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चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ आईपीएल फाइनल में मुंबई इंडियंस का पलड़ा भारी

मुंबई इंडियंस फाइनल में पहुंचने की प्रबल दावेदारों में शुमार थी, वह टूर्नामेंट के इस चरण में तीन बार चेन्नई सुपरकिंग्स को हरा चुकी है जिसमें मंगलवार को चेन्नई में हुआ क्वालीफायर एक भी शामिल है।

Roshni Khan
Published on: 11 May 2019 9:56 AM GMT
चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ आईपीएल फाइनल में मुंबई इंडियंस का पलड़ा भारी
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हैदराबाद: आईपीएल की दो सबसे सफल टीमें मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स रविवार को खिताब के लिये एक दूसरे के आमने सामने होंगी जिससे दर्शकों को रोमांचक मुकाबले की उम्मीद लगी होगी।

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मुंबई इंडियंस फाइनल में पहुंचने की प्रबल दावेदारों में शुमार थी, वह टूर्नामेंट के इस चरण में तीन बार चेन्नई सुपरकिंग्स को हरा चुकी है जिसमें मंगलवार को चेन्नई में हुआ क्वालीफायर एक भी शामिल है।

हालांकि आंकड़े किसी भी टीम के हक में नहीं दिखते क्योंकि दोनों ही टीम कई दफा फाइनल में पहुंच चुकी हैं और खिताब चुकी हैं।

रोहित शर्मा की अगुवाई वाली मुंबई ने अभी तक चार फाइनल खेले हैं जिसमें से तीन में खिताब उसकी झोली में रहा है जिसमें दो बार 2013 और 2015 में वह चेन्नई सुपरकिंग्स के ही खिलाफ थी।

वहीं तीन बार की चैम्पियन चेन्नई सुपरकिंग्स ने अपने आठवें फाइनल में प्रवेश किया है। उसके लिये यह सत्र काफी अच्छा रहा, विशेषकर पिछले साल के बाद जब उसने दो साल के निलंबन से वापसी करते हुए खिताब हासिल किया था।

भले ही नतीजा कुछ भी रहे, लेकिन यह फाइनल इन दोनों के बीच प्रतिद्वंद्विता का एक और यादगार अध्याय जोड़ देगा।

चेन्नई को फाइनल से पहले अपनी रणनीति अच्छी तरह तैयार करनी होगी क्योंकि मुंबई की टीम इस सत्र में तीन बार हरा चुकी है।

रोहित एंड कंपनी को चेन्नई के स्पिनरों से चतुराई से निपटना होगा क्योंकि अन्य टीमों के बल्लेबाज इमरान ताहिर, हरभजन सिंह और रविंद्र जडेजा के सामने जूझते दिखे। चेन्नई के तेज गेंदबाज दीपक चहर ने भी प्रभावित किया है, उन्होंने अभी तक 19 विकेट चटकाये हैं।

मुंबई को चार दिन का आराम मिल चुका है और अब वह धोनी की टीम पर इस सत्र की चौथी जीत दर्ज करना और चौथा आईपीएल खिताब हासिल करना चाहेगी।

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आईपीएल के बाद विश्व कप शुरू हो रहा है तो आस्ट्रेलिया के प्रतिबंधित सितारों -स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर- के लिये लीग की काफी अहमियत रही जिन्होंने गेंद से छेड़छाड़ के लिये एक साल का प्रतिबंध खत्म करने के बाद शानदार वापसी की।

वार्नर ने आईपीएल 692 रन जोड़े और उनके टूर्नामेंट के सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ी बने रहने की उम्मीद है। जानी बेयरस्टो के साथ उनकी जोड़ी काफी खतरनाक रही।

वहीं भारत के हार्दिक पंड्या और लोकेश राहुल के लिये यह टूर्नामेंट यादगार रहेगा क्योंकि विश्व कप से पहले लीग में ये दोनों अपनी फार्म में दिख रहे हैं।

टीवी शो में महिलाओं के प्रति अभद्र टिप्पणियों के कारण बीसीसीआई का निलंबन झेलने के बाद पंड्या और राहुल ने आईपीएल टीमों के लिये अपनी अहमियत साबित की।

पंड्या तो अभी मुंबई के लिये फाइनल खेलेंगे। वह और केकेआर के आंद्रे रसेल गेंद को इतनी बेहतरीन तरीके से हिट करते हैं कि सभी मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।

टूर्नामेंट के दौरान मैदान पर कई विवाद भी हुए जिसमें किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन और करिश्माई चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धेानी के विवाद अहम रहे।

अश्विन ने पूरे क्रिकेट जगत में ‘खेल भावना’ का विवाद खड़ा कर दिया जब उन्होंने जोस बटलर को ‘मांकड़िंग’ से आउट किया। कुछ ने उनका समर्थन किया तो कुछ उनके खिलाफ दिखे। इस विवाद में एमसीसी का भी ध्यान अपनी ओर खींचा जो खेल के नियमों की कर्ता धर्ता है।

दो हफ्ते बाद धोनी के आचार पर सवाल उठाये गये जब नो-बॉल के फैसले पर वह डगआउट से भागते हुए अंपायर तक पहुंच गये और अपना आपा खो दिया।

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अंपायरों ने भी कई गलत फैसले किये जिससे भारतीय अंपायरों के स्तर पर गंभीर सवाल उठे।

अगले सत्र की योजना में ओवर गति का मुद्दा उठाये जाने की जरूरत है क्योंकि कुछ मैच आधी रात से ज्यादा देर तक चले।

मैच भारतीय समयानुसार शाम साढ़े पांच बजे शुरू होगा।

(भाषा)

Roshni Khan

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