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India vs Britain Hockey: पेरिस ओलंपिक में भारत ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में हराया, सेमीफाइनल में बनाई जगह
India vs Britain Hockey: भारत की इस जीत में गोलकीपर पीआर श्रीजेश (Goalkeeper PR Sreejesh) की बड़ी भूमिका रही जिन्होंने दो शानदार बचाव करते हुए भारतीय हॉकी टीम को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।
पेरिस ओलंपिक में भारत ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में हराया, सेमीफाइनल में बनाई जगह: Photo- Social Media
India vs Britain Hockey: पेरिस ओलंपिक (Olympics 2024) में ऑस्ट्रेलिया की दमदार टीम को हराने के बाद आज भारतीय हॉकी टीम (Indian Hockey Team) ने क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली। क्वार्टर फाइनल मुकाबले के दौरान दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। फुल टाइम तक दोनों टीमों का स्कोर एक-एक से बराबर रहा जिसके बाद पेनल्टी शूटआउट (Penalty Shootout) से मैच का फैसला हुआ जिसमें भारत ने ब्रिटेन को 4-2 से हरा दिया।
भारत की इस जीत में गोलकीपर पीआर श्रीजेश (Goalkeeper PR Sreejesh) की बड़ी भूमिका रही जिन्होंने दो शानदार बचाव करते हुए भारतीय हॉकी टीम को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई। अब भारतीय टीम यदि सेमीफाइनल जीतने में कामयाब रही तो भारत रजत पदक पक्का कर लेगा।
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हरमनप्रीत ने किया भारत के लिए पहला गोल
दोनों टीमों के बीच इस मुकाबले के दौरान पहले क्वार्टर में कोई गोल नहीं हो सका। पहला क्वार्टर 0-0 पर खत्म हुआ था। दूसरे क्वार्टर के दौरान दोनों टीमों ने एक दूसरे के गोल पोस्ट पर कई हमले बोले। सबसे पहले भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने दूसरे क्वार्टर में गोल करके टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। हरमनप्रीत का यह पेरिस ओलंपिक में सातवां गोल रहा।
इसके बाद ब्रिटेन की टीम बढ़त को खत्म करने में जुट गई। ब्रिटेन की टीम ने दूसरे क्वार्टर में ही बराबरी का गोल दागकर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। ब्रिटेन की ओर से ली मोर्टन ने गोल करते हुए अपनी टीम को बराबरी दिलाई। इसके बाद दोनों टीमों की ओर से बढ़त हासिल करने के लिए कई आक्रमण किए गए मगर दोनों टीमों को गोल करने में कामयाबी नहीं मिल सकी।
पेनल्टी कॉर्नर का नहीं मिला फायदा
पहले क्वार्टर में दोनों टीमों को पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन कोई कोई भी टीम इसे गोल में नहीं बदल सकी। इस दौरान भारत के गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने दमदार प्रदर्शन किया और ब्रिटेन के हर आक्रमण को रोकने में सफल रहे। भारत ने लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए, लेकिन गोल में तब्दील नहीं कर सके।
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रेड कार्ड से भारतीय टीम को बड़ा झटका
क्वार्टर फाइनल के इस अहम मुकाबले में भारतीय हॉकी टीम को दूसरे क्वार्टर के दौरान बड़ा झटका लगा। भारतीय हॉकी टीम के अमित रोहिदास को रेड कार्ड दिखा देने से वे पूरे मैच के लिए बाहर हो गए। मैच रेफरी ने रोहिदास को ब्रिटेन के एक खिलाड़ी को हॉकी स्टिक से जानबूझकर सिर में चोट पहुंचाने का दोषी माना था और उन्हें रेड कार्ड देकर बाहर कर दिया था। पेरिस ओलंपिक में यह पहला मौका है जब किसी खिलाड़ी को रेड कार्ड दिया गया।
अमित को रेड कार्ड दिखाए जाने के बाद भारतीय टीम को सिर्फ 10 खिलाड़ियों के साथ ही खेलना पड़ा। इसके बावजूद भारतीय टीम ने अच्छा डिफेंस दिखाते हुए ब्रिटेन की टीम को एक भी गोल करने का मौका नहीं दिया।
पेनल्टी शूटआउट में जीता भारत
निर्धारित समय तक दोनों टीमों के बराबर रहने के बाद पेनल्टी शूटआउट से मैच का फैसला हुआ। पेनल्टी शूटआउट में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार खेल दिखाते हुए ब्रिटेन को हराने में कामयाबी हासिल की। भारत की जीत में गोलकीपर पीआर श्रीजेश की बड़ी भूमिका रही जिन्होंने दो शानदार बचाव किए।
- पहला शूटआउट ब्रिटेन ने लिया और एलबरी जेम्सी ने गोल दागा।
- भारत की ओर से पहला शूट हरमनप्रीत सिंह लेने पहुंचे और उन्होंने भी गोल किया।
- इंग्लैंड की ओर से वालेस ने दूसरा शूट लिया और उन्होंने गोल दागा।
- भारत के लिए सुखजीत आए और उन्होंने गोल कर स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया।
- इंग्लैंड के लिए तीसरे प्रयास में क्रोनोन आए और वे गोल करने से चूक गए। भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने शानदार बचाव किया।
- भारत के लिए तीसरे प्रयास में ललित ने गोल दाग भारत को 3-2 से बढ़त दिलाई।
- इंग्लैंड चौथे प्रयास में भी गोल करने में विफल रहा और श्रीजेश ब्रिटेन के खिलाड़ी दीवार बनकर खड़े हो गए।
- भारत के लिए चौथे प्रयास में राजकुमार ने गोल किया।भारत ने इंग्लैंड को पेनल्टी शूटआउट में हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
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52 साल बाद ऑस्ट्रेलिया पर मिली थी जीत
इससे पहले पेरिस ओलंपिक में शुक्रवार को भारत ने ऑस्ट्रेलिया की दमदार टीम को हराकर इतिहास रच दिया था। बेल्जियम से मिली हार से बाहर निकलते हुए भारत की हॉकी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हराने में कामयाबी हासिल की थी। भारत की यह जीत इसलिए ऐतिहासिक मानी जा रही है क्योंकि भारतीय हॉकी टीम ने 1972 के बाद ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम को हराया। इस तरह भारतीय टीम ने 52 साल के सूखे को खत्म करते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महत्वपूर्ण जीत हासिल की थी।