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Mohammed Shami: ‘जय श्री राम’ नारे को लेकर मोहम्मद शमी ने कही दिल छू लेने वाली बात- कहा 1 हजार बार बोलो जय श्री राम...
Mohammed Shami: वर्ल्ड कप 2023 के बाद से ही चोट की वजह से टीम इंडिया से दूर चल रहे मोहम्मद शमी का जय श्री राम को लेकर आया बड़ा बयान
Mohammed Shami: भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पिछले कुछ वक्त से लगातार टीम से दूर हैं। पिछले साल नवंबर में खत्म हुए आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 के बाद से ही मोहम्मद शमी एक भी मैच नहीं खेले हैं। वो लगातार टखने की चोट से परेशान हैं, और इनका हाल-फिलहाल वापसी करना काफी मुश्किल दिख रहा है। मोहम्मद शमी क्रिकेट के मैदान से दूर इन दिनों अपनी प्रतिक्रियां से खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं, जो आए दिन किसी ना किसी मीडिया चैनल को इंटरव्यू दे रहे हैं।
जय श्री राम को लेकर मोहम्मद शमी ने कही खास बात
भारत के लिए हाल ही में अर्जुन अवार्ड का पुरस्कार जीतने वाले मोहम्मद शमी ने एक और इंटरव्यू दिया, जहां उन्होंने जय श्री राम के नारें को लेकर अपनी जो बात रखी उससे उन्होंने फैंस का दिल जीत लिया। मोहम्मद शमी एक मुस्लिम समुदाय के होते हुए भी उन्होंने जय श्री राम को लेकर जो कहा वो सुनकर आप भी उनके फैन हो जाएंगे और मोहम्मद शमी के प्रति आपके दिल में सम्मान भी बढ़ जाएगा।
शमी ने कहा- एक हजार बार बोलो जय श्री राम, नहीं पड़ता है कुछ फर्क
टीम इंडिया के लिए वर्ल्ड कप 2023 में सबसे बड़े नायक के रूप में उभरे मोहम्मद शमी ने जय श्री राम के नारे को लेकर एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में बहुत ही खास और दिल छू लेने वाली बात कही, शमी का मानना है कि जय श्री राम हजार बार बोलो तो कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने साफ कहा कि उन्हें जय श्री राम से कोई आपत्ति नहीं है। उनका मानना है कि सभी धर्मों का अपनी-अपनी श्रद्धा होती है, जिससे किसी को किसी के धार्मिक नारे से कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए। इस बात से शमी ने वाकई में हमारे देश के हिंदू भाईयों का भी दिल जीत लिया।
अपने धर्म को लेकर बोलने में नहीं पड़ता है कोई फर्क- मोहम्मद शमी
न्यूज 18 चैनल के साथ बात करते हुए मोहम्मद शमी ने कहा कि, "हर धर्म में आप 4-5 लोग ऐसे मिल जाएंगे जो सामने वाले को पसंद नहीं करते हैं। मुझे इस बात से कोई आपत्ति नहीं है। जैसे सजदे वाली बात आई थी। अगर आज आपका मंदिर बन रहा है तो जय श्री राम कहने में किसी को क्या दिक्कत है। हजार बार बोलो न, आप हजार बार बोलो। अगर मुझे अल्लाह उ अकबर बोलना है तो मैं हजार बार बोलूंगा क्या ही फर्क पड़ रहा है। इसमें किसी का कुछ जाता नहीं है ना आता है। लेकिन जो गेम खेलता है वो खेल सकता है।"