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Rishabh Pant: ऋषभ पंत ने नो बॉल को लेकर किया था विवाद, अब आईपीएल ले सकती है कुछ बड़ा फैसला

Rishabh Pant: दिल्ली के बल्लेबाज रॉवमैन पॉवेल ने लगातार ओवर की तीसरी गेंद पर जब पॉवेल ने छक्का तो लगाया, लेकिन दिल्ली की टीम को लगा, कि यह एक नो-बॉल है…

Prashant Dixit
Published on: 23 April 2022 9:49 AM IST (Updated on: 23 April 2022 10:15 AM IST)
मैदान से वापस बल्लेबाजों को बुलाते ऋषभ पंत
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मैदान से वापस बल्लेबाजों को बुलाते ऋषभ पंत (फोटों-इंटरनेट)

Rishabh Pant No Ball Drama: कल रात खेलें गए आईपीएल के 34वें मैच में राजस्थान रॉयल्स ने दिल्ली कैपिटल्स को 15 रन से हराकर कर जीत लिया। पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी आरआर की टीम ने 20 ओवर में 122 रन का विशाल लक्ष्य दिया दिल्ली की टीम को अंत में दिल्ली की टीम 20 ओवर में 207 रन ही बना पाई और मैच हार गई। कल के मैच में आरआर के जोस बटलर ने आईपीएल के इस सीजन तीसरा शतक जड़ा था। पर आखिर में यह मैच अंपायर के फैसले को लेकर विवादित हो गया। नौबत यह तक आ पहुंची, कि कप्तान ऋषभ पंत ने खेल भावना की धज्जियां उड़ाते हुए अपने खिलाड़ियों को मैदान छोड़ने तक के लिए कह दिया।

यह था विवाद

राजस्थान ने जोस बटलर के शतक की मदद से 20 ओवर में 222 रन बनाएं । दिल्ली की टीम को आखिरी ओवर में जीत के लिए 36 रन चाहिए थे। दिल्ली के बल्लेबाज रॉवमैन पॉवेल ने लगातार तीन छक्के लगाकर मैच को और रोमांचक बना दिया था। इसी ओवर की तीसरी गेंद पर विवाद हुआ। जब पॉवेल ने छक्का तो लगाया लेकिन दिल्ली की टीम को लगा, कि यह एक नो-बॉल है, यह गेंद कमर के आस-पास थी, और लेग अंपायर ने इसे नो बॉल नहीं दिया। इसके बाद ऋषभ पंत समेत दिल्ली टीम का पूरा खेमा नो बॉल की मांग करने लगा। अंपायर ने जब ना सुनी तो पंत ने अपने बल्लेबाजों को पवेलियन आने को कहा, हालांकि कोई बल्लेबाज मैदान छोड़कर नहीं गया। गेंदबाज ने अगली तीन गेंद बहुत अच्छी डाली और मात्र 2 रन दिए, दिल्ली की टीम 207 रन ही बना सकी, और राजस्थान ने मैच 15 रन से जीत लिया।

मैच के बाद ऋषभ पंत

मैच समाप्त होने के बाद कप्तान ऋषभ पंत ने कहा, "मुझे लगता है, कि राजस्थान के गेंदबाज पूरे मैच में अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे, अंत में पॉवेल ने हमें मौका दिया, नो-बॉल हमारे लिए कीमती थीं, यह मेरे नियंत्रण में नहीं थीं, निराश हूं, लेकिन इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकता। डग आउट में हर कोई निराश था, सबने देखा कि यह एक नो-बॉल थीं, मुझे लगता है कि तीसरे अंपायर को हस्तक्षेप करना चाहिए था, और उन्हें कहना चाहिए था, कि यह एक नो-बॉल है, आमरे को मैदान पर भेजना जाहिर तौर पर सही नहीं था, लेकिन हमारे साथ जो हुआ वह भी तो सही नहीं था।"

Prashant Dixit

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