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Jasprit Bumrah: जसप्रीत बुमराह को बाबर आजम की तरह नहीं पालना चाहिए कप्तानी का शौक, पूर्व पाकिस्तानी ने बुमराह को दी सलाह
Jasprit Bumrah: जसप्रीत बुमराह ने कप्तान बनने की इच्छा जतायी थी, जिसके बाद अब उन्हें पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने दी इससे बचने की सलाह
Jasprit Bumrah: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इस वक्त विश्व क्रिकेट के सबसे बेहतरीन गेंदबाज हैं। जसप्रीत बुमराह का कद समय के साथ लगातार बढ़ता जा रहा है और वो सबसे बड़े मैच विनर गेंदबाज के रूप में साबित होते जा रहे हैं। जसप्रीत बुमराह अब टीम इंडिया की लीडरशिप का भी हिस्सा बन गए हैं, जिन्हें टेस्ट और कुछ लिमिटेड ओवर्स के मैच में कप्तानी का भी मौका मिल चुका है। ऐसे में वो अब टीम इंडिया की कप्तानी करने को तैयार होने की बात कर रहे हैं।
जसप्रीत बुमराह को कप्तानी पर पाकिस्तानी पूर्व क्रिकेटर ने दी सलाह
पिछले ही दिनों जसप्रीत बुमराह ने कप्तान बनने को लेकर बहुत ही बड़ी बात कही थी, जहां उन्होंने पूर्व कईं तेज गेंदबाजों के उदाहरण दिए थे, जो अपनी-अपनी इंटरनेशनल टीम के साथ कप्तानी कर चुके हैं। साथ ही उन्होंने भारत के लिए अपना फेवरेट कप्तान भी खुद को बताया था। उनका मानना है कि एक तेज गेंदबाज भी सफल कप्तान हो सकता है। लेकिन बुमराह को अब पाकिस्तान से एक नसीहत मिली है, जहां पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर बासित अली ने सलाह दी है कि वो उनके पाकिस्तानी स्टार बाबर आजम की तरह कप्तानी का शौक ना पाले।
बुमराह को नहीं पालना चाहिए बाबर आजम की तरह कप्तानी का शौक
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा कि, "बुमराह के बयान पर मेरी नजर उसी तरह है, जिस तरह बाबर आजम को कप्तानी का शौक है। बुमराह को कप्तानी का शौक नहीं पालना चाहिए। वह जिस दर्जे के गेंदबाज हैं, उस पर ध्यान देना चाहिए। बुमराह ने कपिल देव और वसीम अकरम का जिक्र किया। कपिल देव और वसीम अकरम ऑलराउंडर बनने के बाद कप्तानी में कामयाब हुए। जब टीम में गेंदबाज के रूप में आए तो कप्तान नहीं बने थे। ऑलराउंडर और गेंदबाज में बहुत फर्क होता है। बहुत कम तेज गेंदबाज़ अच्छे कप्तान या कोच होते हैं। बुमराह को मेरी शुभकामनाएं। शायद वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के बाद कप्तान बन जाएं।"
कप्तानी को लेकर बुमराह ने दिया था ये बयान
टीम इंडिया के इस स्टार तेज गेंदबाज ने पिछले ही दिनों इंडियन एक्सप्रेस के साथ बात करते हुए कहा था कि, "गेंदबाजों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। गेंदबाज को बल्ले या सपाट विकेट के पीछे नहीं छुपना पड़ता। गेंदबाज हमेशा निशाने पर होता है। जब कोई मैच हारते हैं, तो गेंदबाज़ों को दोषी ठहराया जाता है। इसलिए यह मुश्किल काम है। हमने पैट कमिंस को अच्छा प्रदर्शन करते देखा। मैं जब छोटा था, तब मैंने वसीम अकरम और वकार यूनुस को कप्तान के रूप में देखा। कपिल देव ने हमें वर्ल्ड कप जिताया। इमरान खान ने पाकिस्तान के लिए विश्व कप जीता। गेंदबाज़ समझदार होते हैं।"