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इस Indian Cricketer ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट से लिया संन्यास, भविष्य की योजनाओं को किया साझा
Indian Cricketer Retirement: अपने स्वास्थ्य और शरीर की अक्षमताओं पर ध्यान देते हुए, क्रिकेटर ने यह बड़ा कदम लिया है।
Indian Cricketer Retirement: भारतीय क्रिकेटर वरुण एरोन ने शुक्रवार, 16 फरवरी को रेड-बॉल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। 34 वर्षीय खिलाड़ी जो वर्तमान में झारखंड और राजस्थान के बीच रणजी ट्रॉफी मैच में भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका आखिरी मैच होगा। अपने स्वास्थ्य और शरीर की अक्षमताओं पर ध्यान देते हुए, क्रिकेटर ने यह बड़ा कदम लिया है।
इस कारण छोड़ा क्रिकेट
वरुण एरोन ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो को बताया, “मैं साल 2008 से लाल गेंद से क्रिकेट खेल रहा हूं। चूंकि मैंने तेज गेंदबाजी की, इसलिए मुझे कई चोटें लगीं। अब मैं समझ गया हूं कि मेरा शरीर मुझे लाल गेंद वाले क्रिकेट में तेज गेंदबाजी जारी रखने की अनुमति नहीं देगा, इसलिए मैंने क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया है। यह मेरे परिवार और जमशेदपुर के लोगों के सामने मेरा आखिरी गेम हो सकता है, क्योंकि हम अक्सर यहां (कीनन स्टेडियम) सफेद गेंद वाले खेल नहीं खेलते हैं। मैंने अपना करियर यहीं से शुरू किया था, इसलिए यह मेरे लिए काफी भावनात्मक है।''
सौ से ज्यादा विकेट लेकर बनाया रिकॉर्ड
वर्ष 2008 में प्रथम श्रेणी फार्मेट में पदार्पण करने वाले एरोन ने अब तक 65 मैचों में 33.74 की स्ट्राइक रेट से 168 विकेट लिए हैं। जिसमें 6 बार पांच विकेट लेने का कारनामा भी शामिल है। अभी चल रहे रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान बोलते हुए, जमशेदपुर में जन्मे क्रिकेटर ने कहा कि उनका शरीर उन्हें लाल गेंद प्रारूप में तेज गेंदबाजी जारी रखने की अनुमति अब नहीं देगा।
एरोन ने भविष्य की योजनाओं पर की बात
34 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने लाल गेंद वाले क्रिकेट करियर को अलविदा कहते हुए अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बात किया। उन्होंने पुष्टि की, कि वह देश में तेज गेंदबाज की मदद के लिए तैयार की गई परियोजना की देखरेख के लिए एमआरएफ पेस फाउंडेशन(MRF Pace Foundation) में शामिल होंगे। वरूण ने आगे कहा, “मैं एमआरएफ में 'पेस बॉलर टैलेंट हंट' नामक प्रोजेक्ट का हिस्सा हूं। हम भारत भर के युवा तेज गेंदबाजों के साथ काम करेंगे। इसमें लगभग 1500 गेंदबाजों ने हिस्सा लिया है। हम प्रतिभा की तलाश में देश भर में यात्रा कर रहे हैं और आगे के प्रशिक्षण के लिए 20 लड़कों को चुना जाएगा। मैं एमआरएफ के उच्च-प्रदर्शन केंद्र में भी काम कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि इन कार्यक्रमों से भारत को आगे तेज गेंदबाज मिल पाएगा।''