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अब इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने उठाई एनओसी नियमों में बदलाव की मांग

Rishi
Published on: 24 May 2017 4:02 PM GMT
अब इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने उठाई एनओसी नियमों में बदलाव की मांग
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दुबई : क्रिकेट खिलाड़ियों के अंतर्राष्ट्रीय संगठन 'फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन' (एफआईसीए) ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा खिलाड़ियों को दिए जाने वाले अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के मौजूदा नियमों में बदलाव की मांग उठाई है। इसके पीछे एफआईसीए की मंशा खिलाड़ियों को दूसरे देशों की लीग में हिस्सा लेने में साहूलियत प्रदान करने की है।

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एफआईसीए उस नियम में बदलाव चाहता है, जिसके तहत खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) जैसी अन्य घरेलू लीगों में हिस्सा लेने के लिए अपने बोर्ड से एनओसी की जरूरत होती है।

उल्लेखनीय है कि एफआईसीए की यह मांग क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) और आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के बीच चल रहे अनुबंध विवाद के ठीक बाद आया है। आस्ट्रेलिया में चल रहे विवाद के बाद डेविड वार्नर ने सीए को चेतावनी देते हुए कहा है कि सीए अपनी बात पर अड़ा रहता है तो वह बिना टीम के रह जाएगा और उनके साथी दूसरे देशों की टी-20 लीगों में खेलते नजर आएंगे।

मौजूदा नियम के तहत अगर किसी खिलाड़ी को दूसरे देश की लीग में खेलना है तो उसे अपने बोर्ड से एनओसी की जरूरत होती है। एफआईसीए का मानना है कि मौजूदा नियमों के कारण बोर्ड अपने खिलाड़ियों को दूसरे देशों की लीग में खेलने से रोक सकते हैं।

आईसीसी के अनुच्छेद 32 ए के तहत चाहे खिलाड़ी बोर्ड के अनुबंध में शामिल हो या ना हो उसे दूसरे देश में खेलने के लिए बोर्ड से एनओसी की जरूरत पड़ती है। यह नियम संन्यास लेने वाले खिलाड़ियों पर भी लागू होता है। एफआईसीए का मानना है कि अगर सीए और खिलाड़ियों के बीच विवाद खत्म नहीं होता है तो इस नियम का हवाला देते हुए सीए अपने खिलाड़ियों को दूसरी लीगों में हिस्सा लेने से रोक सकती है।

एफआईसीए ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि एनओसी के नियम पर दोबारा सोचने की जरूरत है।

एफआईसीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोनी आयरिश ने कहा , "आईसीसी के पास खिलाड़ियों के दूसरी लीगों में खेलने को लेकर अनापत्ति प्रमाण पत्र संबंधी नियम मौजूद हैं। हालांकि यह नियम खिलाड़ियों के हित में ज्यादा नहीं हैं। इसलिए हमें लगता है कि इसमें बदलाव की जरूरत है। बोर्ड अपने खिलाड़ियों को आईसीसी नियमों का हवाला देते हुए दूसरी लीगों में खेलने से रोक सकता है। एफआईसीए का मानना है कि यह कानूनी लड़ाई को जन्म दे सकता है।"

एनओसी का नियम सभी बोर्ड, सभी लीगों, सभी सदस्यों पर लागू होता है। लेकिन आयरिश ने कहा कि आस्ट्रेलिया में चल रहे विवाद के चलते उन्हें लगता है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर टी-20 लीगों हिस्सा लेने के लिए और बेहतर तथा सुविधायुक्त संरचना बनाई जा सकती है।

उन्होंने कहा, "विश्व स्तर पर बेहतर क्रिकेट संरचना, जिसमें तीनों प्रारूपों में सही प्रतिस्पर्धा हो, हमारा मानना है कि ऐसी संरचना बनानी होगी जो खिलाड़ियों और उनके प्रतिनिधियों के लिए सकारात्मक हो।"

उन्होंने कहा, "हमने आईसीसी और अन्य बोर्डो से इस मामले में बातचीत शुरू कर दी है और ऐसी संरचना पर विचार कर रहे हैं जो खिलाड़ियों और खेल के अलावा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट और टी-20 लीगों के लिए बेहतर हो।"

उन्होंने कहा, "एफआईसीए खिलाड़ियों के मौलिक अधिकार और अपनी पसंदीदा जगह खेलने की लड़ाई में उनके साथ खड़ा है।"

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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