेल रहे थीं। बाद में उन्होंने 54 रनों की पारी खेल डाली। मूनी ने 37 गेंदों पर 54 रन बनाए और इस दौरान उन्होंने 7 चौके और एक छक्का जड़ा।
दो रनआउट ने लिख दी हार की पटकथा
टीम इंडिया के लिए दो रन आउट भी काफी महंगा साबित हुआ। टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर का रनआउट होना सेमीफाइनल मुकाबले का टर्निंग प्वाइंट था। हरमनप्रीत कौर 15वें ओवर में 52 रन बनाकर आउट हुईं और यहीं से मैच पलट गया। ओवर की चौथी गेंद पर दूसरा रन लेने के प्रयास में हरमनप्रीत का बल्ला पिच पर अटक गया और ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर ने गिल्लियां बिखेर दीं। रिप्ले में हरमनप्रीत आउट रनआउट नजर आईं। रनआउट होने के बाद वे काफी निराश दिखीं।
हरमनप्रीत के रनआउट होने से पहले टीम इंडिया की एक और बल्लेबाज यस्तिका भाटिया भी रन आउट हुई थीं। भाटिया ने 7 गेंदों पर सिर्फ 4 रनों की पारी खेली। हरमनप्रीत के आउट होने के समय भारत को 32 गेंदों पर 40 रनों की जरूरत थी मगर भारतीय टीम 34 रन ही बना सकी और उसे 5 रनों से हार का सामना करना पड़ा।
खराब क्षेत्ररक्षण से बने अतिरिक्त रन
टीम इंडिया की हार में खराब क्षेत्ररक्षण को भी बड़ा कारण माना जा रहा है। ऑस्ट्रेलियाई टीम की बल्लेबाजों के दौरान टीम इंडिया की खिलाड़ियों ने काफी खराब क्षेत्ररक्षण किया जिसके कारण ऑस्ट्रेलियाई की टीम 12 अतिरिक्त रन बनाने में कामयाब रही। कैच छोड़ने के अलावा मैदानी फील्डिंग में भी टीम इंडिया अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी जिसकी आखिर में बड़ी कीमत चुकानी पड़ी।