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IND vs AUS 4th Test: मेलबर्न में भी भारतीय बल्लेबाजों को देनी होगी अग्निपरीक्षा, जानिए कैसा होगा पिच का मिजाज
IND vs AUS 4th Test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा टेस्ट मैच मेलबर्न में खेला जाने वाला है।
IND vs AUS 4th Test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा टेस्ट मैच मेलबर्न में खेला जाने वाला है। अभी तक खेले गए तीन टेस्ट मैचों के दौरान दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर रही हैं। भारत ने पहला टेस्ट मैच 295 रनों से जीता था जबकि दूसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को दस विकेट से जीत हासिल हुई थी। वर्षा से बाधित तीसरा टेस्ट मैच ड्रा रहा था। ऐसे में मेलबर्न में खेला जाने वाला चौथा टेस्ट मैच दोनों टीमों के लिए काफी अहम माना जा रहा है। इस बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच की शुरुआत 26 दिसंबर को होने वाली है।
भारतीय बल्लेबाजी अभी तक ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों के सामने निखर कर सामने नहीं आ सकी है। अब मेलबर्न की पिच पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। टेस्ट मैच की शुरुआत से पहले मेलबर्न के पिच क्यूरेटर ने खुलासा किया है कि यहां की पिच भी तेज गेंदबाजों को मदद पहुंचाने वाली साबित होगी। ऐसे में चौथे टेस्ट मैच के दौरान भी ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों के सामने भारतीय बल्लेबाजों को अग्निपरीक्षा देनी होगी।
स्पिनरों को नहीं मिलेगी पिच से मदद
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड के क्यूरेटर मैट पेज का कहना है कि मेलबर्न के पिच से स्पिनरों को ज्यादा मदद नहीं मिलने वाली है। उन्होंने कहा कि मेलबर्न की पिच का मिजाज भी वैसा ही रहेगा जैसा कि हाल के टेस्ट मैचों की पिच का रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले तक मेलबर्न की पिच सपाट हुआ करती थी और ऐसी स्थिति में इस मैदान पर खेले जाने वाले अधिकांश टेस्ट मैच ड्रा में समाप्त हुआ करते थे मगर 2017 की एशेज सीरीज के बाद स्थितियां बदल गईं।
मेलबर्न के पिच क्यूरेटर ने कहा कि यदि पिछले पांच वर्षों के दौरान यहां खेले गए टेस्ट मैचों को देखा जाए तो यहां की पिच पर स्पिनर्स की अपेक्षा तेज गेंदबाजों को ज्यादा कामयाबी हासिल हुई है। हाल के वर्षों में यहां की पिच तेज गेंदबाजों की मददगार रही है और अभी भी स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस बार के टेस्ट मैच के दौरान भी हमने पिच की स्थिति में कोई बदलाव नहीं किया है।
तेज गेंदबाज लेंगे बल्लेबाजों की परीक्षा
पिच क्यूरेटर ने कहा कि मेलबर्न की पिच को तैयार करने में हमने गेंदबाजों के साथ ही बल्लेबाजों का भी पूरा ध्यान रखा है। हमने इस बात का पूरा ख्याल रखा है कि गेंदबाजों को अच्छे मौके मिलें और यदि बल्लेबाज अच्छी बल्लेबाजी करता है तो उसे भी इस पिच पर कामयाबी मिले। मेलबर्न की पिच पर पहले की अपेक्षा थोड़ी ज्यादा घास छोड़ी गई है।
उन्होंने कहा कि इस कारण इस पिच पर रोमांचक मुकाबला होने की उम्मीद है और हम यही चाहते भी हैं। यह पिच नई गेंद से तेज गेंदबाजों की मदद करने वाली साबित होगी और ऐसे में बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। पिछले दो-तीन वर्षों के दौरान हमने इस पिच पर काफी काम किया है ताकि निरंतरता बनी रहे।
रोमांचक मुकाबला होने की उम्मीद
पेज ने कहा कि सात साल पहले मेलबर्न की पिच का मिजाज पूरी तरह अलग था और यह पूरी तरह सपाट पिच थी। ऐसी स्थिति में अधिकांश टेस्ट मैच ड्रा समाप्त हुआ करते थे मगर हमने स्थितियों में बदलाव लाने का फैसला किया। हम टेस्ट मैच को रोमांचक बनाना चाहते थे।
इस कारण अब हम मेलबर्न की पिचों पर ज्यादा घास छोड़ते हैं। इससे गेंदबाजों को खेल के दौरान अपना हुनर दिखाने का पूरा मौका मिलता है। इसके साथ ही गेंद के सॉफ्ट होने के बाद बल्लेबाजों को भी अपने शॉट खेलने में आसानी होती है। कुल मिलाकर मेलबर्न की पिच पर गेंदबाजों और बल्लेबाजों के बीच रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेगा।