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MS Dhoni Finisher: धोनी को यूं ही नहीं माना जाता बेस्ट फिनिशर, आखिरी ओवर में कई बार दिखाया कमाल
MS Dhoni Finisher Role: आखिरी ओवर में चेन्नई को जीत के लिए 17 रनों की जरूरत थी और धोनी ने आखिरी गेंद पर चौका जड़कर अपनी टीम चेन्नई सुपर किंग्स को जीत दिला दी।
IPL 2022 MS Dhoni: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को यूं ही दुनिया का बेस्ट फिनिशर नहीं माना जाता। आखिरी ओवर में मैच का रुख पलटने में उन्हें महारत हासिल है और गुरुवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेले गए मुकाबले में भी उन्होंने वही कर दिखाया जिसके लिए वे जाने जाते हैं। आखिरी ओवर में चेन्नई को जीत के लिए 17 रनों की जरूरत थी और धोनी ने आखिरी गेंद पर चौका जड़कर अपनी टीम चेन्नई सुपर किंग्स को जीत दिला दी।
वैसे अतीत को देखा जाए तो धोनी पहले भी कई बार आखिरी ओवर में अपने कमाल से टीम इंडिया और आईपीएल में अपनी टीम को जीत दिला चुके हैं। 2011 के विश्व कप के फाइनल मुकाबले में भी उन्होंने यह कमाल दिखाया था और भारत को दूसरी बार विश्व चैंपियन बनाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। इसी कारण ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और टीम इंडिया के पूर्व कोच ग्रेग चैपल समेत तमाम दिग्गज खिलाड़ी धोनी को सीमित ओवर के मुकाबले का बेस्ट फिनिशर मानते रहे हैं।
आखिरी ओवर में सीएसके को दिलाई जीत
मुंबई इंडियंस के खिलाफ गुरुवार को खेले गए मुकाबले में धोनी ने जयदेव उनादकट के आखिरी ओवर में कमाल दिखाकर अपनी टीम सीएसके को जीत दिलाई। चेन्नई की टीम को जीत के लिए 17 रनों की जरूरत थी और पहली 5 गेंदों पर 1 छक्के और चौके सहित 13 रन बन चुके थे। अब आखिरी गेंद पर 4 रनों की जरूरत थी और धोनी ने अपनी टीम को निराश नहीं किया। धोनी ने लांग लेग पर बाउंड्री लगाकर चेन्नई की टीम को 3 विकेट से अविश्वसनीय जीत दिला दी।
धोनी के इस अंदाज में विपक्षी टीम मुंबई इंडियंस के खेमे में निराशा फैला दी जिसे लगातार अपनी सातवीं हार के लिए मजबूर होना पड़ा। धोनी ने सिर्फ 13 गेंदों पर 28 रनों की पारी खेली जिसमें उन्होंने एक छक्का और 3 चौके जड़े। विपक्षी कप्तान रोहित शर्मा ने भी धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी शानदार बैटिंग से हमारे हाथों से जीत छीन ली। धोनी के इस कमाल के प्रदर्शन पर सीएसके के कप्तान रविंद्र जडेजा ने भी धोनी को सैल्यूट किया। मैच समाप्त होने के बाद सीएसके की टीम के सारे खिलाड़ियों ने धोनी को गले लगा लिया।
आखिरी ओवर में धोनी का रिकॉर्ड
वैसे यह पहला मौका नहीं है जब धोनी ने आखिरी ओवर में अपनी बल्लेबाजी का कमाल दिखाया है। यदि टी-20 मुकाबलों के आखिरी ओवर में धोनी का रिकॉर्ड देखा जाए तो वे 121 गेंदों पर 323 रन बना चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 26 चौके और 26 छक्के जड़े हैं। टी20 के आखिरी ओवर में धोनी का स्ट्राइक रेट 266.94 रहा है। यदि आईपीएल के बीसवें ओवर की बात की जाए तो धोनी अभी तक आखिरी ओवर में 637 रन बना चुके हैं। अभी तक खेले गए आईपीएल के आखिरी ओवर के मुकाबलों में धोनी ने 51 छक्के जड़े हैं और अपनी टीम को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई है। आईपीएल के आखिरी ओवर में धोनी का स्ट्राइक रेट 244 रहा है। धोनी के स्ट्राइक रेट से समझा जा सकता है कि आखिरी ओवर में वे कितना रौद्र रूप धारण कर लेते हैं।
विश्वकप का यादगार फाइनल मुकाबला
सबसे बेहतरीन फिनिशिर के रूप में जाने जाने वाले धोनी ने यह मुकाम यूं ही नहीं हासिल किया है। मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने वाले धोनी अपनी विस्फोटक पारी से टीम इंडिया को कई बार मैच जीता चुके हैं। पूरे धैर्य और संयम के साथ बल्लेबाजी करने वाले धोनी से टीम को आखिरी बॉल तक पूरी उम्मीद बनी रहती है। कई बार जब मैच पूरी तरह फंस जाता है तब धोनी मैदान पर जाकर अपना रंग दिखाते हैं और टीम को अविश्वसनीय जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। विश्व कप 2011 का फाइनल मुकाबला तो क्रिकेट फैंस को आज तक याद है। धोनी ने 2 अप्रैल 2011 को श्रीलंका के खिलाफ खेले गए विश्व कप के फाइनल मुकाबले में नवीन कुलसेकरा की गेंद पर छक्का लगाकर भारत को दूसरी बार विश्व चैंपियन बनाया था। इस फाइनल मुकाबले के बाद से ही धोनी के गिनती क्रिकेट के बेस्ट फिनिशरों में होती रही है।
त्रिकोणीय सीरीज में बनाया था चैंपियन
त्रिकोणीय सीरीज के फाइनल मुकाबले में भी धोनी अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवा चुके हैं। श्रीलंका की टीम ने भारत को 202 रनों का लक्ष्य दिया था और माना जा रहा था कि टीम इंडिया आसानी से यह फाइनल मुकाबला जीत लेगी मगर श्रीलंका ने मैच फंसा दिया था। आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 15 रनों की जरूरत थी और टीम इंडिया का सिर्फ एक ही विकेट बचा था। ऐसी संकटपूर्ण परिस्थिति में धोनी ने आखिरी ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाकर टीम इंडिया को जीत दिलाई थी। इस तरह धोनी की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत भारत फंसा हुआ मैच जीतकर त्रिकोणीय सीरीज में चैंपियन बना था।
दुनिया के बेस्ट फिनिशर
दिग्गज क्रिकेटर और टीम इंडिया के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने भी धोनी को दुनिया के बेस्ट फिनिशर की संज्ञा दी थी। चैपल का मानना है कि निश्चित रूप से धोनी भारत के सबसे ज्यादा उत्सुकता पैदा करने वाले क्रिकेटर रहे हैं। वे गेंद को सबसे कम उपयोग में लाई जाने वाली पोजीशन से हिट करते हैं। चैपल के मुताबिक मैंने जितने भी बल्लेबाजों को बैटिंग करते देखा है, उनमें निश्चित रूप से धोनी सबसे ज्यादा ताकतवर है। वे जब भी आखिरी रन बनाकर जीत हासिल करते तो उनके चेहरे पर धूम मचाने वाली मुस्कान हुआ करती है। निश्चित रूप से वे क्रिकेट के अब तक के सबसे बेस्ट फिनिशर रहे हैं। चैपल के अलावा कई और दिग्गज क्रिकेटरों की नजर में भी धोनी बेस्ट फिनिशर रहे हैं।