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Indian Wrestler: बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, रवि दहिया को झटका, नहीं लड़ सकेंगे कुश्ती! WFI ने दी ये Warning
Indian Wrestlers: रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने पहलवानों को लेकर एक फैसला लिया है। WFI ने कहा कि यदि कोई पहलवान प्राइवेट ऑर्गेनाइजेशन की सहायता लेता है तो उसे किसी भी रेसलिंग इवेंट में उतारा नहीं जाएगा।
Indian Wrestlers: ओलंपिक में झंडे गाड़ने वाले भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia), रवि कुमार दहिया (Ravi Kumar Dahiya) और महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के सामने एक नई परेशानी दस्तक दे सकती है। खबर है कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (Wrestling Federation of India) ने पहलवानों को लेकर एक फैसला लिया है। डब्ल्यूएफआई (WFI) ने कहा कि यदि कोई पहलवान प्राइवेट ऑर्गेनाइजेशन की सहायता लेता है तो उसे किसी भी रेसलिंग इवेंट में उतारा नहीं जाएगा।
जैसा कि ओलंपिक में भारतीय पहलवानों का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। हाल ही में टोक्यो ओलंपिक में रवि कुमार दहिया (Ravi Kumar Dahiya) ने सिल्वर मेडल और बजरंग पूनिया (Bajrag Punia) ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया और देश का नाम रोशन किया है। भारतीय पहलवानों के प्रदर्शन को देखते हुए डब्ल्यूएफआई (WFI) ने अहम फैसला लिया है। डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने (WFI President Brij Bhushan Sharan Singh) कहा है, "यदि कोई खिलाड़ी किसी निजी संस्था की मदद लेता है तो उन्हें किसी भी इवेंट में भाग लेने नहीं दिया जाएगा।"
एक अंग्रेजी मीडिया से बात करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने बताया, "इस मामले को लेकर हमने अनुशासन समिति को सूचना दे दी है। वे जल्द ही विनेश फोगाट, सोनम मलिक और दिव्या काकरान को बुलाएगी। खिलाड़ियों के लिए यह कहना बहुत आसान होता है कि मैंने गलती की, लेकिन ये गलती आपने क्यों की, इसकी वजह क्या थी?"
इस दौरान डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने बताया, " विनेश फोगाट ने अपनी वकील की ओर से जवाब दिया है कि वे दूसरे पहलवानों की बेहतरी के लिए टीम इंडिया के साथ नहीं थी। उन्होंने संक्रमण से दूर रहने के लिए ऐसा किया। उनका ऐसा करना शायद सही था, लेकिन उन्होंने फेडरेशन की ओर से दी गई ड्रेस को क्यों नहीं कैरी किया? विनेश फोगाट की इस गलती के कारण मुझे कितना झेलना पड़ा है, इसलिए उसे भी यह जानना जरूरी है कि उसने कितनी बड़ी गलती की।"
बृजभूषण शरण सिंह ने अपने स्टेटमेंट में यह भी कहा है, "हमें जेएसडब्ल्यू , ओजीक्यू जैसी निजी संस्था की आवश्यकता नहीं है। इन्होंने तीन पहलवानों की बर्बाद कर दिया है। जब भारत सरकार खिलाड़ियों पर खर्चा करने के लिए तैयार है, तो हमें ऐसे संस्था की आवश्यता क्यों है? निजी संस्था सरकार के जितना खर्च नहीं करते। सरकार खिलाड़ियों के लिए 85 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। इन निजी संस्था को जूनियर खिलाड़ियों की मदद करनी चाहिए, क्योंकि उन्हें वास्तव में इसकी जरूरत है।" बता दें कि डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने उन पहलवानों के नाम लेने से साफ मना कर दिया है।
बताते चलें कि कुछ पहले ही डब्ल्यूएफआई (WFI) नेटोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में अनुशासनहीनता (Indiscipline) को लेकर विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को अस्थायी रूप से निलंबित (Temporarily Suspended) कर दिया था। वहीं डब्ल्यूएफआई (WFI) ने सोनम मलिक (Sonam Malik) को भी दुराचार के आरोप में नोटिस जारी किया है।