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IPL 2022 SRH Team: अब भी शहीदी चौक पर फल बेचते है क्रिकेटर उमरान मलिक के पिता, बताईं ये वजह

IPL 2022 SRH Team:उमरान सीजन की सबसे तेज गेंद फेंक चुके है। उनको हैदराबाद की टीम ने 4 करोड़ रुपये में रिटेन किया है, पर उनके पिता आज भी शहीदी चौक कश्मीर में फल बेचतें है।

Prashant Dixit
Published on: 15 April 2022 7:52 PM IST
उमरान मलिक एसआरएच
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उमरान मलिक एसआरएच (फोटों सोशल मीडिया)

IPL 2022 SRH Team: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 15वें सीजन का रंग देश पर चढ़ा हुआ है। लीग में अब तक 24 मैच खेलें जा चुके है। इस लीग से बहुत सी प्रतिभाओं का जन्म हुआ है। इसी लीग से सामने आएं कश्मीर के तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। उनकी गेंदबाजी के बड़े-2 क्रिकेटर फैंन हो गए है। उमरान आइपीएल में हैदराबाद के लिए मैच खेलते है। वह सीजन की सबसे तेज गेंद 153km फेंक चुके है। उनको हैदराबाद की टीम ने 4 करोड़ रुपये में इस बार रिटेन किया है। पर उनके पिता आज भी शहीदी चौक कश्मीर में फल बेचतें है।

उमरान का आइपीएल करियर

उमरान मलिक का यह दूसरा आइपीएल सीजन है, उन्होंने अभी तक आइपीएल में मात्र सात मैच खेले है। जिस में से तीन मैच उन्होंने 2021 के सीजन में खेलें थें, तब पहले ही मैच में अपनी स्पीड़ से सभी को चौका दिया था। 2021 के सीजन में तीन मैच में दो विकेट लिए। इस सीजन 22 वर्षीय उमरान ने अभी तक इस सीजन में चार मैच में तीन विकेट लिए है। और हर मैच में उनकी गेंदबाजी शानदार होती जा रही है। इस सीजन और पीछले सीजन दोनो में ही सबसे तेज गेंद भी फेंक चुकें है। साथ ही इस बार प्रत्येक मुकाबले में सर्वाधिक तेज गेंद फेंकने के लिए इनाम के स्वरूप एक लाख रूपये भी जीतें है। उमरान ने दोनों सीजन में मिलाकर 48.4 के औसत से अब तक सात विकेट चटकाएं हैं।

उमरान के पिता ने यह बताईं वजह

देश के उभरते स्टार गेंदबाज उमरान मलिक के पिता आज भी शहीदी चौक पर कश्मीर में फल की दुकान चलाकर परिवार का पेट पालते है। उनके पिता का मानना है, मेरे बेटे और हम ने बहुत संघर्ष किया है, तब भी मैं फल बेचता था, और आज भी वही काम करता हूं, जो काम उन दिनों किया वो अब नहीं छोड़ सकते है, और उनका कहना है कि उमरान अब बस मेरा ही बेटा नहीं है बल्कि देश का बेटा है। और उनके पिता का कहना है - 'अब मेरी दुकान अब्दुल राशिद शॉप से उमरान के पापा की दुकान हे गई है, इस दुकान की मदद से ही मैं अपने परिवार को खाना खिला पाता था, हां मेरा बेटा पूरे देश में एक जाना माना नाम बन गया है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि मैं काम करना छोड़ दूंगा'।



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